सईद अजमल. फोटो: Saeed Social Media
सईद अजमल. पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर. इन दिनों कुछ बहकी-बहकी सी बातें कर रहे हैं. हाल में रविचन्द्रन अश्विन पर ऊल-जलूल बयान दिया और अब साइंस को चुनौती देते दिख रहे हैं. अजमल का ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ उस्मान ख़्वाजा के साथ एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसका लोग जमकर मज़ाक उड़ा रहे हैं. इस वीडियो में सईद अजमल कह रहे हैं कि वो किसी भी नए खिलाड़ी को कोहनी 15 डिग्री से भी कम मोड़ते हुए एक महीने के अंदर 'दूसरा' डालना सिखा सकते हैं. सईद अजमल ने इस इंटरव्यू में कहा,
"यह बिल्कुल पॉसिबल है. मैं किसी भी यंगस्टर को एक महीने के अंदर 'दूसरा' फेंकना सिखा सकता हूँ. वो भी 15 डिग्री के अंदर. लेकिन ICC कहती है कि ये साइंस के हिसाब से मुमकिन नहीं है. मैं कहता हूँ क्या है साइंस? साइंस इज दी मैन. इंसान सब कुछ कर सकता है, साइंस नहीं."
अजमल यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने आगे उस्मान से कहा
"साइंस सिर्फ समझा सकती है पर इंसान सब कुछ कर सकता है. इंसान प्लेन उड़ा सकता है, सब कुछ कर सकता है. सब कुछ मुमकिन है. दूसरा फेंकना भी मुमकिन है वो भी बिना कोहनी मोड़े."
आपको बता दें कि ICC का मानना है
किसी भी ऑफ स्पिनर के लिए यह मुमकिन नहीं है कि वह बिना अपनी कोहनी को 15 डिग्री से ज्यादा मोड़े दूसरा फेंक सके.
रविचन्द्रन अश्विन पर भी किया था कमेंट:
हाल में सईद अजमल ने रविचंद्रन अश्विन के बारे में भी कहा था कि अश्विन 15 डिग्री वाले नियम को हटवाना चाहते हैं. जिसके बाद अश्विन ने खुद सामने आकर इसे महज़ अफवाह बताया था. अश्विन ने कहा था,
"कृपया करके गलत अफवाहें न फैलाएं. मैं ऐसा कभी भी नहीं कहूंगा."
दूसरा की शुरुआत कैसे हुई:
'दूसरा' शुरू से ही क्रिकेट के खेल में एक विवादित गेंद रही है. इंटरनेशनल क्रिकेट में इसकी शुरुआत पाकिस्तान के दिग्गज़ ऑफ स्पिनर सक़लैन मुश्ताक ने दो दशक पहले की थी. कॉमेंटेटर टोनी ग्रेग ने स्टम्प माइक में यह शब्द सुन लिया और इसे अपनी कॉमेट्री में इस्तेमाल करने लगे. तब से यह दूसरा शब्द क्रिकेट से जुड़ गया. उनके बाद मुरलीथरन के साथ हुई कंट्रोवर्सी में ये शब्द क्रिकेट के इतिहास में ही दर्ज़ हो गया. बहुत से एक्सपर्ट ये मानते हैं कि जायज़ तरीके से 'दूसरा' गेंद डालना मुमकिन ही नहीं है.