The Lallantop
Logo

ढाई साल की बेटी से किया वादा टूट गया, अनंतनाग में शहीद हुए मेजर आशीष की कहानी

उन्होंने फोन पर यह भी कहा था- 'दुश्मनों को खत्म करके लौटूंगा, सब जश्न मनाएंगे.'

Advertisement

मेजर आशीष धोंचक करीब छह महीने बाद अपनी पत्नी और छोटी बच्ची से मिलने वाले थे. कुछ दिन की छुट्टियां मिलीं और ढेर सारी योजनाएं बनाईं. मेरे जन्मदिन पर नये घर का गृहप्रवेश समारोह होना था. परिवार के साथ जागरण का भी आयोजन करना था. योजना ड्यूटी से छुट्टी लेकर परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की थी. उन्होंने फोन पर यह भी कहा था- 'दुश्मनों को खत्म करके लौटूंगा, सब जश्न मनाएंगे.' लेकिन, 13 सितंबर को कश्मीर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में मेजर आशीष धौंचक शहीद हो गए. देखें वीडियो. 

Advertisement

Advertisement
Advertisement