गुवाहाटी टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज साउथ अफ्रीका (South Africa) के सामने घुटने टेके हुए नजर आए. साउथ अफ्रीका के पहली पारी में बनाए 489 के जवाब में भारत अपनी पहली पारी में केवल 201 रन ही बना सका. पिछले टेस्ट में भी भारतीय बल्लेबाजों का यही हाल था. लेकिन तब पिच को इसकी वजह बताया गया था. अब टीम के कोच रह चुके रवि शास्त्री को लगता है कि गुवाहाटी में भारतीय बल्लेबाजी के बिखरने में पिच का रोल नहीं था. उन्होंने भारतीय बल्लेबाजी को काफी औसत बताया.
रवि शास्त्री ने भारतीय बल्लेबाजों के मौजूदा स्तर पर जो कहा, पढ़कर फैन्स को बहुत बुरा लगेगा
भारत ने चाय ब्रेक तक सात विकेट खोकर 142 रन बनाए थे. उस समय रवि शास्त्री साउथ अफ्रीका के शॉन पॉलक और अभिनव मुकुंद कॉमेंट्री बॉक्स में थे. पॉलक ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी जिन गेंदों पर आउट हुए, वह गेंद कुछ खास नहीं थीं. रवि शास्त्री भी भारतीय बल्लेबाजी से बिलकुल भी खुश नहीं थे. उन्होंने कहा...


भारत ने चाय ब्रेक तक सात विकेट खोकर 142 रन बनाए थे. केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत जैसे स्टार बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. क्रीज पर वॉशिंटन सुंदर औऱ कुलदीप यादव मौजूद थे. उस समय रवि शास्त्री साउथ अफ्रीका के शॉन पॉलक और अभिनव मुकुंद कॉमेंट्री बॉक्स में थे. पॉलक ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी जिन गेंदों पर आउट हुए, वह गेंद कुछ खास नहीं थीं. रवि शास्त्री भी भारतीय बल्लेबाजी से बिलकुल भी खुश नहीं थे. उन्होंने कहा,
यह अभी भी एक अच्छी पिच है. यह 7 विकेट पर 142 रन बनाने वाली पिच नहीं है. साधारण बल्लेबाजी. भारत ज़रा भी खुश नहीं होगा. आपको सामने आकर जिम्मेदारी लेनी होगी और मानना होगा कि यह बहुत ही साधारण बल्लेबाजी है.
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अभिनव मुकुंद को भी लगता है कि भारतीय बल्लेबाजों का मौजूदा फॉर्म चिंता बढ़ाने वाला है. ये टीम के लिए आगे मुश्किल खड़ी कर सकता है. मुकुंद ने कहा,
भारतीय बल्लेबाज़ों पर जरूर सवालिया निशान है. भारत अगले साल घरेलू मैदान पर कोई टेस्ट सीरीज़ नहीं खेलेगा. टेस्ट मैच के स्तर पर क्या करना है, यह प्लान करने के लिए उनके पास काफ़ी समय है. साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ यह प्रदर्शन निश्चित रूप से नुकसानदेह होगा.
भारत की तरफ से पहली पारी में यशस्वी जायसवाल ने 58 और वॉशिंगटन सुंदर ने 48 रन बनाए. कुलदीप यादव ने भले ही इस मैच में 19 रन की पारी खेली, लेकिन 134 गेंदों का सामना कर उन्होंने साबित किया कि उनमें कितना संयम है. यादव ने सुंदर के साथ एक अहम साझेदारी की. यह इकलौती जोड़ी थी जिसने साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों को परेशान किया.
साउथ अफ्रीका की तरफ से तेज गेंदबाज मार्को यानसन ने 48 रन देकर छह विकेट लिए. भारत के ऑलआउट होने के बाद साउथ अफ्रीका अपनी दूसरी पारी के लिए उतरा. तीसरे दिन दूसरी पारी में बिना विकेट खोए 26 रन बनाए.
भारत अगर यह सीरीज हारता है तो भी उनके लिए मुश्किल बढ़ जाएगी. भारत पिछले साल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच नहीं सका था. यह पहला मौका था जब भारत फाइनल नहीं खेला था. इस बार भारत अगर घर के मैच भी जीत नहीं पाता है तो उनके लिए फाइनल खेलने की राह मुश्किल हो जाएगी. पिछली डब्ल्यूटीसी साइकिल में भारत न्यूजीलैंड से घरेलू सीरीज 0-3 से हारा था जिसका उसे काफी नुकसान उठाना पड़ा था.
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