जन्म से ही हाथ नहीं हैं. लेकिन, जम्मू कश्मीर की पैरा तीरंदाज शीतल देवी(Sheetal Devi) ने इसे कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दी. पैर से तीरंदाजी कर सबको चौंकाने वाली शीतल देवी ने एक बार फिर स्पोर्टिंग एक्सीलेंस को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है. 6 नवंबर को उन्होंने एक बार फिर इतिहास रच दिया. पेरिस पैरालंपियन ने जेद्दा में होने वाले एशिया कप के स्टेज थ्री के लिए भारत की सक्षम जूनियर टीम में जगह बना ली है. 18 साल की वर्ल्ड कंपाउंड चैंपियन शीतल के लिए एक सक्षम इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन के लिए भारतीय टीम में शामिल होना एक ऐतिहासिक अचीवमेंट है.
एशिया कप में निशाना लगाएंगी पैरा तीरंदाज शीतल देवी, क्वालिफाई किया
भारतीय पैरा तीरंदाज Sheetal Devi ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने सक्षम तीरंदाजों को पछाड़कर एशिया कप की तीरंदाजी टीम में जगह बना ली है. बचपन से ही शीतल के हाथ नहीं हैं. वह अपने पैरों से निशाना लगाती हैं.


शीतल ने टीम के एलान के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर पोस्ट भी किया. उन्होंने लिखा,
जब मैंने कंपीट करना शुरू किया था तो मेरा एक छोटा सा सपना था. एक दिन मैं सक्षम तीरंदाजों के साथ कंपीट करूं. शुरुआत में मैं इसमें सफल नहीं हो पाई, लेकिन मैं हर असफलता से सीखते हुए आगे बढ़ती रही. आज वह सपना एक कदम और करीब आ गया है.
पेरिस पैरालंपिक 2024 में मिक्स्ड टीम कंपाउंड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली शीतल ने तुर्किये की पेरिस पैरालंपिक चैंपियन ओजनूर क्यूर गिर्डी से प्रेरणा ली है. ओजनूर इंटरनेशनल लेवल पर सक्षम तीरंदाजों की स्पर्धाओं में भी भाग लेती हैं.
शीतल 18 साल की हैं और जम्मू-कश्मीर से आती हैं. वह कटरा स्थित श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में प्रशिक्षण लेती हैं. यहां उन्होंने एक ऐसी शैली विकसित की है, जिसने दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है. 2024 में, उन्होंने पेरिस पैरालंपिक के मिक्स्ड टीम कंपाउंड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इस साल की शुरुआत में, वह वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाली पहली महिला आर्मलेस तीरंदाज भी बनी थीं.
ये भी पढ़ें : T20 वर्ल्ड कप का फाइनल किस स्टेडियम में होगा? पता चल गया
वहीं, क्वालिफिकेशन की बात करें तो, देश भर के 60 से ज्यादा सक्षम तीरंदाजों के बीच समान परिस्थितियों में प्रतिस्पर्धा करते हुए जम्मू-कश्मीर की 18 साल की तीरंदाज शीतल सोनीपत में हुए चार दिन के नेशनल सेलेक्शन ट्रायल्स में तीसरे स्थान पर रहीं. शीतल ने क्वालिफिकेशन राउंड में 703 पॉइंट्स हासिल किए. पहले दौर में 352 और दूसरे दौर में 351. ये टॉप क्वालीफायर तेजल साल्वे के टोटल पॉइंट्स के बराबर स्कोर था. फाइनल रैंकिंग में तेजल (15.75 पॉइंट्स) और वैदेही जाधव (15 पॉइंट्स) ने टॉप दो पोजिशन हासिल किए, जबकि शीतल ने 11.75 पॉइंट्स के साथ तीसरा स्थान हासिल किया. शीतल ने महाराष्ट्र की ज्ञानेश्वरी गडाधे को 0.25 पॉइंट्स के मामूली अंतर से पीछे छोड़ा.
टीमें इस प्रकार हैं :रिकर्व :
मेंस : रामपाल चौधरी, रोहित कुमार, मयंक कुमार
वीमेंस : कोंडापावुलुरी युक्ता श्री, वैष्णवी कुलकर्णी, कृतिका बिचपुरिया
कंपाउंड :
मेंस : प्रद्युमन यादव, वासु यादव, देवांश सिंह
वीमेंस : तेजल साल्वे, वैदेही जाधव, शीतल देवी.
वीडियो: शीतल देवी, राकेश कुमार का कमाल, पेरिस पैरालंपिक्स तीरंदाजी में भारत को पहला मेडल











.webp)





.webp)




.webp)