लौंडा नाच की परंपरा को आगे बढाने वाले 95 वर्षीय रामचंद्र मांझी. बिहार के छपरा से ताल्लुक रखते हैं. संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला. प्रसिद्ध नाटककार स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की परंपरा को जीवित रखने वाले रामचंद्र मांझी उन कलाकारों की एक आस बनें है जो सूचना और प्रौद्योगिकी के इस युग में खोती जा रही विधाओं के संरक्षण में दिन रात कार्यरत हैं.
भिखारी ठाकुर की टीम में रहे रामचंद्र मांझी का लौंडा नाच देखिए
95 साल का एक बुजुर्ग, औरतों की तरह नाचता है.
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