बुलंदशहर हिंसा का शिकार बने सुबोध कुमार सिंह के बेटे की बात सुनिए
हिंदू-मुस्लिम एकता की बात करने वाले की दंगे में गई जान.
3 दिसंबर बुलंदशहर के लिए बहुत बुरा रहा. न सिर्फ शहर के लिए, पूरे देश के लिए. वहां हत्यारी भीड़ ने एक दारोगा की जान ले ली. पहले गोली मारी. फिर पीटा और गोली मारी. स्याना थाना के SHO थे सुबोध कुमार सिंह. अब वो नहीं हैं, पीछे सिर्फ परिवार बचा है. सुबोध के बेटे अभिषेक की बातें सुनिए. फिर अपने को उसके साथ खड़ा कीजिए. बदन में झुरझुरी दौड़ जाएगी.