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क्विंटन डी कॉक ने बताया कि वह साउथ अफ्रीका के लिए खेलेंगे या नहीं?

साउथ अफ्रीका का अगला मैच श्रीलंका से है.

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तस्वीर में साउथ अफ्रीका टीम और क्विंटन डी कॉक ( फोटो क्रेडिट : AP)
क्विंटन डी कॉक ने माफी मांग ली है. अपने कप्तान से, साथी खिलाड़ियों से और साउथ अफ्रीकी फै़न्स से. साथ ही वेस्टइंडीज़ के खिलाफ मैच न खेलने पर अपनी पूरी बात भी रखी है. क्विंटन डी कॉक ने ये भी बता दिया है कि वह अगले मैच में खेलते हुए नजर आएंगे या नहीं. दरअसल, साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड की तरफ से कहा गया था कि सभी खिलाड़ी ब्लैक लाइव्स मैटर के समर्थन में घुटने टेकेंगे. और क्विंटन डी कॉक को ये बात नागवार गुजरी. उन्हें लगा कि उनका हक़ छीना जा रहा है. और बगैर पूछे उनसे जबरदस्ती ये काम करवाया जा रहा है. और इसी वजह से क्विंटन डी कॉक (Quinton De Kock) वेस्टइंडीज़ के खिलाफ मैच खेलने नहीं उतरे. डी कॉक के इस फैसले के बाद खूब हंगामा हुआ. माना ये भी जाने लगा कि क्विंटन डी कॉक अब दोबारा साउथ अफ्रीका के लिए नहीं खेल पाएंगे. लेकिन बोर्ड और डी कॉक के बीच बातचीत हुई. आपसी सहमति बनी. इसके बाद क्विंटन डी कॉक ने बयान जारी करते हुए अपना पक्ष रखा. और मैदान पर लौटने का ऐलान किया. अपने बयान में क्विंटन डी कॉक ने कहा,
'मैं कभी इसे 'क्विंटन इशू' नहीं बनाना चाहता था. मैं जानता हूं कि नस्लवाद के खिलाफ खड़ा होना कितना अहम है. और मैं ये भी जानता हूं कि बतौर खिलाड़ी हमारी ये ज़िम्मेदारी है. अगर मेरे घुटने टेकने से दूसरे लोग शिक्षित हो रहे हैं और किसी की जिंदगी बेहतर हो रही है. तो इसे करने में मुझे ख़ुशी होगी.
डी कॉक ने आगे कहा,
'मैं नस्लवाद के खिलाफ हूं और मुझे ये समझ नहीं आया कि इसमें घुटने टेक कर साबित करने वाली क्या बात है. मैं हर दिन जीवन के सभी क्षेत्रों से लोगों को सीखता हूं और प्यार करता हूं.'
इसके अलावा क्विंटन डी कॉक ने ये भी खुलासा किया कि वह एक मिक्स्ड नस्ल वाले परिवार से संबंध रखते हैं. उनकी सौतेली बहनें कलर्ड हैं और उनकी सौतेली मां ब्लैक साउथ अफ्रीकी हैं. इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा,
'अभी तक मैं इस बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप था. लेकिन मुझे लगता है कि मुझे खुद को थोड़ा ज्यादा एक्सप्लेन करने की जरूरत है. वो लोग, जो नहीं जानते उन्हें बताना चाहूंगा कि मैं एक मिक्स्ड रेस वाले परिवार से आता हूं. मेरी सौतेली बहनें कलर्ड और मेरी सौतेली मां ब्लैक हैं. मेरे लिए जन्म से ही ब्लैक लाइव्स मैटर्स करते हैं. इसलिए नहीं कि यह एक इंटरनेशनल मूवमेंट है. सभी लोगों के अधिकार और बराबरी किसी भी व्यक्ति से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. मैं इस समझदारी में पला-बढ़ा हूं कि हम सभी के पास अधिकार हैं और यह महत्वपूर्ण हैं.'
बता दें कि साउथ अफ्रीका ने सुपर 12 स्टेज में दो मुकाबले खेले हैं. टीम को एक जीत और एक हार मिली है. दो अंकों के साथ साउथ अफ्रीका ग्रुप में चौथे पायदान पर है. तेम्बा बवुमा की अगुवाई वाली अफ्रीकी टीम का अगला मुकाबला श्रीलंका से है. यह मैच 30 अक्टूबर को खेला जाएगा.