इंग्लैंड दौरे पर भारतीय गेंदबाजों का वर्कलोड मैनेजमेंट चर्चा का कारण बना रहा. खासतौर पर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का वर्कलोड. यह तेज गेंदबाज सीरीज में पांच में से केवल तीन ही टेस्ट मैच खेला. जबकि मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) सीरीज के पांचों टेस्ट मैच का हिस्सा थे. यह सवाल फिर से उठने लगे कि जब कपिल देव जैसे खिलाड़ी कभी इंजरी के कारण टीम से बाहर नहीं हुए तो अब क्या हुआ. तेज गेंदबाज इतना चोटिल क्यों हो रहे हैं. पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान (Irfan Pathan) ने इसका जवाब दिया है. साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए बुमराह पर निशाना साधा कि मैदान पर उतरने के बाद कोई वर्कलोड मैनेजमेंट नहीं होता.
इरफान पठान ने जसप्रीत बुमराह को भी नहीं बख्शा, बोले- 'मैदान पर नहीं कह सकते चार ही ओवर...'
इरफान पठान ने बिना नाम लिए जसप्रीत बुमराह पर निशाना साधा है. उन्होंने इंग्लैंड के दौरे पर ऋषभ पंत और मोहम्मद सिराज की तारीफ करते हुए कहा कि खिलाड़ी को मैदान पर अपना 100 फीसदी देना चाहिए.

लल्लनटॉप के शो 'गेस्ट इन द न्यूजरूम' में इरफान पठान से तेज गेंदबाजों को लगातार हो रही इंजरी पर सवाल किया गया. उन्होंने बताया कि कपिल देव के जमाने से अब तक चीजें बहुत बदल गई हैं. इरफान ने कहा,
कपिल पाजी जब खेलते थे तो उनकी फिटनेस अलग थी. हर किसी का शरीर अलग होता है. उनके जमाने में आप एक बार इंग्लैंड के दौरे पर जाएंगे तो फिर दो महीने रिकवरी होती थी. पर अब ऐसा नहीं है. अब पूरा साल क्रिकेट चलता है. मैं अपनी बात करूं तो मुझे इंजरी हुई थी. भारत में किसी स्कैन में ये पता नहीं चल पाया. ऑस्ट्रेलिया में जब MRI कराया तो वहां सारी चीजें सामने आ गईं. हम तब टेक्नोलॉजी के मामले में पीछे थे.
इरफान ने माना कि स्थिति बेहतर हुई, लेकिन अब भी और सुधार की गुंजाइश है. उन्होंने कहा,
अभी हमारी टेक्नोलॉजी पहले से बेहतर है. लेकिन हम और बेहतर हो सकते हैं. अगर भारत परफेक्ट होता तो बुमराह सर्जरी के लिए न्यूजीलैंड नहीं जाते. पीठ की सर्जरी बहुत कॉम्पलिकेटेड होती है. ऐसी इंजरी को मैनेज करने में और बेहतर टेक्नोलॉजी करने की जरूरत है.
इन सबके साथ ही इरफान ने यह भी कहा कि रिकवरी और टेक्नोलॉजी मैदान के बाहर की बात है. अगर खिलाड़ी मैदान पर है तो फिर कोई और चीज मायने नहीं रखती. उन्होंने कहा,
इरफान पठान ने ऋषभ पंत की तारीफ कीमेरा मानना है कि टेक्नोलॉजी और रिकवरी को साथ लेकर चलना चाहिए. शरीर की भी सुननी चाहिए. लेकिन एक बार आप मैदान पर चले गए तो फिर वर्कलोड की बात नहीं होनी चाहिए. फिर तो बस लड़ाई है. एक टीम की दूसरी टीम के साथ. आपको जीतना है. यह एक जंग है, और आपको किसी भी तरह बस जीतना है.
इरफान ने ऐसे में पंत का भी उदाहरण दिया. पंत इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में टूटे पैर के साथ बल्लेबाजी करने उतरे. उन्होंने इस मैच में अर्धशतक लगाया था. चोट लगने के बाद उन्होंने 17 रन बनाए थे. इरफान ने पंत की तारीफ करते हुए कहा,
ऋषभ पंत ने बल्लेबाजी की. वो बैसाखी पर थे इंग्लैंड में. उनको मना किया गया था कि आप बैटिंग नहीं कर सकते, लेकिन वो गए. वो पैड पहन रहे हैं, वो हेलमेट पहन रहे हैं. उनसे चला नहीं जा रहा था. टूट गया उनका पैर. वो जाकर टीम के लिए 17 रन और जोड़ रहे हैं. आखिर में उन 17 रन भी बहुत अहम साबित हुए. इंग्लैंड के क्रिस वोक्स भी आखिरी टेस्ट में स्लिंग में बल्लेबाजी करने आए.
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पठान ने बिना नाम लिए बुमराह पर साधा निशानाइरफान ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि खिलाड़ी मैदान पर जाने के बाद भी वर्कलोड की बात करते हैं. उन्होंने कहा,
रिकवरी, टेक्नोलॉजी ऑफ द फील्ड ठीक है. एक बार अंदर आप चले गए, आपने इंडिया की जर्सी पहन ली. इसके बाद पीछे मुड़कर मत देखिए. फिर आप यह नहीं कह सकते कि मैं बस चार ओवर डालूंगा या फिर 3 ओवर डालूंगा. लोग सिर्फ ऐसा कहते नहीं हैं, करते भी हैं. आजकल यही चलता है.
इसके बाद जब इरफान से पूछा गया कि क्या जसप्रीत बुमराह की बात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा,
मैं सबकी बात कर रहा हूं. सिर्फ एक प्लेयर की बात नहीं है. हर किसी की बात है. सिराज, आखिरी टेस्ट के आखिरी दिन 145 किमी की रफ्तार से गेंद डाल रहे थे. उसके लिए भी तो वर्कलोड है न भाई. सबके लिए है. लेकिन एक बार आप अंदर घुसे तो आप पूरी जान लगा दी.
जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के दौरे पर तीन मैचों में 14 विकेट लिए थे. वहीं सिराज ने सीरीज के सभी मैच खेले. उन्होंने पांच मैचों में सबसे ज्यादा 23 विकेट लिए थे.
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