IPL Auction 2023 बहुत ही नज़दीक है. सभी टीम्स इस ऑक्शन का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं. फ्रैंचाइज़ी की नज़र अपने बचे-खुचे पैसों से टीम के बाकी बचे स्लॉटस भरने पर है. और ऐसा ही कुछ IPL की बाकी टीम्स की तरह Lucknow Super Giants यानि LSG भी प्लान कर रही है.
IPL 2023 Auction में लखनऊ सुपरजाएंट्स ने ये एक काम किया तो ट्रॉफी पक्की है!
बस यही कमी है.

आपको याद होगा, लखनऊ ने IPL 2022 में अपना डेब्यू किया था. और पहले मैच में मिली हार के बाद इस टीम ने बेहद शानदार कमबैक किया था. IPL 2023 के लिए भी लखनऊ की सोच ऐसी ही होगी. लेकिन इसके लिए पहले उनको ऑक्शन से गुज़रना होगा. और अपनी टीम को फाइनल टच देना होगा.
23 दिसंबर को होने वाले ऑक्शन में लखनऊ 10 स्लॉट के लिए खिलाड़ियों को चुनेगी, जिसमें चार विदेशी खिलाड़ी हो सकते हैं. और इसके लिए उनके पर्स में 23.35 करोड़ रुपये हैं. साथ में बता दें, अभी लखनऊ के स्क्वॉड में 15 खिलाड़ी हैं. अब सवाल होगा कि इन 10 स्लॉट के लिए लखनऊ किन खिलाड़ियों पर दांव लगाएगी? उन खिलाड़ियों पर आने से पहले टीम का थोड़ा बैकग्राउंड आपको बता देते हैं.
लखनऊ का IPL डेब्यू बीते साल हुआ. और उसी साल उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. टीम ने अपने टूर्नामेंट को तीसरे नंबर पर रहकर फिनिश किया. कुछ बल्लेबाजों ने टीम के लिए बहुत शानदार प्रदर्शन किया जिसमें क्विंटन डी कॉक, आयुष बदोनी, दीपक हूडा, मोहसिन खान, आवेश खान का नाम खासतौर पर शामिल रहा.
इन खिलाड़ियों ने अपनी टीम को कई मुकाबलों में बहुत शानदार जीत दिलाई. लेकिन कई बार इनके टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों की तरफ से इंटेट नज़र नहीं आया. जो कि इस टीम पर बड़े मुकाबलों में भारी पड़ा.
#ताकतहालांकि, ऐसा नहीं है कि इस टीम ने यहां से कुछ सीखा नहीं. टीम के हिस्से कई सारे पॉज़िटिव रहे. बीते सीज़न इस टीम की ताकत एक दो अटैकिंग बल्लेबाजों के साथ इनके दो कमाल के पेसर भी रहे. क्विंटन डी कॉक, दीपक हूडा और आयुष बदोनी जैसे खिलाड़ी इस टीम की सबसे बड़ी ताकत हैं. क्विंटन अपने दिन पर विरोधी गेंदबाजों का बुरा हाल कर देते हैं.

जबकि दीपक का अटैकिंग स्टाइल हमने IPL 2022 में देखा ही था. इनके साथ गेंदबाज़ी में आवेश खान और मोहसिन खान समय-समय पर अपनी टीम को विकेट निकालकर देते हैं. ये सब वो खिलाड़ी हैं जो इस टीम के सबसे बड़े हथियार हैं.
#कमज़ोरीहां, ये अलग बात है कि इतने कुछ बेहतरीन खिलाड़ी होने के बावजूद इस टीम को एकजुट होकर परफॉर्म करने की बहुत ज़रूरत है. बीते सीज़न इस टीम को मिडल ऑर्डर में बहुत समस्या फेस करनी पड़ी थी. मनीष पांडे और एवन लुईस टीम के लिए कमाल नहीं दिखा पाए थे.
जिसकी वजह से टीम ने खिलाड़ियों का साथ छोड़ दिया है. अब लखनऊ के सामने सवाल है कि वो इनकी जगह किस खिलाड़ी को लाते हैं. इसके साथ ही एक क्लीन स्ट्राइर भी इस टीम की ज़रूरत है. जो आते ही पहले गेंद से अटैक कर सके. टीम के पास मॉर्कस स्टॉयनिस हैं लेकिन वो बीते कुछ सीज़न से IPL में ज्यादा कुछ कमाल नहीं कर पाए हैं.
#इनको नहीं जाने देना था!इस टीम के पास जेसन होल्डर थे. जिन्हें इस टीम ने रिलिज़ कर दिया. हालांकि जानकारों की मानें तो इस खिलाड़ी को लखनऊ को रिलीज़ नहीं करना चाहिए था. जेसन इस गेम को बखूबी जानते हैं. बीते कई सालों से IPL में खेल भी रहे हैं. IPL 2021 में इन्होंने अपनी पुरानी टीम सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए कमाल का प्रदर्शन भी किया था.
जिसके चक्कर में लखनऊ की टीम इनको वापस लेकर आई थी. लेकिन IPL 2022 में जेसन कमाल नहीं दिखा पाए. हालांकि सिर्फ एक सीज़न, इनको बाहर करने का कोई रिज़न नहीं होना चाहिए था. जेसन मैदान पर आते ही अटैक करते हैं. अंत की कुछ गेंदों पर वो खुलकर बल्ला चलाते हैं. और ऐसे ही खिलाड़ी की लखनऊ की टीम में कमी है.
#अब किसे खरीदें लखनऊ वाले?LSG का पेस अटैक बढ़िया है, उनके पास अच्छे स्पिनर्स भी हैं. यानि की गेंदबाज़ी में उनको माथा-पच्ची करने की ज्यादा ज़रुरत नहीं है. इस टीम को जहां फोकस करना है उनमें से एक एरिया होगा, ऑल-राउंडर्स का. ऐसा ऑल-राउंडर जो अंत में आकर गेंद को फ्री होकर हवा में उड़ा सके. और मुश्किल स्थिति में टीम के लिए एक दो ओवर भी निकाल दे.
इसके साथ बीते साल की कमी को पूरा करने के लिए एक अच्छा अटैकिंग मिडल ऑर्डर बैटर. जिससे अगर कप्तान केएल राहुल एंकर की भूमिका भी निभाने को कहें तो बाकी खिलाड़ी उसके इर्द-गिर्द रहकर फ्री होकर बल्लेबाजी कर सकें.
#हमारे हिसाब से क्या करें?लल्लनटॉप स्पोट्स के हिसाब से ये टीम बहुत मज़बूत है. बस बीच-बीच के कुछ एरिया हैं जिस पर ये टीम ऑक्शन में फोकस कर सकती है. जैसे मिडल-ऑर्डर को स्ट्रांग करना, एक बढ़िया नंबर तीन बल्लेबाज़ लाना, जो अटैकिंग क्रिकेट खेलता हो, और साथ ही अंत के लिए एक स्ट्राइकर. इन चीज़ों पर काम किया तो लखनऊ की टीम दूसरे सीज़न में ही खिताब की बड़ी दावेदार बन सकती है.
शाहिद अफरीदी ने बाबर आजम की कैपटेंसी पर बड़े सवाल उठाए