सआदत हसन मंटो. सच से पर्दा उठाने की कोशिश में अश्लीलता का आरोप झेला. अदालत गए. जवाब देते-देते थक गए तो पागलखाने भेज दिए गए. हिंदुस्तान पाकिस्तान बंटवारे पर सबसे बेहतरीन लिखने वालों में से एक रहे मंटो. फ़िल्में लिखीं, रेडियो नाटक लिखे. कुछ वक्त पहले नंदिता दास की बनाई फ़िल्म ‘मंटो’ रिलीज़ हुई थी. मंटो को अदालतों और बैठकों में खुलकर बोलने वाले के तौर पर पहचाना जाता था. मंटो के कहे और लिखे में से 15 वो बातें पढ़ लीजिए जो ज़िंदगी भर काम आएंगी.
इबारत: सआदत हसन मंटो की ये 15 बातें, जो आज भी याद की जाती हैं
धर्म से लेकर इंसानियत तक, सब पर सब कुछ कहा है मंटो ने.
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