
विराट को अपने बॉलरों को समझाना होगा.
मुद्दे पर लौटते हैं. रॉयल चैलेंजर बैंगलोर ने अब तक खेले 8 मैचों में 104 एक्सट्रा रन दिए हैं. ये रिकॉर्ड कितना खतरनाक है और किस तरह बैंगलोर इसमें टॉप पर है, उसे ऐसे समझिए कि ये दूसरी किसी भी टीम से 42 ज्यादा हैं. माने एक्सट्रा देने में दूसरे नंबर पर है किंग्स इलेवन पंजाब, जिसने 62 एक्सट्रा रन दिए हैं. ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार तीसरे नंबर पर है मुंबई इंडियंस, जिसने 51 एक्सट्रा दिए हैं. जिसे इस पर शक हो वो 1 मई को ही हुए मैच के आंकड़े देख ले. मुंबई के खिलाफ ही उसने 23 रन एक्सट्रा में दिए थे. इसमें 18 तो खाली वाइड बॉल थीं. एक ओवरथ्रो का चउवा भी था. अब आप सोंच रहे होंगे कि इतनी एक्सट्रा होने के बावजूद मुंबई हार गई. तो ये तो कुछ भी नहीं. ये 23 रन मुंबई के बैट्समैन की ओर से बना दूसरा बड़ा स्कोर था.
ये है सभी टीमों के एक्सट्रा का हाल
आरसीबी - 104 पंजाब - 62 मुंबई - 51 दिल्ली - 49 केकेआर - 47 चेन्नई - 46 हैदराबाद - 40 राजस्थान - 32

विराट कोहली के लिए ऐसी बॉलिंग चिंता का विषय है.
कोई और टीम इस तरह एक्सट्रा रन लुटा रही होती तो बड़ी बात न होती, मगर विराट कोहली की टीम इस मामले में आगे है वो दुखद है. कोहली की लीडरशिप में टीम इंडिया इन्हीं चीजों पर तो कंट्रोल करके नंबर वन टीम है. तो विराट कोहली को सबसे पहले अपनी टीम के साथ बैठकर इसी बारे में बात करनी चाहिए. कहना चाहिए भइया चौके-छक्के खालो, मगर ये फ्री के रन मत लुटाओ. वरना आगे आने वाले मैच भी हारेंगे. 13 रन एक्सट्रा हर मैच में देने का उनकी टीम का एवरेज है. अब 13 रन ऐसे ही लुटा देंगे तो फिर तो लंका लगनी तय ही है. अब हर टीम का मुंबई की तरह नसुड्ढ तो चल नहीं रहा कि 23 एक्सट्रा पाकर भी हार जाए. ऐसे में जितनी जल्दी हो, कोहली अपनी बॉलर्स को इस बाबत ज्ञान दे दें. ताकि उनकी टीम जीतती रहे और अनुष्का भौजी खिलखिलाती रहें.
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