
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोगा की इस लड़की को DSP पद सौंपा था.
अब जानिए हरमनप्रीत की क्रिकेट जर्नी के बारे में:
हमारी लड़कियों ने 2017 के वर्ल्ड कप में अपना दम दिखा दिया था. 10 में से 6 वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम का धुंआ निकाल दिया था हमारी इन होनहार क्रिकेटर्स ने. मगर इससे भी अहम बात है हरमनप्रीत कौर की वो पारी जिसे देखकर इंडियन वीमन्स क्रिकेट के सुनहरे भविष्य की झलक दिख गई थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 115 गेंदों पर 171 रन की नाबाद पारी खेली थी हरमन ने जिसे देखकर हर कोई कह उठा, वाह हरमन वाह!20 चौकों और 7 छक्कों से सजी इस पारी में वो सब था जिसका सपना इस खिलाड़ी ने देखा होगा. खास बात ये कि सामने ऑस्ट्रेलिया की टीम थी जिसे इस टूर्नामेंट में जीत का दावेदार माना जा रहा था. पिछला यानी 2013 का वर्ल्ड कप जो इंडिया में हुआ था, ऑस्ट्रेलिया ने ही जीता था. पहले बैटिंग करते हुए हमारी लड़कियों ने 281/4 रन बनाए जिसमें 171 रन तो खुद हरमनप्रीत के थे. इसके अलावा कप्तान मिताली राज ने 36 और दीप्ति शर्मा ने 25 रन बनाए. जवाब में धुंरधर ऑस्ट्रेलिया टीम की तरफ से 56 गेंदों पर 90 रन की पारी खेली एलैक्स ब्लैकवेल ने. इसके बावजूद भी टीम 40.1 ओवर में ही 245 रनों पर सिमट गई और इंडियन टीम को मिली वो जीत जिसका हमें इंतजार था. 12 साल पहले 2005 में इंडियन वीमन्स टीम फाइनल में पहुंची थी. 2017 में दूसरा मौका मिला.
पहले ये वीडियो-
मानो सहवाग खेल रहा हो! इस एक महिला क्रिकेटर को अगर इंडिया की नीली जर्सी में खेलते देख लें तो यकीन करना मुश्किल होता है कि वो वीरेंद्र सहवाग नहीं है. धांसू शॉट्स खेलने वाली ये क्रिकेटर सहवाग के बैटिंग स्टाइल की मुरीद है और धुंआ निकाल देती है बॉलर्स का. पंजाब के मोगा में दारापुर गांव की ये लड़की टीम इंडिया की सहवाग है और इन्हें ये टाइटल खूब पसंद है. ऑलराउंडर हरमन को उनके अग्रेसिव खेल के चलते टी-20 स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है.

वीरेंद्र सहवाग के साथ हरमनप्रीत कौर
अपने गांव से करीब 25 किलोमीटर दूर पढ़ने जाने वाली इस खिलाड़ी को एक दिन स्कूल के प्रिंसिपल कमलदीप सिंह सोढी ने खेलते देखा. वो भी बॉयज टीम के साथ. बैटिंग यूं कर रही थी जैसे कोई ट्रेनिंग लिया बल्लेबाज. सोढी ने तभी स्कूल में क्रिकेट अकैडमी शुरू करने का फैसला कर लिया और यहीं हरमन को प्रॉपर ट्रेनिंग मिलनी शुरू हो गई. मां-बाप ने भी साथ दिया और साल 2009 में टीम इंडिया में खेलने का बुलावा मिल गया. हरमनप्रीत साल 2012 में टी-20 एशिया कप के फाइनल में टीम की कप्तानी कर चुकी हैं जब कप्तान मिताली राज और उपकप्तान झूलन गोस्वामी चोट के चलते बाहर हो गईं थी. इस मैच में टॉस जीतकर बैंटिंग करने का फैसला करने पर सभी को लगा कि ये गलत फैसला है, जो था भी. पूरी टीम 81 रन पर आउट हो गई. खुद कौर ने 20 रन बनाए. सभी को लगा मैच हार गए. मगर इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी. और अपनी कप्तानी में टीम को फाइनल में जिताया और एशिया कप के साथ देश लौटीं. पिछले साल यानी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 31 बॉल में 46 रन बनाकर 141 रन का पीछा कर मैच जिताया. ये टी-20 में इंडिया का सबसे बड़ा सफल रनचेज था.

8 मार्च 1989 को पंजाब के मोगा में पैदा हुई हरमनप्रीत का पूरा नाम हरमनप्रीत कौर भुल्लर है. हरमनप्रीत ने अपने वनडे क्रिकेट करियर की शुरुआत अपने 20वें बर्थडे से ठीक एक दिन पहले 7 मार्च 2009 को महिला विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ की थी. साल 2017 का ये वर्ल्ड कप उनका तीसरा वर्ल्ड कप है. करियर तो 2009 में शुरू हुआ लेकिन सब कुछ सही नहीं चल रहा था. मगर 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ लगाई उनकी सेंचुरी ने उनके करियर को नई उड़ान दी. 2017 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफायर मैच में साउथ अफ्रीका को आखिर ओवर में रोमांचक तरीके से इंडिया ने हराया था जिसकी सूत्रधार हरमनप्रीत थी. नीचे दिए वीडियो में उस आखिरी ओवर का रोमांच दिखता है.
हरमनप्रीत इंडिया की पहली महिला क्रिकेटर हैं जिन्हें इंग्लैंड में 'किया सुपर लीग' जिसे वहां का क्रिकेट बोर्ड ऑर्गेनाइज करता है, में खेलने के लिए चुना गया है. इस लीग का दूसरा एडिशन 10 अगस्त से शुरू होगा जिसमें 6 टीमें होती हैं. यही नहीं इससे पहले पंजाब की ये खिलाड़ी वीमन्स बिग बैश लीग में सिडनी थंडर्स के लिए भी खेल चुकी है. साल 2016 में हरमन भारत की पहली (महिला और पुरुष दोनों) क्रिकेटर थीं जो ऑस्ट्रेलिया के इस फॉरमेट में खेलीं. यहां 12 पारियों में कौर ने 296 रन और 6 विकेट लिए थे. इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था. एक मैच के दौरान हरमन का एक छक्का देखकर खुद एडम ग्रिलक्रिस्ट ने वाह! क्या बात है.
कुछ जरूरी बातें-
1. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने 2017 में प्रतिष्ठित अर्जुन अवार्ड के लिए चेतेश्वर पुजारा के साथ हरमनप्रीत कौर के नाम की सिफारिश की है.2. नवंबर 2015 में साउथ अफ्रीका के साथ खेले गए टेस्ट मैच में हरमनप्रीत ने 9 विकेट लेकर भारत के लिए जिताऊ पारी खेली और 34 रन से जीतने में मदद की.
3. उनके परिवार में क्रिकेट के लिए दीवानपन था इसलिए उन्हें अपने पेरेंट्स को ज्यादा मनाने की जरूरत नहीं पड़ी. क्रिकेटर बनने के अलावा कुछ और सोचा ही नहीं.
4. कमलदीप सिंह सोढी ने हरमनप्रीत को फ्री में कोचिंग के साथ क्रिकेट किट, जूते और जरूरतों का सामान देते थे.
5. हरमनप्रीत को उनकी सिलेक्शन की खबर भी नहीं थी. ये खबर उनको उनकी फ्रेंड पूनम राउत, जो टीम इंडिया में हैं, से पता चली. इस बात को कन्फर्म करने के लिए वो अपने कोच सोढ़ी के पास गईं. लेकिन उनको कन्फर्मेशन कॉल दो दिन बाद आई.
6. अजिंक्य रहाने उनके पसंदीदा क्रिकेटर हैं. अजिंक्य के पेशेंस और तकनीक की वो फैन है. उन्होंने अजिंक्य को एक बार नेट प्रैक्टिस करते देखा था. वहां अजिंक्य के कोच ने उन्हें हर बॉल छोड़ने के लिए कहा था. अपनी 2 घंटे की बैटिंग प्रैक्टिस के दौरान उन्होंने किसी बॉल पर बल्ला नहीं लगाया. उन्होंने फुलटॉस तक को बल्ला नहीं लगाया. और यहीं से अजिंक्य की तकनीक की दीवानी हो गईं.
7. जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच में इंडिया ने सबसे बड़ा रन चेज किया जिसमें कौर ने अहम भूमिका निभाई.
8. 81 वनडे मैच खेले हैं, 2121 रन और तीन शतक, 11 अर्द्धशतक लगा चुकी है.
हरमनप्रीत पर वीडियो भी देखिए:
बच्चों को सेक्स, पीरियड्स के बारे में नहीं बताएंगे, तो वो लड़कियों को चरित्रहीन ही समझेंगे