हमें सेहत पर मेल आया अवंतिका का. दिल्ली की रहने वाली हैं. 27 साल की हैं. वो प्रेगनेंट हैं. उनका 12वां हफ्ता चल रहा है. दो हफ़्ते पहले वो सोकर उठीं तो उन्होंने चादर पर एक ब्लड स्पॉट नोटिस किया. उन्हें एहसास हुआ उन्हें ब्लीडिंग हो रही है. अब जितना आम लोगों को पता है, उसके हिसाब से प्रेग्नेंसी के 9 महीनों के दौरान पीरियड्स नहीं होते. ये भी कहा जाता है कि बच्चा गिरने पर ब्लीडिंग होती है. ऐसे में अवंतिका काफी घबरा गईं. वो डॉक्टर के पास भागीं. चेकअप में पता चला कि अवंतिका ठीक हैं. उनका बच्चा भी ठीक है. साथ ही ये भी पता चला कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में ऐसा होता है.
अब अवंतिका चाहती हैं हम इस टॉपिक पर एक एपिसोड बनाएं. डॉक्टर से पूछकर उनकी जैसी महिलाओं तक सही जानकारी पहुंचाएं. ताकि उन्हें पता रहे कि डरने की बात नहीं है. साथ ही ये भी पता रहे कि कब वाकई ख़तरा की घंटी बज चुकी है. तो सबसे पहले ये जानते हैं कि क्या प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लीडिंग नॉर्मल है? प्रेग्नेंसी के दौरान क्या वजाइनल ब्लीडिंग नॉर्मल है? ये हमें बताया डॉक्टर मधु गोयल ने.

डॉक्टर मधु गोयल, गायनेकोलॉजिस्ट, फ़ोर्टिस, नई दिल्ली
प्रेग्नेंसी बहुत खुशी का टाइम होता है लेकिन कई बार ये खुशी एक छोटी सी वजाइनल ब्लीडिंग या स्पॉटिंग की वजह से ध्वस्त हो जाती है. तो क्या ये नॉर्मल है प्रेग्नेंसी में? नहीं. वजाइनल ब्लीडिंग प्रेग्नेंसी में नॉर्मल नहीं है. लेकिन ये बात भी सच है कि प्रेग्नेंसी में वजाइनल ब्लीडिंग होती है तो ज़रूरी नहीं कि बच्चा गिर गया हो. कई बार प्रेग्नेंसी आगे खिंच सकती है. बिल्कुल ठीक ठाक आपकी डिलीवरी भी हो सकती है. प्रेग्नेंसी में किन कारणों से होती है वजाइनल ब्लीडिंग? - वजाइनल ब्लीडिंग का मतलब है कि अबॉर्शन होने का चांस होना. अबॉर्शन कई प्रकार के होते हैं. थ्रेटेन्ड अबॉर्शन हो सकता है. मतलब ब्लीडिंग हो रही है लेकिन थोड़ी सी दवाई और रेस्ट से ये ब्लीडिंग बंद हो जाएगी.
- कई बार ब्लीडिंग हॉर्मोनल कारणों से होती है, जिसका मतलब है कि थोड़े से इलाज से ये ठीक हो जाएगी
- ब्लीडिंग मिस्ड अबॉर्शन के कारण हो सकती है. मतलब ऑलरेडी प्रेग्नेंसी खत्म हो चुकी है लेकिन अब आपकी बॉडी आपको संकेत दे रही है प्रेग्नेंसी खत्म होने का, इसका मतलब ये है कि प्रेग्नेंसी ठीक थी ही नहीं शुरू से ही. या तो अंडे में प्रॉब्लम थी या स्पर्म में प्रॉब्लम थी या प्रेग्नेंसी की बनावट में दिक्कत थी.

- कई बार बच्चेदानी का मुंह खुल जाने पर भी ब्लीडिंग होती है. ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि आप डॉक्टर के पास जाएं. वो आपकी जांच करेंगे और आपको दवाई देंगे या सर्जरी से अबॉर्शन करेंगे ताकि प्रेग्नेंसी वहीं खत्म हो जाए. याद रखें कि इस तरह के अबॉर्शन यानी इनकंप्लीट अबॉर्शन या इनएविटेबल ब्लीडिंग में इतनी ब्लीडिंग हो सकती है कि मरीज की जान भी जा सकती है. प्रेग्नेंसी में वजाइनल ब्लीडिंग का इलाज वजाइनल ब्लीडिंग बेहद खतरनाक स्थिति होती है, तो अगर आपको थोड़ी भी स्पॉटिंग होती है तो आप डॉक्टर से मिलें. वो आपकी क्लीनिकल जांच कराएंगे, डॉक्टर आपका हॉर्मोनल टेस्ट करा सकते हैं. या वो आपका अल्ट्रासाउंड कराकर देखेंगे कि प्रेग्नेंसी ठीक है या नहीं. इन तीनों जांच के हिसाब से आपका इलाज किया जाएगा.

कब सतर्क हो जाने की ज़रूरत है? अगर आपको बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, चक्कर आ रहे हैं, बेहोशी की कगार पर पहुंच जाते हो, या पेट में दर्द है. तो ये इमरजेंसी सिचुएशन है और हो सकता है आपका अबॉर्शन हो गया हो. जिसमें इतना ब्लड लॉस हो गया है कि आपकी ऐसी हालत हो रही है. इस हालत में आपको तुरंत हॉस्पिटल जाना चाहिए.
डॉक्टर के मुताबिक, प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लीडिंग होना ख़तरनाक हो सकता है. पर हर केस में ये मिसकैरिज की निशानी भी नहीं है. इसलिए अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे.
वीडियो