फिल्म रिव्यू: सांड की आंख
फिल्म को देखकर लगता है, मेकअप वाली गड़बड़ी जानबूझकर की गई है.
फिल्म की कहानी मोटा-माटी जान लीजिए. यूपी के बागपत जिले के एक गांव में तीन शादीशुदा भाई रहते हैं. इनके घर में कई बाल-बच्चे हैं. परिवार घोर पितृसत्तात्मक है. घर में सबसे बड़े भाई की सबसे ज़्यादा चलती है. वो गांव का सरपंच भी है. अब ऐसे डिप्रेसिंग माहौल में घर की मझली और छोटी बहुएं कैसे शूटिंग में अपना नाम कमाती हैं, फिल्म इसी पर आधारित है. वीडियो में फिल्म से जुड़ी और भी जानकारी मौजूद है जिसे फिल्म देखने से पहले तो ज़रूर ही देख लीजिए.