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वेटिंग टिकट पर रेलवे ने अब जो नियम बनाया है, ट्रेन में चढ़ने से पहले ही उतर जाएंगे!

Indian railway waiting ticket rules: रेलवे के वेटिंग टिकट को लेकर कई तरह की बातें चल रही हैं. खासकर काउंटर से लिए गए वेटिंग टिकट को लेकर. इन बातों में आधी हकीकत है और आधा फसाना.

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वेटिंग टिकट का सारा कन्फ्यूजन दूर कर लो (तस्वीर: सोशल मीडिया और AI)

इंडियन रेलवे नया नियम लाया लेकर आया है. अब वेटिंग वाली टिकट किसी काम की नहीं होगी भले वो काउंटर (indian railways waiting ticket rules) से ही क्यों नहीं खरीदी हो. जो आप वेटिंग टिकट लेकर आरक्षित कोच में चढ़े तो आपको अगले स्टेशन पर उतार दिया जाएगा. तगड़ा जुर्माना लगेगा. वगैरा-वगैरा. अगर सोशल मीडिया से लेकर WhatsApp यूनिवर्सिटी पर ऐसा कोई ज्ञान आपको पिछले कुछ दिनों से मिल रहा है तो आप अकेले नहीं हैं. कन्फ्यूजन की इस ट्रेन पर हमारे कुछ साथी भी सवार हैं. जब हमारे पास आए तो हमने कहा, भईया जरा अपनी स्पीड कम करो. नियम कायदे हम बताते हैं.

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आधी हकीकत और आधा फ़साना

मतलब जो आप सुन रहे उसमें आधी सच्चाई है और आधा झूठ है. झूठ और सच दोनों पर ब्रेक लगाएंगे मगर पहले वेटिंग का गेम जान लेते हैं. दरअसल, रेलवे टिकट लेने के देश में दो तरीके हैं. पहला जो काफी सालों साल से है. मतलब काउंटर पर जाओ, फॉर्म भरो और टिकट ले लो. वेटिंग टिकट लेना आपकी मर्जी. बोले तो काउंटर पर बैठा व्यक्ति आपसे पूछता है कि भईया टिकट लेनी है या नहीं.

दूसरा तरीका ऑनलाइन. मतलब, IRCTC वेबसाइट या ऐप से. यहां भी स्क्रीन पर टिकट की उपलब्धता फड़फड़ाती है. मर्जी आपकी. अब जो आपने ऑनलाइन वेटिंग टिकट ली और वो टिकट कनफर्म नहीं हुई तो बात ही खत्म. टिकट खुद से कैंसिल हो जाएगी और आपके पैसे आपके पेमेंट सोर्स में वापस आ जाते हैं. जो आपको फिर भी यात्रा करनी है तो अपनी व्यवस्था खुद देखिए.

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अब बात काउंटर वाली टिकट की. इसके बारे में माना जाता है कि अगर वेटिंग कनफर्म नहीं भी हुई तो आप आरक्षित कोच मसलन स्लीपर या AC में चढ़ सकते हैं. अंदर की बात अंदर देख लेंगे. मतबल TTE अंकल से गुजारिश कर लेंगे या फिर सवारी से निवेदन कि दद्दा थोड़े सरक जाओ. मगर जैसा कई जगह कहा जा रहा कि अब से ऐसा नहीं होगा.  

ठीक कहा जा रहा है मगर ये अब से या बीते कल से गुजरे परसों से नहीं हुआ है. यहां भी वही नियम है. आप वेटिंग टिकट पर स्लीपर या AC कोच में नहीं घुस सकते हैं. हां काउंटर टिकट पर इतनी सहूलियत जरूर है कि आप जनरल कोच में जा सकते हैं.

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अगर आरक्षित कोच में गए तो  रेलवे कार्रवाई करते हुए ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से जहां तक यात्रा हो चुकी है वहां तक किराया और कम से कम 440 रुपये का जुर्माना आपसे वसूल सकता है. अब जो सोशल मीडिया पर वेटिंग-वेटिंग खेला जा रहा है उसका सोर्स स्टेशन भी जान लीजिए.

रेलवे को मिली हजारों शिकायतें

अगर आपने गौर किया होगा तो पिछले कुछ महीनों में रिजर्व कोच में भयंकर भीड़ देखने को मिल रही थी. जिसका टिकट है उसके बैठने का कोई ठिकाना नहीं था. परेशान यात्रियों ने रेल मदद से लेकर सोशल मीडिया पर हजारों शिकायतें कीं. नतीजतन रेलवे ने इस नियम को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है.

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इसलिए वेटिंग टिकट है तो आधे घंटे पहले उसको काउंटर से कैंसिल करवा लीजिए और फिर अपने हिसाब से यात्रा का जुगाड़ देखिए. बाकी इस नियम के बारे में आप क्या सोचते हैं, वो हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.  

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