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भारत से पहले किन देशों पर बैन लगा चुकी है FIFA?

पाकिस्तान जैसे देशों की लिस्ट में आया भारत.

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FIFA कई देशों पर लगा चुकी बैन (TWITTER)

FIFA ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. FIFA ने यह फैसला भारतीय फुटबॉल में गैरजरूरी दखल के चलते लिया है. जिस वजह से भारतीय मेंस और विमेंस टीम अब किसी भी टूर्नामेंट या इंटरनेशनल मुकाबले में हिस्सा नहीं ले पाएगी.

इसके साथ ही U-17 फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी भी भारत के हाथ से निकल गई है. हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब FIFA ने किसी देश पर बैन लगाया है. इससे पहले भी कई देशों के ऊपर FIFA इस तरह का बैन लगा चुकी है. जिसमें पाकिस्तान, इराक और कुवैत जैसे देशों का नाम भी शामिल है. आइये जानते हैं कि ऐसे मामलों में पहले किन-किन देशों पर FIFA की गाज गिर चुकी है.

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# FIFA  इन देशों पर लगा चुकी है बैन

इराक (2008 और 2009)

सबसे पहले FIFA के इस बैन का शिकार हुई इराक की नेशनल टीम. जब साल 2008 में FIFA ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर मैच से ठीक पहले इराकी टीम को बैन कर दिया था. जिसकी वजह थी इराक सरकार द्वारा अपनी नेशनल ओलंपिक कमिटी और नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन को भंग कर किया जाना. हालांकि इराकी सरकार ने एक लेटर के जरिए FIFA को आश्वासन दिया, कि सरकार के इस फैसले का फुटबॉल से कोई लेना-देना नहीं है. जिसके कुछ दिन बाद ही उनके ऊपर से बैन हटा लिया गया.

इसके बाद साल 2009 में इराक ओलंपिक्स कमिटी ने देश के फुटबॉल महासंघ को भंग करने का फैसला किया. जिस वजह से FIFA ने सरकारी हस्तक्षेप के कारण इराक पर फिर से प्रतिबंध लगाने का फैसला किया. इराकी फुटबॉल एसोसिएशन (IFA) के निलंबित सदस्यों को दोबारा बहाल किए जाने के बाद FIFA ने बैन हटा लिया.

नाइजीरिया (2014)
FIFA वर्ल्ड कप 2014 में खराब प्रदर्शन के बाद नाइजीरियन फुटबॉल फेडरेशन ने एग्जीक्यूटिव कमेटी को बर्खास्त कर दिया. कोर्ट के आदेश के बाद एक सिविल सर्वेंट को इसकी जिम्मेदारी दे दी गई. जिसके बाद FIFA ने टीम पर बैन लगा दिया. हालांकि कुछ दिन बाद ही कोर्ट ने अपने आदेश को वापस ले लिया. नाइजीरिया पर लगा बैन 9 दिन बाद ही हट गया था.

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कुवैत (2015)
देश में फुटबॉल संघों के काम में सरकार के हस्तक्षेप करने की बात उजागर होने के बाद FIFA ने अक्टूबर 2015 में कुवैत को रीजनल और अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से प्रतिबंधित करने का फैसला किया. ये बैन दिसंबर 2017 में हटाया गया.

इंडोनेशिया (2015)
इंडोनेशिया की सरकार के इस खेल में दखल देने के बाद FIFA ने बैन लगाने का फैसला किया. परिणामस्वरूप इंडोनेशिया 2018 विश्व कप और 2019 एशियाई कप क्वॉलिफाइंग अभियान में हिस्सा नहीं ले पाया. ये बैन मई 2016 में हटा लिया गया.

ग्वाटेमाला (2016)
अक्टूबर 2016 में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद ग्वाटेमाला फुटबॉल फेडरेशन में उथल-पुथल मच गया. जिसको लेकर FIFA ने ग्वाटेमाला को बैन कर दिया. ये बैन साल 2018 तक जारी रहा.

पाकिस्तान (2017 और 2021)
अक्टूबर 2017 में, फीफा द्वारा पाकिस्तान (PFA) को ‘थर्ड पार्टी के अनुचित हस्तक्षेप’ के कारण इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था. जिसकी वजह PFA के अकाउंट्स पर अदालत द्वारा नियुक्त प्रशासक का नियंत्रण होना था. ये बैन मार्च 2018 में हटाया गया. जिसके बाद फिर से साल 2021 में टीम के ऊपर कुछ समय के लिए बैन लगा दिया गया था.

चाड (2021)
मार्च 2021 में सरकार द्वारा चाड फुटबॉल एसोसिएशन को भंग कर दिया गया था. जिस कारण से FIFA ने देश को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने से प्रतिबंधित करने का फैसला किया. ये बैन अक्टूबर 2021 में हटा लिया गया.

जिम्बाब्वे (2022)
भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद देश की सरकार द्वारा जिम्बाब्वे की फुटबॉल एसोसिएशन (ZIFA) को निलंबित कर दिया गया. जिसके बाद FIFA ने फरवरी 2022 में जिम्बाब्वे पर प्रतिबंध लगा दिया. ये बैन अभी तक बरकरार है.

केन्या (2022)
फरवरी 2022 में, फीफा ने फुटबॉल केन्या महासंघ (FKF) को निलंबित कर दिया. जिसकी वजह केन्याई खेल मंत्रालय द्वारा फुटबॉल महासंघ को चलाने के लिए एक कार्यवाहक समिति नियुक्त करना था. देश पर लगा बैन आज भी जारी है.

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