लेकिन फिर IPL 2021 के दौरान जाने क्या बिगड़ा कि वॉर्नर को दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल फेंका गया. यहां तक कि उन्हें मैदान में आने से तक से मना कर दिया गया था. इस बात से फ़ैन्स बिगड़ गए और फिर उन्हें स्टेडियम आने की अनुमति मिली. लेकिन भले ही वॉर्नर मैदान में आने लगे हों, उन्हें टीम में जगह तब भी नहीं मिली. बीच सीजन ही उनसे कप्तानी छीन ली गई.
और फिर केन विलियमसन बने SRH के नए कप्तान. और इसके बाद जैसा कि होना ही था, वॉर्नर को रिलीज कर दिया गया. फ्रैंचाइज ने विलियमसन के साथ अब्दुल समद और उमरान मलिक को रीटेन किया. और फिर ऑक्शन में कई सारे अच्छे प्लेयर्स को भी अपने साथ जोड़ा.
नई स्क्वॉड के साथ ये टीम कैसा परफॉर्म करती है, ये तो टूर्नामेंट ही बताएगा. लेकिन उससे पहले हम आपके लिए लाए हैं 2016 के चैंपियंस का एनालसिस. # Sunrisers Hyderabad Squad कप्तान केन विलियमसन, अब्दुल समद और उमरान मलिक को रीटेन करने के बाद फ्रैंचाइज मेगा-ऑक्शन में गई. और वहां कई सारे अच्छे प्लेयर्स खरीदे. इस खरीदारी के बाद ये टीम कुछ इस तरह दिखती है.
बल्लेबाज
केन विलियमसन, ऐडन मार्करम, शशांक सिंह, रविकुमार समर्थ, राहुल त्रिपाठी, प्रियम गर्ग
विकेटकीपर
ग्लेन फिलिप्स, विष्णु विनोद, निकलस पूरन
ऑलराउंडर
अब्दुल समद, मार्को येनसन, शॉन एबट, अभिषेक शर्मा, वाशिंगटन सुंदर
गेंदबाज
उमरान मलिक, सौरभ दुबे, रोमारियो शेफर्ड, फज़लहक फारुकी, जगदीश सुचित, श्रेयस गोपाल, कार्तिक त्यागी, टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार.

कप्तान केन विलियमसन (फोटो- पीटीआई)
# पिछला सीजन कैसा रहा? सनराइजर्स हैदराबाद अच्छा परफॉर्म करने वाली टीम है. इस टीम के पास विस्फोटक ओपनिंग और बढ़िया गेंदबाजी हुआ करती थी. साल 2016 में चैंपियन बनने के बाद इस टीम ने लगातार प्लेऑफ में जगह बनाई. लेकिन IPL 2021 सीजन में टीम का प्रदर्शन बहुत खराब रहा. और ये प्लेऑफ तक नहीं जा पाए. टीम पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे, नंबर आठ पर रही.
अपने 14 मुकाबलों में हैदराबाद ने कुल तीन मैच जीते और 11 हारे थे. इसके साथ टीम कई विवादों में भी रही. # IPL में सनराइजर्स हैदराबाद सनराइजर्स हैदराबाद की IPL एंट्री 2013 में हुई. टीम ने आते ही धमाकेदार शुरुआत की. श्रीलंकाई लेजेंड कुमार संगकारा की कप्तानी में टीम ने अपने पहले ही सीजन में प्लेऑफ में जगह बनाई. टीम पॉइंटस टेबल में नंबर चार पर रही. वहीं, अगले दो सीजन टीम प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई. टीम का सफर नंबर छह पर खत्म हुआ.
2013 – प्लेऑफ
2014 – लीग स्टेज
2015 – लीग स्टेज
2016 – चैम्पियन
2017 – प्लेऑफ
2018 – फाइनल
2019 – प्लेऑफ
2020 – प्लेऑफ
2021 – लीग स्टेज # ऑक्शन के हाल सनराइजर्स हैदराबाद फ्रैंचाइज 68 करोड़ के पर्स के साथ मेगा ऑक्शन में पहुंची. और यहां टीम ने बीते सीजन में दिखी अपनी सबसे बड़ी कमी यानी मिडल ऑर्डर को दुरुस्त किया. फ्रैंचाइज ने कई सारे मिडल ऑर्डर बल्लेबाज अपनी टीम के साथ जोड़े. जिसकी वजह से टीम की बल्लेबाजी अब काफी गहरी नज़र आती है.
फ्रैंचाइज ने निकलस पूरन पर 10 करोड़ 75 लाख, वाशिंगटन सुंदर पर आठ करोड़ 75 लाख, राहुल त्रिपाठी पर आठ करोड़ पांच लाख रुपये खर्च किए हैं. हालांकि इसके चलते उनकी बोलिंग थोड़ी कमजोर हुई. साथ में टीम के लिए ओपनिंग कौन करेगा, ये भी चर्चा का विषय है.


हैदराबाद के लिए खेलेंगे निकलस पूरन (फोटो – पीटीआई)
# ताकत बीते कई सालों से सनराइजर्स की ताकत उनकी गेंदबाजी मानी जाती थी. टीम के पास पेस और स्पिन दोनों डिपार्टमेंट में अटैकिंग गेंदबाज हुआ करते थे. लेकिन इस साल टीम थोड़ी सी अलग है. IPL 2022 में हैदराबाद की ताकत उनकी बल्लेबाजी होने वाली है. क्योंकि टीम ने केन विलियमसन, राहुल त्रिपाठी, निकलस पूरन, ऐडन मार्करम जैसे भरोसेमंद बल्लेबाजों को टीम के साथ जोड़ा है.
लेकिन समस्या ये रहेगी कि इन मिडल ऑर्डर बल्लेबाजों के बीच टीम के लिए ओपनिंग कौन करेगा. हैदराबाद के लिए ओपनिंग में जॉनी बेयरस्टो और डेविड वॉर्नर की कमी को पूरा करना बहुत मुश्किल काम होगा. # कमजोरी बीते सालों तक जो हैदराबाद की ताकत होती थी, वो इस सीजन उनकी कमजोरी है. यानी कि गेंदबाजी. ऑक्शन में फ्रैंचाइज ने मिडल ऑर्डर को दुरुस्त करने में इतना पैसा लगाया, कि अपनी गेंदबाजी को भूल गए. हैदराबाद की गेंदबाजी में अनुभव की कमी साफ दिखती है.
टीम के स्पिन डिपार्टमेंट की बात करें तो राशिद खान की जगह को भरने के लिए टीम में जगदीश सुचित और श्रेयस गोपाल को लाया गया है. वहीं, पेस अटैक को संभालने के लिए अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और टी. नटराजन हैं. लेकिन उनकी फिटनेस टीम के लिए चिंता का विषय रहेगी. # SRH Playing 11 केन विलियमसन, अभिषेक शर्मा, राहुल त्रिपाठी, ऐडन मार्करम, निकलस पूरन, वाशिंगटन सुंदर, अब्दुल समद, जगदीश सुचित, टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार, उमरान मलिक # प्लेऑफ के चांस IPL 2022 में अच्छा खेलकर हैदराबाद अपना बीता साल भुलाना चाहेगी. इस बार फ्रैंचाइज ने अपने मिडल ऑर्डर पर खूब पैसा खर्च किया है. इनकी गेंदबाजी इस साल थोड़ी कमजोर नज़र आती है लेकिन अगर हर खिलाड़ी अपना रोल बखूबी निभा दे, तो सनराइजर्स आराम से प्लेऑफ में पहुंच सकती है.