टीम इंडिया ने मैनचेस्टर टेस्ट मैच ड्रॉ करा लिया है. पहले कप्तान शुभमन गिल और केएल राहुल ने कमाल की पारी खेली. फिर बाकी का कमाल किया वॉशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा ने. दोनों ने मिलकर इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन ली. हालांकि इस मैच के खत्म होने से ठीक पहले काफी ड्रामा देखने को मिला. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) और रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के बीच. अब जडेजा को अपने कप्तान शुभमन गिल का साथ मिला है.
हैंडशेक कॉन्ट्रोवर्सी पर जडेजा को मिला कप्तान गिल का साथ, बोले- 'दोनों शतक के हकदार...'
Manchester Test के खत्म होने से ठीक पहले काफी ड्रामा देखने को मिला. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) और रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के बीच. अब जडेजा को अपने कप्तान शुभमन गिल का साथ मिला है.

दरअसल, दिन का खेल खत्म होने में तकरीबन 15 ओवर का खेल बाकी था. जिस तरह जडेजा और सुंदर बैटिंग कर रहे थे, उससे मैच ड्रॉ होना तय माना जा रहा था. ऐसे में इंग्लिश कैप्टन बेन स्टोक्स ने 15 ओवर बाकी रहते मैच ड्रॉ कराने की पेशकश की. हालांकि क्रीज पर मौजूद रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने इससे इनकार कर दिया. क्योंकि उस समय जडेजा 89 और सुंदर 80 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे. जिसके बाद इंग्लैंड के प्लेयर्स की तरफ से जडेजा और सुंदर से काफी कुछ कहा गया.
हालांकि इस पूरे मामले पर इंडियन कैप्टन शुभमन गिल ने अपने प्लेयर्स का साथ दिया है. उन्होंने कहा,
पांचवें दिन हर गेंद पर कुछ ना कुछ हो रहा था. हर गेंद एक इवेंट जैसा लग रहा था. हमारा प्लान था कि एक-एक गेंद खेलें और मैच को जितना हो सके, गहराई तक ले जाएं. यही हमने आपस में बात भी की थी. हमें लगा कि जडेजा और सुंदर ने शानदार बैटिंग की, दोनों नब्बे के पार थे, तो हमने सोचा कि उन्हें सेंचुरी का पूरा हक है. इसलिए हमने हाथ मिलाने का फैसला थोड़ी देर के लिए टाल दिया.
गिल ने आगे कहा,
हम हमारी बल्लेबाज़ी से बेहद खुश हैं. पिछले दो दिनों में हम पर काफी ज़बरदस्त दबाव था. लेकिन हमने फोकस किया कि विकेट को दिमाग से निकाल दें और सिर्फ खेल पर ध्यान दें. हर मैच आखिरी दिन के आखिरी सेशन तक जा रहा है. बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है. हर टेस्ट मैच कुछ नया सिखाता है. इस सीरीज़ ने हमें एक टीम के तौर पर बहुत कुछ सिखाया है. उम्मीद है कि अगला मैच जीतकर हम सीरीज़ ड्रॉ कर पाएंगे."
दरअसल, 138 ओवर के बाद बेन स्टोक्स चाहते थे कि जडेजा ड्रॉ स्वीकार कर लें. तब 15 ओवर का खेल बाकी था. जडेजा 89 और सुंदर 80 रन पर बैटिंग कर रहे थे. इंग्लैंड की तरफ से जडेजा से कहा गया,
अगर आपको 100 चाहिए था, तो पहले उस तरह बैटिंग करनी चाहिए थी.
इस पर जडेजा ने साफ कह दिया कि वो ड्रॉ स्वीकार नहीं करेंगे. फिर स्टोक्स उनके पास आए और कहा,
अगर आप चाहते हो कि ब्रूक और डकेट के खिलाफ आप अपनी सेंचुरी पूरी करो तो ठीक है. आप खेलते रहो.
लेकिन इससे जडेजा को कोई फर्क नहीं पड़ा और वो खेलते रहे. आखिरकार जडेजा और सुंदर दोनों ने अपनी सेंचुरी पूरी की. जडेजा 107 और सुंदर 101 रन बनाकर नाबाद लौटे. सुंदर का शतक पूरा करते ही दोनों टीम के प्लेयर्स ने हैंडशेक किया और मैच को खत्म करने का फैसला किया. इससे पहले गिल ने भी 103 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी. जबकि राहुल 90 रन बनाकर आउट हुए थे.
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