इंग्लैंड दौरे के लिए इंडियन टेस्ट टीम (Indian Test Team) की कप्तानी शुभमन गिल (Shubman Gill) को सौंपी गई. इसका एलान चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर (Ajit Agarkar) ने किया. इसके बाद से ही शुभमन गिल को कप्तान बनाने के फैसले पर पूर्व प्लेयर्स की राय बंटी हुई है. पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) का मानना है कि शुभमन गिल अभी प्लेइंग XI में भी फिट नहीं हैं.
'शुभमन की प्लेइंग XI में भी जगह नहीं', मनोज तिवारी ने अपनी बात का ये 'लॉजिक' दिया
इंग्लैंड दौरे के लिए Indian Test Team की कप्तानी Shubman Gill को सौंपी गई है. इस फैसले से पूर्व क्रिकेटर Manoj Tiwari खुश नहीं हैं. उन्होंने तो गिल को प्लेइंग इलेवन में भी शामिल करने पर सवाल उठा दिया.

Cricbuzz में वीरेंद्र सहवाग के साथ हो रही बातचीत के दौरान मनोज तिवारी ने कहा,
गिल सेकेंड बेस्ट ऑप्शन थे. ऐसे में आप कैसे किसी ऐसे प्लेयर को कप्तान बना सकते हो जो प्लेइंग XI में भी फिट नहीं हो. यहां लॉजिक ये था कि इन्होंने सेकंड बेस्ट ऑप्शन देखा है, जो गिल थे. और इसी तरह उन्हें कैप्टेंसी मिली है.
इस पर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि उनके अनुसार इंग्लैंड सीरीज के लिए जसप्रीत बुमराह को ही कप्तानी सौंपनी चाहिए थी. साथ ही कहा कि गिल की तुलना में ऋषभ पंत बेहतर ऑप्शन होते. सहवाग ने कहा,
इंग्लैंड सीरीज के लिए बुमराह कप्तान हो सकते थे. लेकिन, जब बात लॉन्ग टर्म की होगी तो ये सवाल उठेगा है कि अगर एक साल में 10 मैच होंगे तो क्या वो सारे मैच खेल सकेंगे? या वो कितने मैच खेल सकेंगे? कप्तान चुनने में यह एक मेजर फैक्टर होता है. इसलिए मुझे लगता है कि ये सही फैसला था. क्योंकि वह बुमराह में इतना प्रेशर और लोड नहीं डालना चाहते थे. तिवारी ने कहा कि गिल सेकंड बेस्ट ऑप्शन थे. लेकिन मुझे लगता है कि ऋषभ पंत सेकंड बेस्ट और गिल थर्ड बेस्ट ऑप्शन थे.
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सहवाग ने साथ ही पंत की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि विराट कोहली के अलावा अगर किसी बैटर ने टेस्ट क्रिकेट को रोमांचक बनाया है तो वो ऋषभ पंत हैं. सहवाग ने आगे कहा,
पंत ने जो टेस्ट क्रिकेट के लिए किया है वो किसी भी दूसरे प्लेयर ने नहीं किया है. विराट कोहली के बाद अगर किसी एक प्लेयर ने टेस्ट क्रिकेट देखने को मजबूर किया है वो ऋषभ पंत हैं. क्योंकि उनका एक्सीडेंट हुआ था. वह इंजर्ड हो गए. फिर उन्होंने वापसी की, लेकिन उतना इंपैक्ट नहीं डाल सके. इसी कारण उन्हें वाइस कैप्टन बनाया गया है. मुझे लगता है कि अगर वह फॉर्म में लौटते हैं और वो इंपैक्ट डालते हैं तो भविष्य में उन्हें कप्तान बनाया जा सकता है. बहुत कम बॉलर्स को कप्तान बनने का मौका मिलता है. मेरे करियर में, सिर्फ अनिल कुंबले को ये मौका मिला था. वो इस फॉर्मेट को बहुत पसंद करते थे. साथ ही वह हर मैच के लिए उपलब्ध भी होते थे. और ये भी निश्चित होता था कि वो प्लेइंग XI में जरूर रहेंगे.
इंडियन टीम को 20 जून से इंग्लैंड में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. ये भारत के लिए नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल (WTC Cycle) में पहली सीरीज होगी.
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