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सचिन और रोहित की ऐसी सलाह, प्लेयर्स रणजी ट्रॉफ़ी खेलने दौड़ पड़ेंगे!

Ishan Kishan और Shreyas Iyer ने बार-बार कहे जाने के बाद भी रणजी ट्रॉफ़ी नहीं खेली. BCCI ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से निकाल दिया. भारतीय क्रिकेटर्स के डॉमेस्टिक क्रिकेट में ना खेलने पर अब सचिन और रोहित ने भी कुछ कहा है.

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सचिन और रोहित चाहते हैं कि प्लेयर्स डॉमेस्टिक टूर्नामेंट्स खेलें (फ़ाइल फ़ोटो)

दिग्गज इंडियन क्रिकेटर्स का रणजी ट्रॉफ़ी में ना खेलना लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है. BCCI ने इस मामले में सख्त रुख अपना लिया है. श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को इसी के चलते सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला. इस मामले पर खूब बवाल मिला. इस बीच लेजेंडरी सचिन तेंडुलकर ने भी इस मसले पर कॉमेंट किया है.

रणजी ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल्स का ज़िक्र करते हुए सचिन ने X पर लिखा,

'रणजी ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल्स दिलचस्प रहे हैं. मुंबई ने कमाल की बैटिंग रिकवरी के चलते फ़ाइनल में एंट्री की. जबकि दूसरा सेमीफ़ाइनल तो आखिरी दिन तक बैलेंस रहा. मध्य प्रदेश को जीत के लिए 90 से ज्यादा रन चाहिए थे, जबकि विदर्भ को चार विकेट लेने थे.'

अपने करियर का ज़िक्र करते हुए सचिन आगे लिखते हैं,

'अपने पूरे करियर में जब भी मौका मिला, मैं मुंबई के लिए खेलने को लेकर पैशनेट रहा. शुरुआत में, हमारे ड्रेसिंग रूम में सात-आठ टीम इंडिया के क्रिकेटर होते थे और उनके साथ खेलना मजेदार होता था.

जब भी भारतीय नेशनल टीम के प्लेयर्स अपनी घरेलू टीम के लिए खेलने उतरते हैं, ये युवाओं के लिए खेल का स्तर उठा देता है. और कई बार इससे नए टैलेंट की पहचान होती है. यह कई दफ़ा सीनियर्स को भी बेसिक्स दोबारा समझने का मौका देता है.'

अपनी बात आगे बढ़ाते हुए सचिन ने BCCI की तारीफ़ भी की. उन्होंने लिखा,

‘डॉमेस्टिक टूर्नामेंट्स में टॉप प्लेयर्स के खेलने के चलते, एक वक्त के बाद फ़ैन्स भी अपनी डॉमेस्टिक टीम्स को ज्यादा फ़ॉलो और सपोर्ट करने लगेंगे. BCCI द्वारा डॉमेस्टिक क्रिकेट को भी बराबर की प्रियॉरिटी देते देखना बेहतरीन है.’

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इस मामले पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने भी कॉमेंट किया है. उन्होंने धर्मशाला टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा,

‘अगर मेडिकल टीम की तरफ़ से सब ओके है तो प्लेयर्स को डॉमेस्टिक क्रिकेट खेलना ही होगा. यह महत्वपूर्ण है, यह सभी के लिए है. मैंने मुंबई बनाम तमिलनाडु मैच देखा था. घरेलू क्रिकेट को महत्व देना बहुत जरूरी है. यही कोर है.’

बता दें कि BCCI सेक्रेटरी जय शाह ने कई दफ़ा खुलकर कहा था. लेकिन इसके बावजूद ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे दिग्गजों ने अपनी टीम्स के लिए रणजी नहीं खेली. ईशान तो अपनी IPL टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ प्रैक्टिस करने बड़ौदा चले गए थे. जबकि श्रेयस ने कहा था कि वह अनफ़िट हैं. बाद में, जब BCCI ने सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से इन दोनों का नाम हटा दिया तब जाकर श्रेयस ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफ़ी के मैच खेले. जबकि ईशान की टीम तब तक बाहर हो चुकी थी.

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