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2007 वर्ल्ड कप के बॉल आउट में धोनी ने जो किया, उसे जान आप भी कहेंगे- वाह कप्तान वाह!

माही तो सिर्फ एक ही था.

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2007 World Cup Ball Out के दौरान महेंद्र सिंह धोनी और कामरान अकमल (स्क्रीनग्रैब)

रॉबिन उथप्पा. टीम इंडिया के लिए खेले दिग्गज क्रिकेटर्स में से एक. उथप्पा साल 2007 में T20 वर्ल्ड कप जीती भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल थे. और इस जीत के लगभग 13 साल बाद, साल 2020 में उथप्पा ने इससे जुड़ा एक अहम खुलासा किया था. उथप्पा ने 2007 T20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ़ भारत की जीत को याद करते हुए ये क़िस्सा सुनाया.

उथप्पा ने कहा था कि बॉल आउट में मिली इस जीत का क्रेडिट एमएस धोनी और उस वक्त टीम के बोलिंग कोच रहे वेंकटेश प्रसाद को जाना चाहिए. उथप्पा ने कहा कि धोनी बॉल आउट के दौरान विकेट के क़रीब खड़े हुए, जिससे टीम को फायदा मिला. जबकि पाकिस्तानी विकेटकीपर कामरान अकमल विकेट से काफी दूर थे. 

पाकिस्तान के खिलाफ डरबन में हुए इस मैच में 50 रन मारने वाले उथप्पा ने बताया कि भारत ने मैच से पहले कई बार बॉल आउट की प्रैक्टिस की थी. उन्होंने कहा कि हर बार प्रैक्टिस में बल्लेबाजों ने बोलर्स से अच्छा प्रदर्शन किया था. बॉल आउट के बारे में बात करते हुए उथप्पा ने कहा,

'एमएस धोनी द्वारा किए गए तमाम अच्छे कामों में एक काम यह भी था. उन्होंने पाकिस्तानी कीपर से अलग चलते हुए स्टंप के पीछे खड़े होने का फैसला किया. पाकिस्तानी कीपर (कामरान अकमल) वहीं खड़े थे, जहां आमतौर पर विकेटकीपर खड़े होते हैं. लेकिन धोनी स्टंप के ठीक पीछे खड़े हुए और उन्होंने हमारे लिए चीजें काफी आसान कर दीं. हमें बस एमएस पर बॉल डालनी थी और इससे हमें विकेट्स हिट करने का बेस्ट चांस मिल जाता. हमने ठीक यही किया.'

# पढ़ाकू प्रसाद

उथप्पा ने कहा कि भारत ने मैच से पहले कई बार बॉल आउट की प्रैक्टिस की थी. उथप्पा ने उस वक्त टीम के बोलिंग कोच रहे वेंकटेश प्रसाद को श्रेय देते हुए कहा कि वे बोलर्स के खिलाफ बल्लेबाजों की टीम बनाते थे. उथप्पा ने कहा,

'हमने बॉल आउट्स की प्रैक्टिस की थी. मैं अपने बोलिंग कोच को क्रेडिट देना चाहूंगा. वेंकटेश प्रसाद इस मामले में काफी पढ़ाकू थे. उन्हें गेम के सारे नियम पता था. वह हमें ऐसे किसी भी हालात के लिए तैयार कर रहे थे. वॉर्मअप के बाद वह हमसे कहते कि चलो बॉल आउट खेला जाए.

वह बल्लेबाजों को बोलर्स के खिलाफ टीम अप करते. हमने दो-तीन बार यह गेम खेला. ज्यादातर बार बल्लेबाज जीते. वीरू भाई (विरेंदर सहवाग), रोहित और मैं सबसे ज्यादा स्टंप हिट करते थे.'

गौरतलब है कि इस वर्ल्ड कप के फाइनल से पहले भी भारत और पाकिस्तान एक बार भिड़े थे. उथप्पा इसी लीग मैच की बात कर रहे हैं. इस मैच में भारत ने पहले बैटिंग कर 141 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तानी टीम भी 141 ही बना पाई. मैच टाई होने के बाद बॉल आउट हुआ. बॉल आउट में भारत ने हरभजन सिंह के रूप में सिर्फ एक बोलर यूज किया.

उनके साथ विरेंदर सहवाग और रॉबिन उथप्पा थे. दूसरी तरफ पाकिस्तान ने यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी को बॉल सौंपी. इंडिया के तीनों बोलर्स ने स्टंप हिट किया, जबकि पाकिस्तान का एक भी बोलर ऐसा नहीं कर पाया. भारत ने बॉल आउट को 3-0 से जीत लिया. बाद में हुए फाइनल को भी टीम इंडिया ने ही जीता.

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