माइनस चालीस डिग्री तापमान. एक बर्फ़ीला पहाड़ी दर्रा. अंधेरी रात. ख़राब मौसम. तेज़ बर्फ़ीली हवाएं. और, नौ अनुभवी हायकर्स. ऐसा क्या हुआ होगा उस रात कि नौ समझदार और अनुभवी हायकर्स नंगे पांव, केवल अंडरवेयर पहने अपने टेंट से भाग गए हों? ऐसा क्या हुआ होगा कि उतनी सर्द रात वो अपना टेंट छोड़कर एकाएक जंगलों की तरफ दौड़ गए हों? उनके टेंट पर चाकू से चीरे जाने का निशान क्यों था? क्यों उनकी लाश टेंट से सैकड़ों गज़ दूर छितराई हुई पड़ी मिली? उनमें से एक की आंखें क्यों गायब थीं? क्यों एक टीम मेंबर की जीभ कटी हुई थी? फूटी खोपड़ी, टूटी पसलियां, क्या हुआ था उनके साथ? बीते दिनों इस मामले में एक नई थिअरी आई है. क्या है ये मामला, विस्तार से बताते हैं.
दुनियादारी: नौ पर्वतारोहियों के शव पहाड़ पर अजीब हाल में क्यों मिले?
ये क्या, क्यों, कैसे का सवाल पिछले 62 साल से एक मिस्ट्री बना हुआ है.
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