अमृतपाल सिंह के सरेंडर के पीछे कई थ्योरी सामने आ रही हैं. उसके पक्के साथी पप्पलप्रीत का अरेस्ट हो जाना फिर उसके परिवार के लोगों पर पुलिस कार्रवाई (Amritpal Surrender Story). 36 दिन की फरारी के दौरान उसके समर्थक भी उससे दूर होते गए. खबर ये भी है कि उसे खालिस्तानी संगठनों के विरोधी और गैंगस्टरों से जान का खतरा था. वो अकेला पड़ गया था. परिवार की चिंता थी. साथ वालों से सरेंडर करने की सलाह भी मिल रही थी.देखिए वीडि
अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने पकड़ा, कच्चा चिट्ठा जान लीजिए
अमृतपाल सिंह के सरेंडर के पीछे कई थ्योरी सामने आ रही हैं.
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