सैकड़ों कश्मीरी प्रवासी पीएम पैकेज कर्मचारियों और आरक्षित श्रेणी के कर्मचारियों ने कश्मीर से जम्मू के सुरक्षित वातावरण में स्थानांतरित करने की अपनी मांग को दोहराते हुए प्रदर्शन किया. उन्होंने 18 फरवरी को 'महा शिवरात्रि' उत्सव के मद्देनजर अपने लंबित वेतन को तत्काल जारी करने की भी मांग की. घाटी में आतंकवादियों द्वारा अपने सहयोगियों राहुल भट और रजनी बाला की लक्षित हत्याओं के बाद प्रधानमंत्री पैकेज के करोड़ों कश्मीरी प्रवासी पंडित कर्मचारी और जम्मू-आधारित आरक्षित श्रेणी के कर्मचारी पिछले साल मई में जम्मू भाग गए थे. भट की 12 मई को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में उनके कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि स्कूल शिक्षक बाला की पिछले साल 31 मई को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. देखिए वीडियो.
कश्मीरी पंडित सड़क पर क्यों बैठे? पीएम मोदी, एलजी मनोज सिन्हा से क्या मांग की?
भट की 12 मई को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में उनके कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
Advertisement
Advertisement
Advertisement