रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad). भारत के युवा बल्लेबाज़. IPL में धोनी की टीम CSK के लिए धमाल मचा चुके रुतुराज ने डोमेस्टिक क्रिकेट में इतिहास रच दिया है. रुतुराज लिस्ट A क्रिकेट में एक ओवर में 7 छक्के लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं. विजय हज़ारे ट्रॉफी 2022 में महाराष्ट्र के कप्तान ने उत्तर प्रदेश के बॉलर शिवा सिंह (Shiva singh) को 7 छक्के लगा दिए. शिवा ने इस ओवर में कुल 43 रन लुटाए. इसके साथ ही उन्होंने एक ओवर में सबसे ज्यादा रन लुटाने के मामले में न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ विलेम लुडिक की बराबरी कर ली है.
7 छक्के खाने वाले शिवा सिंह ने राहुल द्रविड़ की टीम को विश्वकप जिताया है!
कौन हैं 7 छक्के खाने वाले शिवा सिंह?

रुतुराज के बारे में क्रिकेट देखने वाले पहले से जानते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के लिए एक ओवर में 43 रन लुटाने वाले शिवा सिंह आखिर हैं कौन? चलिए हम आपको बताते हैं.
शिवा सिंह, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं. उनका जन्म 16 अक्टूबर 1999 को हुआ. वो बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्लो स्पिन गेंदबाज़ हैं. शिवा से पहले उनके पिता अजीत सिंह भी यूपी के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं. शिवा के पिता ने साल 2001-02 में यूपी के लिए 7 वनडे मुकाबले खेले हैं. वहीं शिवा के छोटे भाई पर्व सिंह भी यूपी के लिए अंडर-16 क्रिकेट खेल चुके हैं.
#पढ़ाई में नहीं लगता था शिवा का मनशिवा की शुरुआती पढ़ाई लिखाई मुरादाबाद के शिरडी साई पब्लिक स्कूल में हुई है. लेकिन शिवा का दिल तो क्रिकेट के मैदान पर था. पढ़ाई लिखाई में वो औसत ही थे. स्थिति ऐसी थी कि उन्हें किसी तरह से प्रमोट करना पड़ता था. पिता ने देखा और समझ गए कि इसका भविष्य क्रिकेट के मैदान पर है. उन्होंने तुरंत क्लास छह के दौरान उनसे कहा कि अगर तुम हाफ इयरली एग्जाम को पास करते हो. तो तुम्हें क्रिकेट खेलने के लिए कोलकाता भेज दूंगा. और क्रिकेट की लगन में शिवा ने उस एग्जाम को पास कर लिया. जिसके बाद उन्हें कोलकता भेजा गया. वहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और यहीं से उनकी जिंदगी बदल गई.
#Action की वजह से विवादों में आए थे Shivaशिवा सिंह इससे पहले साल 2018 में सीके नायडू ट्रॉफी के एक मैच के दौरान भी चर्चा में आए थे. बंगाल के खिलाफ़ मैच के दौरान उन्होंने अजीबो-गरीब तरीके से 360 डिग्री घूमकर गेंद डालने की कोशिश की थी. लेकिन इसे अंपायर ने डेड बॉल करार दिया था. साथ ही अंपायर ने उन्हें वॉर्निंग भी दी थी कि इस तरह से बॉलिंग करने पर अंपायर बार-बार उसे डेड बॉल करार देगा. जिसके बाद शिवा ने अपने एक्शन को सुधार कर गेंदबाज़ी शुरू की.
शिवा ने उत्तर प्रदेश के लिए अब तक कुल 6 लिस्ट A और 15 T20 मुकाबले खेले हैं. लिस्ट A में उनके नाम कुल 5 और T20 में 9 विकेट हैं. वो यूपी अंडर-14 के कप्तान भी रह चुके हैं. साथ ही वो यूपी के लिए अंडर-16 और अंडर-19 टीम में भी खेल चुके हैं.
इसके अलावा शिवा भारत की अंडर-19 टीम का भी हिस्सा रहे हैं. 2018 में भारतीय टीम को अंडर-19 का खिताब दिलाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ फाइनल मैच में उन्होंने 10 ओवर में महज 36 देकर 2 विकेट चटकाए थे. जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया की पारी 216 रन पर ही सिमट गई थी. जवाब में इंडियन टीम ने महज़ 2 विकेट खोकर मैच और खिताब अपने नाम कर लिया था.
पूरे टूर्नामेंट के दौरान शिवा ने 6 मुकाबले खेले और 4 विकेट चटकाए. लेकिन इस दौरान उनकी इकॉनमी सिर्फ 3.23 की रही. जिसके चलते कोच राहुल द्रविड़ ने इस खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में बनाए रखा. भले ही आज हम शिवा के उस ओवर की चर्चा कर रहे हैं. जिसमें सात गेंदों पर सात छक्के पड़े हैं. लेकिन विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में उनकी इकॉनोमी के चलते ही भारत ने विश्वकप का खिताब जीता था. और तो और, किसी भी गेंदबाज़ के करियर में ऐसा दिन आ सकता है. क्योंकि छह गेंद पर छह छक्के खाने के बाद ही इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड इतने महान गेंदबाज़ बने.
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