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बच्चे को खाना खिला रहा था, गूगल ने नौकरी से निकाले जाने का मेल भेज दिया

शख्स और उसकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी. पढ़कर दुख होगा.

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निकोलस ने अपनी बेटी के जन्म के बाद छुट्टी ली थी. (फोटो- लिंक्डइन)

देश और दुनियाभर में ले-ऑफ, यानी नौकरी से निकाले जाने की खबरें सामने आ रही हैं. गूगल, एमेजॉन और माइक्रोसॉफ्ट (Google lay offs) जैसी बड़ी कंपनियां लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं. किसी को कॉल के बीच नौकरी से निकाला जा रहा है, तो किसी को परिवार के दुख में शामिल होने के वक्त नौकरी से निकाले जाने की खबर मिल रही है. लेकिन, इसी बीच गूगल ने एक शख्स को रात के दो बजे नौकरी से निकाल दिया. गूगल ने शख्स को उस वक्त मेल भेजा जब वो अपने नवजात बच्चे को खाना खिला (Laid off while feeding his baby) रहा था. शख्स पैटरनिटी लीव (Paternity leave) पर भी था.    

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ऐसा अमेरिका के लॉस एंजेलिस शहर में रहने वाले निकोलस डुफौ के साथ हुआ है. गूगल ने निकोलस को नौकरी से निकाले जाने का मेल भेजा. रात के दो बजे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, निकोलस 17 जनवरी को अपनी बेटी के जन्म के बाद से पैटरनिटी लीव (Paternity Leave) पर थे. निकोलस गूगल में पिछले 6 महीने से एसोसिएट प्रोजेक्ट काउंसेल के रूप में काम कर रहे थे.

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निकोलस ने नौकरी से निकाले जाने की जानकारी लिंक्डइन पर साझा की. उन्होंने लिखा,

“मुझे नौकरी से निकाले जाने पर काफी दुख महसूस हो रहा है. कुछ दिन पहले ही मेरे साथियों ने बेटी के जन्म के बाद के वक्त को परिवार के साथ अच्छे से बिताने की बात कही थी.” 

निकोलस ने आगे कहा कि उन्हें बताया गया था कि गूगल एक ऐसी कंपनी है, जो अपने कर्मचारियों को खजाने की तरह रखती है. नौकरी से निकाले जाने के बाद निकोलस ने अपनी टीम को भी धन्यवाद कहा. यही नहीं, निकोलस ने अपनी नवजात बेटी और पत्नी को भी धन्यवाद कहा.

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निकोलस को नौकरी से निकाले जाने के बाद उनकी पत्नी ब्रिटनी गोरिन ने भी एक लिंक्डइन पोस्ट किया. ब्रिटनी ने लिखा कि उन्हें सुरक्षा का झूठा दिलासा दिया गया था.

गूगल में छंटनी

दरअसल, गूगल ने पिछले दिनों दुनिया भर से करीब 12 हजार कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया था. ये गूगल के कुल कर्मचारियों का 6 प्रतिशत हिस्सा है. इतने बड़े ले-ऑफ के बाद लोगों की कई तरह की कहानियां सुनने में आईं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल में काम करने वाले पूर्व इंजीनियर जस्टिन मूर ने कहा था कि बड़ी कंपनियों का कोई चेहरा नहीं होता. ये सब कर्मचारियों को 100 प्रतिशत डिस्पोजेबल के रूप में देखती हैं.  

वहीं गूगल में काम कर चुके डैन लैनिगन रयान को गूगल ने एक कॉल के बीच में नौकरी से निकाल दिया था. रयान गूगल में HR के रूप में काम कर रहे थे, और उस वक्त एक कर्मचारी का हाइरिंग के लिए इंटरव्यू ले रहे थे.  

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