अगर आप क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो आपको हर महीने एक स्टेटमेंट मिलता होगा. क्रेडिट कार्ड के नए कस्टमर्स के लिए इस स्टेटमेंट को समझना एक बड़ी जद्दोजहद का काम होता है. इसे ठीक से नहीं समझना कार्ड होल्डर्स को बड़ी मुश्किल में डाल सकता है. वजह है, इसमें क्रेडिट कार्ड पेमेंट, बकाया, ब्याज और लेट फीस से जुड़ी सारी जानकारी दी होती है. इन्हीं चीजों के आधार पर क्रेडिट कार्ड का टोटल बकाया तय होता है. देखें वीडियो.
क्रेडिट कार्ड लिमिट, मिनिमम अमाउंट ड्यू, कैशबैक जैसे शब्दों का 'सही' मतलब ये है
क्रेडिट कार्ड कंपनियां हर महीने बिल या स्टेटमेंट जारी करती हैं. इसमें कुल बकाया से लेकर बकाया भरने की आखिरी तारीख, मिनिमम बकाया, लेट फीस जैसी जरूरी चीजों की जानकारी होती है.
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