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सच में टिम पेन ने जानबूझकर कोहली को आउट नहीं किया?

मामला इतना सीधा नहीं है.

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Tim Paine ने Virat Kohli के खिलाफ नहीं लिया DRS (एपी फोटो)
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-2021 के पहले टेस्ट का पहला दिन खत्म हो चुका है. टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने वाली टीम इंडिया ने छह विकेट खोकर 233 रन बना लिए हैं. कैप्टन कोहली ने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 74 रन बनाए. अच्छे टच में दिख रहे कोहली अपने ही साथी अजिंक्य रहाणे के साथ हुई गलतफहमी के बाद रनआउट हुए. हालांकि वह इससे पहले भी आउट हो सकते थे. जब कोहली सिर्फ 16 रन पर बैटिंग कर रहे थे, तभी नाथन लॉयन की एक गेंद तेजी से घूमी. कोहली उसे फ्लिक करना चाहते थे. देखकर लगा कि गेंद उनके ग्लव्स से टकराकर निकली. विकेटकीपर टिम पेन ने इसे सफाई से लपक भी लिया. लेकिन इस कैच के बाद फील्डर्स और विकेटकीपर ने लगभग अनमने ढंग से अपील की. अंपायर ने इसे नकार दिया. अब गेंद टिम पेन के पाले में थी. वह चाहते तो यहां DRS ले सकते थे. लेकिन वह श्योर नहीं थे. शॉर्ट लेग पर खड़े मैथ्यू वेड ने उन्हें DRS के लिए मनाने की कोशिश करी लेकिन पेन नहीं माने. उस वक्त ऑस्ट्रेलिया के तीनों रिव्यू बाकी थे. अगर पेन वह रिव्यू लेते तो क्या पता कोहली की पारी वहीं खत्म हो जाती. बाद के रीप्ले में ऐसा लगा कि कोहली आउट थे.

# सही या गलत?

हालांकि यहां भी दो बातें थीं. हॉटस्पॉट पर कोहली के ग्लव्स पर हल्का सा धब्बा आ रहा था. लेकिन जब बॉल कोहली के ग्लव्स से होकर गुजरी, स्निकोमीटर में कुछ नहीं था. ऐसे में ट्विटर दो धड़ों में बंट गया. एक धड़े का मानना था कि इतने बड़े विकेट के लिए पेन को रिस्क ले लेना चाहिए था. लेकिन दूसरा धड़े का मानना था कि पेन ने सही फैसला किया. ख़ैर, अगर पेन DRS लेते तो शायद कोहली आउट भी हो जाते. लेकिन उन्होंने नहीं लिया और भारत को निश्चित तौर पर इसका फायदा मिला. कोहली, पुजारा (43 रन) और अजिंक्य रहाणे (42) के चलते भारत का पहला दिन इतना खराब नहीं गया. देखने वाली बात होगी कि दूसरे दिन क्या होता है.

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