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बैटर्स इतने लंबे छक्के कैसे मार रहे? आपको शक होता था, अब BCCI ने तगड़ा खेल कर दिया

IPL 2025: IPL में अब Batsman के Bat की जांच की जाएगी. Fourth Umpire ग्राउंड में एंट्री से पहले Openers के बैट की जांच करेगा. जबकि आगे आने वाले सभी बैटर्स के बैट की जांच ग्राउंड अंपायर करेंगे. ये कदम बैटर्स द्वारा ओवरसाइज्ड बैट इस्तेमाल करने के मामले सामने आने के बाद उठाए गए हैं.

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अंपायर्स अब बैट की जांच करेंगे. (स्क्रीन ग्रैब)

IPL 2025 में 13 अप्रैल को ग्राउंड पर कुछ अजीब नजारा देखने को मिला.पहले RR और RCB और उसके बाद MI और DC के बीच खेले गए मुकाबले में अंपायर बैटर्स के बैट जांचते नजर आए. तीन प्लेयर्स के बैट जांच गए.  फिल सॉल्ट (Phil Salt), शिमरॉन हेटमायर (Shimron Hetmyer) और हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) .हालांकि तीनों के बैट तय स्टैंडर्ड के मुताबिक ही थे.खबर है कि अब आईपीएल में सभी बैटर्स को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा. बैटिंग के लिए गार्ड लेने से पहले उनकी बल्ले की जांच की जाएगी.

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इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े देवेंद्र पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक, फोर्थ अंपायर ग्राउंड में एंट्री से पहले ओपनर्स के बैट की जांच करेगा. जबकि आगे आने वाले सभी बैटर्स के बैट की जांच ग्राउंड अंपायर करेंगे. इसके लिए उन्हें एक 'बैट गेज' दिया जाएगा. इस गेज की मदद से अंपायर बैट की जांच करेंगे कि वो तय मानकों के अनुरूप है या नहीं.

आईपीएल की ओर से ये कदम बैटर्स द्वारा ओवरसाइज्ड बैट इस्तेमाल करने के मामले सामने आने के बाद उठाए गए हैं. आईपीएल में ऐसे बैटर्स को चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है. लेकिन इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में पिछले साल ओवरसाइज्ड बैट इस्तेमाल करने के एक मामले में नॉटिंघमशायर के प्वाइंट्स काटे गए थे.

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इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए IPL के चेयरमैन अरुण धूमल ने कहा, 

यह फैसला ग्राउंड पर निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है. किसी को भी ऐसा नहीं लगना चाहिए कि किसी को अनुचित लाभ मिला है. BCCI और IPL ने हमेशा खेल की निष्पक्षता बनाए रखने की दिशा में पहल की है. हमने सभी फैसलों की समीक्षा के लिए तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल किया है, ताकि खेल पर इसका अनुचित प्रभाव नहीं पड़े. इस पहल को लागू करने का मकसद खेल भावना बनाए रखना है.

बैट गेज क्या होता है?

बैट गेज त्रिकोण (Triangle Shaped) के आकार का एक प्लास्टिक गेज होता है. इस पर बैट के लीगल डायमेंशन छपे होते हैं. इसका उपयोग क्रिकेट के बैट के आकार और माप को सटीक रूप से मापने के लिए किया जाता है. यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि बैट ICC के नियमों के अनुसार हो.

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ICC के तय स्टैंडर्ड के मुताबिक, बैट की गहराई 2.68 इंच, चौड़ाई 4.33 इंच और बैट का किनारा (EDGE)1.61 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए. इसके अलावा बैट के लोअर नॉन-हिटिंग साइड पर दिखने वाला कर्व (उभार) 0.20 इंच के अंदर होना चाहिए.

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