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न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ ये 11 खिलाड़ी खेले तो टीम इंडिया की जीत होगी पक्की!

हार्दिक की कप्तानी में कौन से 11?

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हार्दिक पंड्या, सूर्यकुमार यादव. फोटो: AP

T20 विश्वकप 2022 की हार भुलाकर टीम इंडिया अब आगे बढ़ने के लिए तैयार है. भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीन मैच की T20 सीरीज़ का आगाज़ 18 नवंबर से वेलिंगटन में होने जा रहा है.  इस सीरीज़ के लिए भारत के तमाम सीनियर प्लेयर्स को आराम दिया गया है. ऐसे में हार्दिक की कप्तानी में न्यूज़ीलैंड ऐसी टीम गई है. जिसे लेकर पहले से कहा जा रहा है कि विश्वकप में कुछ ऐसी ही टीम खेलनी चाहिए थी.

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भारत ने न्यूज़ीलैंड T20 सीरीज़ के लिए 16 खिलाड़ियों की घोषणा की है. इन 16 में से हमने आज परफेक्ट प्लेइंग इलेवन बनाने की कोशिश की है. हमने उस टीम को चुना है. जो अगले T20 विश्वकप का चेहरा हो सकती है. आइये डालते हैं, उस टीम पर एक नज़र:

ओपनर: ईशान किशन: 

ये नाम भारतीय क्रिकेट के लिए नया नहीं है. 24 साल का बाएं हाथ का ये बल्लेबाज़ किसी भी सूरत में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डिज़र्व करता है. ईशान किशन ने खुद के टैलेंट को फर्स्ट-क्लास क्रिकेट, IPL और इंडिया की तथाकथित 'B' टीम में कितनी ही बार साबित किया है.

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ईशान किशन की सबसे बड़ी ताकत है उनकी बिना डरे बल्लेबाज़ी. ईशान का जब दिन होता है तो वो गेंदबाज़ों का पीछा नहीं छोड़ते. उन्होंने भारत के लिए 18 T20 मुकाबलों में 30 की औसत और 131.15 के स्ट्राइक रेट से 543 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने चार अर्धशतक भी जमाए हैं. अकसर कहा जाता है कि ईशान विदेशी मैदानों पर अपनी तकनीक की वजह से मात खा सकते हैं. लेकिन दो साल बाद होने वाले T20 विश्वकप से पहले यही वो मौका है. जब ईशान जैसे खिलाड़ियों को तैयार किया जा सकता है.

संजू सैमसन: 

संजू सैमसन भारतीय क्रिकेट का वो नाम हैं. जिनके समर्थक और आलोचक बराबर हैं. लेकिन फिर भी इस खिलाड़ी को हम इस प्लेइंग इलेवन में तमाम बातों को एक तरफ रखकर ज़रूर शामिल करेंगे. क्योंकि संजू सैमसन के पिछले दो साल के स्टैट्स देखेंगे तो पाएंगे अब वो अपरिपक्व संजू नहीं दिखते. उन्होंने IPL में राजस्थान टीम की कप्तानी कर उसे फाइनल तक पहुंचाया है. वहीं भारत के लिए संजीदा और ज़िम्मेदारी वाली पारियां खेली हैं.

संजू IPL 2022 में टॉप-10 रन बनाने वालों में रहे. उन्होंने 458 रन कूट विरोधियों को पस्त किया और कप्तानी करते हुए अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया. इस दौरान संजू का स्ट्राइक रेट 146.79 का रहा.

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इतना ही नहीं. संजू ने पिछले दो साल में भारत के लिए 10 वनडे खेले हैं. जिसमें उन्होंने 73.50 की औसत से 294 रन बनाकर आलोचकों को जवाब दिया है. 10 पारियों में संजू पांच बार नॉट-आउट भी रहे. संजू जिस इंटेंट के साथ खेलते हैं, उससे एक उम्मीद बंधती है.

सूर्यकुमार यादव: 

नंबर तीन पर सूर्या के अलावा इस टीम में और कोई नहीं हो सकता. सूर्यकुमार यादव. वो नाम जो इस प्लेइंग इलेवन से भूलकर भी मिस नहीं हो सकते. सूर्या इस विश्वकप में भारत के सबसे स्टार प्लेयर रहे. उन्होंने विराट के साथ कंधे से कंधा मिलाकर टीम की बल्लेबाज़ी को संभाले रखा. सूर्या ने बीते विश्वकप में 190 के लाजवाब स्ट्राइक रेट से 239 रन बनाए. वो विश्वकप में तीसरे सबसे कामयाब बल्लेबाज़ भी रहे.

भले ही सूर्या 30 की उम्र पार कर चुके हैं. लेकिन वो अब भी भारत के लिए कई और साल क्रिकेट खेल सकते हैं. उनका बैटिंग स्टाइल आज भी विरोधी गेंदबाज़ों के लिए बड़ी परेशानी है.

दीपक हूडा: 

इस मिडल ऑर्डर बल्लेबाज़ की फॉर्म को देखते हुए सभी को उम्मीद थी कि हूडा विश्वकप टीम का हिस्सा होंगे. लेकिन विश्वकप से ठीक पहले उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. बीते IPL में लखनऊ सुपर जाएंट्स के लिए दीपक ने मिडल ऑर्डर में कमाल की परफॉर्मेंस देते हुए 15 मुकाबलों में 136.66 की स्ट्राइक रेट से 451 रन बनाए थे.

इतना ही नहीं हूडा ने भारत के लिए 13 T20 मुकाबले खेले हैं. जिनमें उनके नाम एक शतक भी है. उन्होंने भारत के लिए 153.40 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की है. ऐसे में दीपक हूडा पर टीम को ज़रूर भरोसा जताना चाहिए.

श्रेयस अय्यर: 

IPL 2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स के कैम्पेन को अपने कंधों पर लेकर चलने वाले श्रेयस अकेले खिलाड़ी थे. 14 मुकाबलों में 401 रन. इसके अलावा 27 साल के श्रेयस ने भारत के लिए खुद को कई बार साबित किया है. उनके पास टीम इंडिया का अच्छा अनुभव भी है. श्रेयस ने भारत के लिए 47 T20 मुकाबलों में 1000 से अधिक रन बनाए हैं. भारत के लिए खेलते हुए उनका स्ट्राइक रेट बाकी T20 से ज़्यादा रहा है.

हाल में मुंबई को सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चैम्पियन बनाने में श्रेयस का अहम योगदान रहा है. उन्होंने फाइनल में हिमाचल के खिलाफ़ ज़रूरी 34 रन, वहीं सेमीफाइनल में विदर्भ के खिलाफ़ 73 रन की पारी खेली थी. श्रेयस इस टीम में पूरी तरह डिज़र्व करते हैं.

ऋषभ पंत: 

ऋषभ पंत को T20 विश्वकप 2022 में सिर्फ दो मौके मिले. माहौल शुरुआत से ही ऐसा था सबने टीम में होते हुए भी पंत को बैंच का प्लेयर मान लिया था. भले ही ऋषभ पंत की हालिया फॉर्म उनके साथ नहीं है. भले ही DK ने IPL में और विश्वकप से पहले फिनिशर का रोल प्ले किया है. लेकिन भारत का भविष्य तो पंत जैसे खिलाड़ी ही हैं. जो अगर बीते विश्वकप में DK जैसा ही प्रदर्शन करते. तो भी भविष्य में उनके बेहतर करने की उम्मीद है.

ऋषभ पंत ने साल 2017 में भारत के लिए T20 डेब्यू किया है. तब से वो लगातार भारतीय टीम के साथ रहे ही हैं. 25 साल के पंत ने भारत के लिए 64 मुकाबलों में 970 रन बनाए हैं. ये आंकड़ें पंत के टैलेंट को जस्टिफाई नहीं करते. लेकिन पंत इस टीम का अहम हिस्सा होने चाहिए.

हार्दिक पंड्या: 

हार्दिक पंड्या इस टीम का वो पॉज़ीटिव हैं. जो भविष्य में भी भारत की एक बड़ी उम्मीद हैं. चोट से वापसी, IPL में धमाकेदार प्रदर्शन. उसके दम पर टीम इंडिया में वापसी. फिर विश्वकप से पहले मुकाबलों में खुद को फिनिशर के तौर पर साबित किया. और T20 विश्वकप में भी चमके. हार्दिक पंड्या ने बीते विश्वकप में ज़रूरी मौकों पर अच्छी बैटिंग की और विराट और सूर्या के बाद तीसरे सबसे अधिक 128 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने अर्शदीप के बाद दूसरे सबसे अधिक आठ ज़रूरी विकेट्स भी लिए.

हार्दिक टीम इंडिया का वो भविष्य हैं. जो आगे चलकर टीम की कप्तानी भी कर सकते हैं. बीते IPL सीज़न गुजरात टाइटंस को चैम्पियन बनाया और अब न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारत की कमान संभालेंगे.  

युजवेन्द्र चहल: 

युज़ी चहल. टीम इंडिया का सबसे बदकिस्मत नाम. अब इसे युज़ी की बदकिस्मती कहें या टीम इंडिया की कि उन्हें T20 विश्वकप के प्लेइंग इलेवन में शामिल ही नहीं किया गया. इस चैम्पियन प्लेयर को पूरे विश्वकप बैंच पर बिठाकर रखा गया.

IPL में 17 मुकाबलों में सबसे ज़्यादा 27 विकेट्स. पर्पल कैप होल्डर. IPL के आधार पर टीम में वापसी की. कमाल का प्रदर्शन किया. ऑस्ट्रेलिया की टिकट कटवाई. लेकिन फिर भी विश्वकप में टीम मैनेजमेंट का भरोसा नहीं जीत सके. इस लेग ब्रेक गेंदबाज़ ने भारत के लिए 69 मुकाबलों में 85 विकेट्स चटकाए हैं.

युज़ी चहल को इस टीम में होना चाहिए. वो भविष्य में भी भारतीय टीम के अहम गेंदबाज़ हो सकते हैं.

कुलदीप यादव: 

कुलदीप यादव के लिए भारतीय क्रिकेट में पिछले कुछ साल बहुत अच्छे नहीं गुज़रे हैं. लेकिन युजवेन्द्र चहल के साथ उनकी जोड़ी ने भारत को कई मुकाबले जिताए हैं. IPL 2022 में उन्होंने अपनी पुरानी फॉर्म दिखाकर ये उम्मीद जगाई है कि अगर वो फिर से उसी फॉर्म में दिखे तो सामने वाली टीम मुश्किल में होगी.

IPL 2022 में कुलदीप ने दिल्ली के लिए खेलते हुए 21 विकेट निकाले और टॉप-5 गेंदबाज़ों में रहे. इसके बाद भारत के लिए खेलते हुए कुलदीप ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ वनडे सीरीज़ के एक मैच में चार विकेट चटकाए थे. सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने UP के लिए बहुत अधिक विकेट्स तो नहीं चटकाए. लेकिन बेहद किफायती ज़रूर रहे हैं.  

अर्शदीप सिंह: 

T20 विश्वकप में भारत के सबसे सफल गेंदबाज़. जसप्रीत बुमराह की जगह किसी गेंदबाज़ ने T20 विश्वकप में भारत के काम को अच्छे से संभाला तो वो अर्शदीप ही हैं. अर्शदीप ने T20 विश्वकप में 10 विकेट निकाले और ग्रुप स्टेज में लगातार अच्छी गेंदबाज़ी की.

अर्शदीप ने भारत के लिए 19 T20 मुकाबलों में 29 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान उनकी इकॉनोमी 8.04 की रही है. लेकिन अगर इस T20 विश्वकप की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया की विकेट्स पर उन्होंने 7.5 की इकॉनोमी से रन्स दिए. यानि अनुभव के साथ वो रन बचाना भी सीख रहे हैं.

अर्शदीप महज़ 23 साल के हैं, इसलिए वो भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी का भविष्य हैं.

उमरान मलिक: 

उमरान मलिक. T20 विश्वकप की टीम के ऐलान के बाद इस नाम को लेकर कितनी ही चर्चा हुई. कई जानकारों ने कहा, उमरान को विश्वकप टीम में होना चाहिए था. उनकी तेज़ गेंदबाज़ी टीम के काम आ सकती थी. लेकिन उमरान को विश्वकप नहीं ले जाया जा सका. अब उमरान को विश्वकप के बाद एक नई शुरुआत करने का मौका दिया गया है.

उन्हें न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ सीरीज़ में चुना गया है. उमरान की उम्र अभी सिर्फ 23 साल है. ऐसे में उनकी स्पीड भारत के लिए बेहद काम आ सकती है. उमरान ने भारत के लिए तो सिर्फ तीन T20 खेले हैं. लेकिन वैसे उन्होंने 33 T20 मुकाबलों में 45 विकेट चटकाए हैं.

लल्लनटॉप स्पोर्ट्स ने इस टीम को भविष्य और खिलाड़ियों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए चुना है. इस टीम में पूरा दम दिखता है कि वो न्यूज़ीलैंड में जाकर मेज़बानों को हराकर आ सकती है.

बयानबाज़ी अच्छी है लेकिन डिफेंड करने के लिए कुछ तो हो!

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