जंतर-मंतर पर पिछले एक महीने से धरने पर बैठे पहलवानों की कुछ तस्वीरें वायरल हैं. तस्वीरों में एक तरफ पहलवानों को हिरासत में लिए जाने की फोटो हैं तो दूसरी तरफ हूबहू तस्वीर में उनको हंसते हुए दिखाया जा रहा है. कई जाने-माने लोगों ने अपने अकाउंट से ऐसी तस्वीरों को साझा किया या फिर ऐसे हैन्डल को रीट्वीट किया है. सभी ट्वीट्स में दावा किया जा रहा है कि हंसने वाली तस्वीरें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जनरेट की गई हैं. ऐसे में मन में सवाल उठना लाजमी है कि ऐसा होता कैसे है.
पुलिस हिरासत में हंस रहे थे पहलवान? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ये 'कमाल' डराने वाला!
इमोशन बदलना, जज़्बात बदलना, अब मुमकिन हो गया है

आगे बढ़ने से पहले एक जरूरी बात. The Lallantop इन तस्वीरों की सत्यता की पुष्टि नहीं करता. दूसरा, AI की मदद से एडिटिंग पर कई तरह के सवाल उठते रहे हैं. ऐप्स आपके फोटो और वीडियो एडिट करते हैं तो जाहिर सी बात है कि इनके पास आपकी फोटो गैलरी का एक्सेस होता है. इसलिए प्राइवेसी भी एक बड़ा मुद्दा है. हमारी आपसे गुजारिश होगी कि ऐसे किसी भी ऐप या टूल का इस्तेमाल करते समय अपने विवेक का इस्तेमाल करें.
AI इमेज एडिटिंग का पितामह कह सकते हैं इस ऐप को. साल 2016 में इन्होंने AI की मदद से नॉर्मल इमेज को फेमस लोगों के अवतार में बनाकर सुर्खियां बटोरी थीं. इस ऐप पर आपको इमेज अपलोड करना है और उसके बाद तकरीबन हर किस्म के टूल उपलब्ध हैं. चाहें तो तस्वीर से 3D अवतार बनाइए या फिर चेहरा बदल डालिए. हंसते हुए चेहरे को रोता हुआ दिखा दीजिए या फिर गोल चेहरे को ओवल शेप में बना लीजिए. हालांकि ऐप कोई सा भी हो, फ्री वर्जन में बहुत सीमित टूल ही मिल पाते हैं. कहने का मतलब अगर आपने एडिटिंग पर फुल कंट्रोल चाहिए तो आपको ऐप का प्रीमियम वर्जन लेना ही पड़ेगा.
Pixlr AIइमेज और वीडियो एडिटिंग के लिए एक और जाना पहचाना नाम. इमेज में बैकग्राउन्ड बदलना हो या फिर कोई ऑब्जेक्ट हटाना हो. सारे काम चुटकियों में हो जाते हैं. इतना ही नहीं, आप इस टूल की मदद से एकदम असल दिखने वाली इमेज भी जनरेट कर सकते हैं. स्माइल करते चेहरे से लेकर डर से कांपते फेस बनाना तक बहुत आसान है.

नाम से ही साफ समझ आता है कि टूल क्या कर सकता है. इमेज में कोई सी भी खुराफात करना है तो ये टूल काम आ सकता है. गोरी स्किन को डार्क करना हो या फिर मोटी नाक को पतला. ऐप पर कई तरह के ग्राफिक्स भी उपलब्ध हैं. बहुत भारी-भरकम एडिटिंग तो नहीं मिलेगी, लेकिन दोस्तों के बीच रौला जमाने वाले कई टूल्स इस ऐप पर उपलब्ध हैं।
इमेज एडिटिंग की बात बिना Adobe के अधूरी है. इमेज एडिट करने के तमाम ऑप्शन यहां मिल जाते हैं. ऐप पर पहले से ही कई सारे बैकग्राउन्ड, इमेज और ग्राफिक्स उपलब्ध हैं. आपने सिर्फ अपनी फोटो चिपकाना है और काम खत्म. लेकिन गरारी यहां भी अटक जाती है. असल मजा प्रीमियम में ही मिलेगा.

इमेज एडिटिंग तो सालों से हो रही है, लेकिन AI के आने से इसमें बहुत बदलाव हुआ है. ऐप को लेकर कुछ बातें भी सामने आई हैं. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ फ़ीमेल यूजर्स ने इस बात की शिकायत की है कि ऐप ने उनके फोटोज को आपत्तिजनक तरीके से बदल दिया. अब आपको ऐप का इस्तेमाल करना है या नहीं, ये आपके विवेक पर है. हालांकि, मार्केट में ऐसे और कई ऐप मौजूद हैं लेकिन डेटा प्राइवेसी की कसौटी पर कितने खरे उतरते हैं, वो सबसे बड़ा मुद्दा है.
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