The Lallantop

ईशान किशन ने पहले बल्ले से उड़ाया गर्दा, फिर टीम इंडिया से बाहर होने पर बड़ी बात बोल दी

Ishan Kishan के शानदार शतक के दम पर Jharkhand ने Syed Mushtaq Ali Trophy पर कब्जा कर लिया. टीम को खिताब जिताने के बाद ईशान ने दो साल से ज्यादा समय से भारतीय टीम से बाहर रहने पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.

Advertisement
post-main-image
ईशान किशन की कप्तानी में झारखंड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी अपने नाम की. (एक्स)

भारत के घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) को नया चैंपियन मिला है. पुणे में खेले गए फाइनल में हरियाणा को 69 रनों से मात देकर झारखंड ने ये खिताब अपने नाम किया. उसकी जीत के नायक रहे कप्तान ईशान किशन (Ishan Kishan). उन्होंने 49 गेंदों पर 10 छक्के और 6 चौकों की मदद से 101 रन कूट दिए. टीम की जीत के बाद किशन ने भारतीय टीम से बाहर किए जाने पर भी चुप्पी तोड़ी. 

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement
ईशान ने की अभिषेक शर्मा के रिकॉर्ड की बराबरी 

टीम इंडिया के लिए खेल चुके बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज ईशान किशन के इस शतक की बदौलत झारखंड पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी अपने नाम करने में सफल रहा. वहीं उन्होंने अपने नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज करा लिए. टीम इंडिया के स्टार ओपनर अभिषेक शर्मा की तरह ईशान किशन के नाम भी अब इस टूर्नामेंट में 5 शतक हो गए हैं. वहीं इस टूर्नामेंट के फाइनल में शतक बनाने वाले ईशान किशन पहले कप्तान बन गए. 

पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में रहे हैं ईशान किशन

झारखंड टीम की कप्तानी कर रहे ईशान किशन इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान शानदार फॉर्म में रहे हैं. उन्होंने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. ईशान ने 10 मैचों में 57.7 के औसत और 197.32 के स्ट्राइक रेट से 517 रन बनाए. जिसमें 2 शतक और 2 अर्द्धशतक शामिल हैं.

Advertisement
सेलेक्टर्स के सामने कूटा शतक

ईशान किशन की धमाकेदार पारी के दौरान भारतीय टीम के दो सेलेक्टर्स भी स्टेडियम में मौजूद थे. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेलेक्शन कमेटी के सदस्य पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह और पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा स्टैंड में मौजूद थे. सेलेक्टर्स के सामने धमाकेदार पारी खेलकर ईशान किशन ने एक बार फिर से भारतीय टीम के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी है.

टीम से बाहर किए जाने पर तोड़ी चुप्पी

झारखंड को खिताब जिताने के बाद ईशान किशन ने दो साल से ज्यादा समय से भारतीय टीम से बाहर रहने पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने स्पोर्ट स्टार से बातचीत में कहा, 

जब मेरा इंडियन टीम में सेलेक्शन नहीं हुआ तो मुझे बहुत बुरा लगा, क्योंकि मैं अच्छा परफॉर्म कर रहा था. लेकिन मैंने खुद से कहा कि अगर इस प्रदर्शन के बाद भी मेरा सेलेक्शन नहीं हो रहा तो शायद मुझे और ज्यादा मेहनत करनी होगी. शायद मुझे अपनी टीम को जीत दिलानी होगी. 

Advertisement

ईशान किशन को कथित तौर पर अनुशासनहीनता के चलते टीम से बाहर किया गया था. उस दौर के बारे में बात करते हुए ईशान ने बताया कि वह दौर उनके लिए सच में मुश्किल था. उन्होंने आगे बताया,

 यह जरूरी है कि आप निराशा को खुद पर हावी न होने दें. मेरा सभी युवाओं के लिए यही संदेश है कि निराशा आपको एक कदम पीछे ले जाएगी. लेकिन आपको कड़ी मेहनत के साथ खुद पर भरोसा बनाए रखना होगा और बस उसी पर ध्यान देना होगा जो आप हासिल करना चाहते हैं.

बाहुबली के एक डायलॉग से मिली ताकत

ईशान किशन अपने खेल और फिटनेस पर काम कर रहे थे तब बाहुबली फिल्म के एक मशहूर डायलॉग से उनको प्रेरणा मिली. उन्होंने बताया, 

एक डायलॉग था, ‘राजा जहां भी जाता है, वह राजा ही रहता है’. तो ये बहुत सिंपल चीज है आप जहां भी हो, जिस भी परिस्थिति में हो, आपको खुद पर विश्वास करना नहीं छोड़ना चाहिए.

झारखंड ने हरियाणा को 69 रनों से हराया

झारखंड ने मुश्ताक अली ट्रॉफी फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए ईशान किशन के शतक और कुमार कुशाग्र के तूफानी अर्द्धशतक की मदद से 20 ओवर में 3 विकेट पर 262 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. फिर हरियाणा को 18.3 ओवर में 193 रनों पर समेट दिया.

वीडियो: दलीप ट्रॉफी में BCCI ने खेल किया, India C से ऐसे जुड़े शतक लगाने वाले ईशान किशन!

Advertisement