पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर्स भी टीम की हरकतों से निराश, खेल भावना पर उठा दिया सवाल
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज Jonathan Trott और पूर्व कप्तान Michael Atherton ने स्टोक्स-जडेजा विवाद पर निराशा जताई है. सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 31 जुलाई को ओवल में खेला जाएगा, जिसमें भारत के पास सीरीज बराबरी करने का आखिरी मौका होगा.

भारत-इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड के खिलाड़ियों खासकर कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) के बर्ताव ने न सिर्फ क्रिकेट फैन्स बल्कि पूर्व क्रिकेटरों को खफा किया है. इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट (Jonathan Trott) और पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन (Michael Atherton) ने पूरे घटनाक्रम पर निराशा जताई है.
हैरी ब्रूक की हास्यास्पद बॉलिंगमैच के आखिरी समय में भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर बैटिंग कर रहे थे. इसी दौरान स्टोक्स ने जडेजा और सुंदर से हाथ मिलाने के लिए अंपायर से संपर्क किया और मैच खत्म करने का ऑफर दिया. लेकिन जडेजा और सुंदर दोनों अपने शतक के करीब थे, इसलिए दोनों ने इस ऑफर को ठुकरा दिया. यह बात इंग्लिश कैप्टन को रास नहीं आई. उन्होंने अपने प्रमुख गेंदबाजों से बॉलिंग कराने की बजाय हैरी ब्रूक और जो रूट जैसे पार्ट-टाइम गेंदबाजों को बॉल थमा दी.
हैरी ब्रूक को बॉल मिली तो वो बिना किसी दमखम से सिर्फ खानापूर्ती के लिए बॉलिंग करते दिखे. उन्होंने लगातार फुल टॉस डाले ताकि भारतीय खिलाड़ी अपना शतक पूरा करें और मैच खत्म हो. अंग्रेजी खिलाड़ियों का ‘ड्रामा’ यहीं खत्म नहीं हुआ. जब भारतीय बल्लेबाजों ने शतक पूरे किए तो इंग्लैंड के खिलाड़ी ताली बजाने के बजाय चुपचाप खड़े रहे. यह हरकत सीधे तौर पर स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ दिखाई दी.
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अब इस पर इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने जियो हॉटस्टार पर पोस्ट मैच बातचीत में इस पर निराशा जताई. उन्होंने कहा,
गेम का इस तरह से अंत बिल्कुल अच्छा नहीं था. यह बताना जरूरी है कि जडेजा और सुंदर के शतक लगाने के बाद इंग्लैंड ने तालियां तक नहीं बजाईं. हैरी ब्रूक तो बस गेंदों को हवा में उछाल रहे थे. वह जरा भी परवाह नहीं कर रहे थे. मुझे लगता है कि यह खेल की असली भावना के खिलाफ था. मेरे लिए यह वाकई अजीब है.
ट्रॉट ने यह भी कहा कि खेल खेलने का एक तरीका होता है. विरोधी टीम के लिए सम्मान होता है. इस तरह की गेंदबाजी से खेल की इज्जत कम होती है.
सिर्फ ट्रॉट ही नहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन को भी हैरी ब्रूक की हरकत (गेंदबाजी) पसंद नहीं आई. उन्होंने इसे हास्यास्पद करार दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी गेंदबाजी से मैच का नतीजा और भी बेमानी हो गया.
भारत ने पांच सेशन से ज्यादा बैटिंग की. आखिर में 425/4 के स्कोर पर मैच ड्रॉ हुआ. जडेजा और सुंदर दोनों ने अपने शतक पूरे किए. इस ड्रॉ के बाद एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में इंग्लैंड की बढ़त 2-1 है. अब दोनों टीमों के बीच अंतिम टेस्ट मैच 31 जुलाई को ओवल में खेला जाएगा, जिसमें भारत के पास सीरीज बराबरी करने का आखिरी मौका होगा.
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