बेन स्टोक्स और रवींद्र जडेजा के बीच मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम दिन ड्रॉ स्वीकार करने को लेकर हुआ विवाद पूर्व क्रिकेटर्स को भी रास नहीं आ रहा है. अब इस मामले में पूर्व ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन भी इंग्लिश कप्तान पर भड़क गए हैं. उनका मानना है कि इंग्लिश कैप्टन चाह रहे थे कि जैसे वो फ्रस्ट्रेटेड थे, वैसे ही टीम इंडिया भी इस मुकाबले में फ्रस्ट्रेट हो जाए.
स्टोक्स के ब्रुक वाले बयान पर अश्विन ने जो सुनाया है, आप भी कहेंगे- ये हुई ना बात
भारतीय पूर्व ऑलराउंडर Ravichandran Ashwin ने Ben Stokes को गंदा सुना दिया है. उन्होंने Ravindra Jadeja और Washington Sundar की सेंचुरी के लिए टीम इंडिया के ड्रॉ नहीं स्वीकार करने के फैसले की सराहना की है.

दरअसल, इंग्लिश कैप्टन ने अंतिम दिन का खेल खत्म होने से 15 ओवर पहले टीम इंडिया को ड्रॉ का ऑफर दिया था. रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर तब क्रीज पर मौजूद थे. जडेजा 89 रन बनाकर खेल रहे थे, जबकि सुंदर 80 रन पर बैटिंग कर रहे थे. ऐसे में जडेजा ने ड्रॉ स्वीकार करने से मना कर दिया. इसे लेकर बेन स्टोक्स ने निराशा दिखाई, जिसे लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है. बेन स्टोक्स की तरफ से जडेजा से कहा गया,
अगर आपको 100 चाहिए था, तो पहले उस तरह बैटिंग करनी चाहिए थी. अगर आप चाहते हो कि ब्रूक और डकेट के खिलाफ आप अपनी सेंचुरी पूरी करो तो ठीक है. आप खेलते रहो.
जडेजा ने इस पर कहा,
आप क्या चाहते हो, मैं ऐसे ही वॉकऑफ कर जाऊं.
इस पर क्रॉली ने कहा,
आप हाथ मिलाकर मैच खत्म कर सकते हो.
इस पर जडेजा ने कहा,
नहीं, मैं ये नहीं कर सकता हूं.
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अश्विन ने लगाई फटकारस्टोक्स चाहते थे कि उनके बॉलर्स को थोड़ा आराम मिल जाए, क्योंकि उन्हें ये लग गया था कि इस मैच का रिजल्ट अब नहीं आ सकेगा. हालांकि, अश्विन ने अपने YouTube चैनल पर इस घटनाक्रम पर बात करते हुए स्टोक्स को गंदा सुना दिया. अश्विन ने कहा,
बेन स्टोक्स चाह रहे थे कि वो फ्रस्ट्रेटेड हैं तो इंडियन टीम भी फ्रस्ट्रेट हो जाए. जिस बैटर ने सुबह से इतने बॉलर्स को खेला और 80-89 तक पहुंच गया हो, वो क्यों अपनी सेंचुरी पूरी न करे. आप ब्रूक क्यों फ्लिंटॉफ से बॉलिंग कराओ. इससे क्या फर्क पड़ता है. जिसने मेहनत की है इतनी, वो क्यों अपनी सेंचुरी पूरी नहीं करेगा.
वहीं, अश्विन ने जैक क्रॉली की भी आलोचना की. उन्होंने कहा,
सीरीज ड्रॉ करने का है मौकाबैटर का मन वो जब तक बैटिंग करना चाहे करेगा. ये क्या बात होती है कि अगर सेंचुरी पूरी करनी थी तो तेज खेलना था. ये टेस्ट है. बैटर को जैसे मन करेगा वैसे खेलेगा. वो कौन होते हैं ये बताने वाले कि तेज खेलना था या धीरे.
टीम इंडिया के लिए अंतिम दिन तीन बैटर्स ने अपनी सेंचुरी पूरी की. सबसे पहले कप्तान शुभमन गिल, फिर रवींद्र जडेजा और अंत में वॉशिंगटन सुंदर. केएल राहुल ने भी जबरदस्त बैटिंग की. हालांकि, वो शतक से चूक गए. वो 90 रन बनाकर आउट हो गए. चारों की जबरदस्त बैटिंग के दम पर टीम इंडिया ने 5 सेशन बैटिंग कर इस मुकाबले को ड्रॉ तक पहुंचाया. इस ड्रॉ के साथ ही अब टीम इंडिया एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को भी बराबर करने के इरादे से लंदन में उतरेगी. 31 जुलाई से शुरू होने वाला ये मुकाबला लंदन के द ओवल में खेला जाएगा.
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