इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा वनडे मैच रांची में खेला गया. भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरे वनडे को 25 गेंद बाकी रहते सात विकेट से जीत लिया. इस मैच में बल्ले से श्रेयस अय्यर और ईशान किशन ने शानदार पारियां खेलीं और भारत की सीरीज़ में वापसी करवाई. मैच में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीता और बैटिंग करने का फैसला लिया. उन्होंने पहले बैटिंग करते हुए बोर्ड पर 278 रन लगाए. लेकिन ये स्कोर भारतीय टीम के सामने नाकाफी रहा.
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कौन हैं शाहबाज़ अहमद - इंडिया के नए ऑलराउंडर?

इस मैच के बाद कई खिलाड़ियों की चर्चा है. लेकिन इंडिया के कैप्टन शिखर धवन ने टॉस के दौरान जैसे ही बताया कि शाहबाज़ अहमद इस मैच में इंडिया के लिए डेब्यू कर रहे हैं. वैसे ही शाहबाज़ के बारे में सर्च रेट बहुत ज़्यादा बढ़ गया. इस स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि शाहबाज़ आखिर हैं कौन और उन्हें कैसे मिला टीम इंडिया में मौका.
अपने डेब्यू मैच में ही शाहबाज़ ने जानेमन मलान को आउट कर इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला विकेट भी चटका लिया. इस मैच में उन्होंने 10 ओवर गेंदबाज़ी की और 54 रन देकर एक विकेट चटकाया. वैसे तो शाहबाज़ बैटिंग भी कर सकते हैं लेकिन इस मैच में उनकी बल्लेबाज़ी की ज़रूरत नहीं पड़ी.
साउथ अफ्रीका दौरे से पहले शाहबाज़ को जिम्बाब्वे के खिलाफ़ भी वनडे सीरीज़ के लिए भी चुना गया था. लेकिन उस सीरीज़ में उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला. शाहबाज़ बाएं हाथ के स्लो लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं और बंगाल के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते हैं. इसके अलावा वो इंडिया ए और ईस्ट ज़ोन के लिए भी खेल चुके हैं. शाहबाज़ IPL में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हैं और टीम के उभरते सितारे माने जा रहे हैं.
#कौन हैं Shahbaz Ahmed?
साल 2020 में वीवीएस लक्ष्मण ने शाहबाज़ से कहा था कि वो बंगाल के लिए वो रोल निभाएं, जो रविन्द्र जडेजा टीम इंडिया के लिए निभाते हैं. शाहबाज़ ने एक बार बताया था कि ये उनके लिए बेहद खास सलाह रही. हालांकि खुद शाहबाज़ बेन स्टोक्स जैसा बनना चाहते हैं. ESPN CricInfo से बात करते हुए एक बार उन्होंने कहा था -
‘मैं अपनी टीम का बेन स्टोक्स बनना चाहता हूं... हर तरह की सिचुएशन में अपनी टीम को मैच जिता सकूं...’
शाहबाज़ लगातार डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं. 2020 में अपने दम पर बंगाल को कई मैच जिताने के बाद उन्होंने 2022 में एक बार फिर वही किया. लेकिन इस बार उनके प्रदर्शन को देख सेलेक्टर्स उन्हें नज़रअदांज़ नहीं कर सके. और टीम इंडिया के लिए उनका डेब्यू हो ही गया.
#Shahbaz Ahmed journey
बंगाल की टीम की 'जान' शाहबाज़ क्रिकेटर कैसे बनें? शाहबाज़ बंगाल से क्रिकेट खेलते हैं. लेकिन उनकी पैदाइश हुई 12 दिसंबर 1994 को हरियाणा के मेवात जिले के सिकरावा गांव में. पढ़ाई में अच्छे होने के साथ-साथ शाहबाज़ क्रिकेट में भी लगातार अपना नाम कमा रहे थे. लेकिन हरियाणा में उन्हें वैसे मौके नहीं मिले, जिसकी उन्हें तलाश थी. 2015 में फर्स्ट डिवीज़न क्रिकेट खेलने शाहबाज़ अपनी पढ़ाई-लिखाई पीछे छोड़ कोलकाता पहुंच गए.
क्लब क्रिकेट खेलते-खेलते, शाहबाज़ को विजय हजारे ट्रॉफी में मौका मिला. शाहबाज़ ने अच्छा प्रदर्शन किया तो बंगाल के कोच अरुण लाल की नज़र इस लड़के पर पड़ गई. अरुण लाल ने उन्हें रणजी की टीम में शामिल करवा लिया. हालांकि अब भी एक बड़ी परेशानी थी ऑफस्टम्प के बाहर वाली गेंद, जिसकी कमज़ोरी ने उन्हें जल्दी ही टीम से ड्रॉप करवा दिया. शाहबाज़ ने इस कमज़ोरी पर काम किया और फिर से टीम में वापसी की. इस बार की वापसी ऐसी थी कि फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
बंगाल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मनोज तिवारी ने इंडियन एक्सप्रेस से एक इंटरव्यू में कहा था -
‘हमें एक ऐसे बॉलर की ज़रूरत थी जो नंबर सात या आठ पर बैटिंग भी कर सके. शाहबाज़ उस रोल में परफेक्ट थे, उनके स्टैट्स भी इस बात का सबूत थे. हम जब मीटिंग में उनकी चर्चा कर रहे थे, तब सौरव गांगुली भी उस मीटिंग में मौजूद थे. गांगुली तब CAB (क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल) के अध्यक्ष थे. मैंने सौरव से कहा था कि ये लड़का हमें अकेले मैच जिता सकता है.’
कप्तान और कोच के भरोसे के बाद फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में शाहबाज़ ने लगातार खुद को साबित किया. वहीं T20 में भी वो कमाल का खेल दिखाते रहे. IPL 2022 के सीज़न में उन्होंने इतना शानदार प्रदर्शन किया कि सेलेक्टर्स उन्हें नज़र अंदाज़ नहीं कर सके. पिछले सीज़न IPL में शाहबाज़ के नाम 219 रन और चार विकेट रहे. शाहबाज़ ने RCB के लिए पावरप्ले में भी बॉलिंग की. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ़ हुए मुकाबले में शाहबाज ने दिनेश कार्तिक के साथ बैटिंग करते हुए 26 बॉल में 45 रन ठोके थे. उनकी इस पारी की जमकर तारीफ होती है.
शाहबाज़ के पास रेड-बॉल क्रिकेट में सफल होने वाली तकनीक है, वहीं T20 क्रिकेट में भी कामयाब होने का माद्दा है. अब देखना होगा इंटरनेशनल क्रिकेट में मिले मौकों को शाहबाज कैसे भुना पाते हैं.
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