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यूट्यूब पर धड़ल्ले से पोर्न दिखा रहे हैं ये चैनल

संगठित तौर पर ऐसे वीडियो बनाए और परोसे जा रहे हैं, कई वीडियोज देखने के पहले उम्र भी नहीं पूछी जाती.

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फोटो - thelallantop
एक आम सा कस्बाई कमरा. तीस-पैंतीस बरस की महिला किसी का इंतजार कर रही है. दरवाजा खुलता है. सामने अठारह-उन्नीस साल का लड़का हाथ में किताब लिए खड़ा है. दोनों के बीच की औपचारिकता देख अब तक आपको समझ आ चुका होता है कि एक ट्यूशन टीचर है और दूसरा छात्र. पढ़ाई शुरू होती है. पढ़ाते-पढ़ाते टीचर का पल्लू गिरता है. लड़का असहज हो जाता है. अब उसका ध्यान किताबों पर कम है. कभी वह किताब गिराकर उसे उठाने के बहाने टीचर को देखता है, कभी पाठ समझने के बहाने छूता है. रहा नहीं जाता तो प्रपोज कर देता है. टीचर पहले लताड़ लगाती है. फिर लड़के को शर्मिंदा देख टेढ़ी मुस्कान मुस्काती है. उठकर लड़के की गोद में बैठ जाती है. आलिंगन होता है. फिर आगे जो होता है वो पोर्न वीडियोज़ में ही पाया जाता है.
जो फिल्में आपने अब तक लुक-छिपकर या एकाध उधमी दोस्तों के साथ अनोप, अंगूरी और नीलकमल में देखी होगी. वो अब छिपी नहीं रह गई हैं. ऐसी सॉफ्टपोर्न फिल्में अब यूट्यूब पर देखी जा रही हैं. इनका दर्शक वर्ग अलग है. और संगठित तौर पर ऐसे कई यू-ट्यूब चैनल हैं जहां आए दिन सॉफ्ट पोर्न अपलोड होता रहता है. यूट्यूब पर सबसे फेमस कौन है? भारत में सबसे ज्यादा कौन देखा जाता है? हनी सिंह, ऋतिक, सलमान, शाहरुख या रणबीर? आप अंदाजा लगाइए! आंकड़े हम बताते हैं. यशराज 'सुल्तान' का ट्रेलर लाता है. सलमान वाला. 70,32,429 व्यू हैं उसके. ये पंक्तियां लिखे जाने तक! YRF के सब्सक्राइबर्स हैं 31,50,312 . गणित की मानें तो हर सब्स्क्राइबर के पीछे दो-ढ़ाई लोग बिना सब्सक्राइब किए सलमान को देख रहे हैं. यहां इस बात पर गौर कीजिए कि ऐसी फिल्मों के ट्रेलर का बाकायदा प्रमोशन होता है. फेसबुक-ट्विटर पर स्पॉन्सर्ड पोस्ट चलते हैं. तमाम सितारे और खबरिया चैनल इन्हें शेयर करते हैं.  अब सोचिए सलमान से बड़ा स्टार कौन होगा जिसके लिए यही अनुपात 215 गुना हो जाए. जवाब है पोर्न. यूट्यूब पर पिछले एक साल में सेमी पोर्न फिल्मों का नया बाजार खड़ा हुआ है. एक उदाहरण से समझिए देसी जलवा के एक वीडियो को 2.80 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. मैटिनी मस्ती का एक वीडियो इंडियन भाभी चीटेड डॉक्टर, उस पर  1.99 करोड़ व्यू आ चुके हैं. आप आंकड़ों को बिना पढ़े आगे बढ़ आए हैं. फिर पढ़िए तो समझ आएगा ये आंकड़ा 2 करोड़ से थोड़ा ही कम है. किसी चर्चित यूट्यूब चैनल के वायरल हो चुके वीडियो से कहीं ज्यादा. सब्सक्राइबर्स के अनुपात में व्यूज को देखें तो 215 गुना ज्यादा . वहीं मनोरमा की कहानियां के आफ्टर सैटिसफाइंग..वीडियो को 1.37 करोड़ लोगों ने देख रखा है.

चैनल छोटे लेकिन वीडियो बड़े हिट

शुद्ध देसी लव के 14 हजार चाहने वाले हैं, जबकि वीडियो देखने वाले 40 लाख 93 हजार लोग. आप वीडियो की पहुंच पर गौर कीजिए. वहीं देहाती भाभी के 61 हजार सब्सक्राइबर हैं. मैटिनी मस्ती  को 92 हजार से ज्यादा लोग पसंद करते हैं तो मैटिनी मजा को 1.18 लाख. देहाती हॉट मूवीज पर भले ही 67 सबस्क्राइबर दर्ज़ हैं लेकिन उनके सबसे ज्यादा देखे गए वीडियो पर 1. 27 करोड़ से ज्यादा की गिनती नजर आती है. नमकीन लव को यू-ट्यूब पर आए अभी छह महीने भी नहीं हुए पर उनके वीडियोज 48 लाख बार देखे गए हैं. हनीमून टीवी पर इतने ही समय में व्यूज 44 लाख हैं, जिस्म चैनल पर डेढ़ महीने से कम समय में 5 लाख व्यूज हैं, जबकि उनके फॉलोअर्स सिर्फ 2000 हैं.

इन कहानियों का कंटेंट

इन वीडियो में द्विअर्थी संवाद होते हैं. एकाध किसिंग सीन होते हैं. ड्रीम सीक्वेंस होते हैं. अपने स्तर पर हर वीडियो के अंत में कुछ न कुछ जरूर रखा जाता है जो चौंकाए. पति का दोस्त मोबाइल और पैसों का लालच देकर महिला को बरगलाता है और अंत में पता चलता है. मोबाइल और पैसे तो पति ने भेजे थे. या किसी दूसरी कहानी में अधेड़ उम्र की महिला घर बुलाकर डॉक्टर को डरा-धमकाकर सेक्स के लिए कहती है. फिर हाथ-पैर जोड़ने पर पैसे लेकर छोड़ देती है. संदेश ये दिया जाता है कि डॉक्टर मरीजों को लूटता था और महिला ने उसे सबक सिखाने के लिए ऐसा किया.

यौन कुंठाओं को भुनाते हुए...

इन वीडियोज का मूल तत्व लोगों की यौन कुंठाए हैं. कहानियां उसी के इर्द-गिर्द घूमती है. इन वीडियो के मुख्य पात्र हैं अधेड़ उम्र की भाभियां, मामियां और चाचियां, कामवाली बाई, दोस्त की कमसिन बहन या गर्लफ्रेंड ,पड़ोसन और मकान मालिक की बेटी, या ट्यूशन की स्टूडेंट. उनके निशाने पर होते हैं, आस-पड़ोस के सब्जीवाले, दूधिए, देवर, ट्यूशन टीचर, पति के दोस्त. वीडियोज में अक्सर महिलाओं को अप्रोच करते दिखाया जाता है. कुछ में पुरुष भी उनकी मजबूरी या अकस्मात मिले मौके का फायदा उठाते नजर आते हैं. ज्यादातर वीडियोज में भाषा बिहारी पुट लिए नजर आती है. ड्यूरेशन 12-15 मिनट की होती हैं. कम खर्चे पर तैयार होने वाले ये वीडियोज लॉज या नए बने फ्लैट्स में शूट हुए लगते हैं.

कैसे चलते हैं ये यूट्यूब चैनल?

देसी, देहाती, भाभी, पड़ोसी, जलवा, मसाला, मजा. ये वो कीवर्ड हैं. जिनपर ये वीडियोज और चैनल्स चलते हैं. सीधा सा अप्रोच है, जो चीजें लोगों के आसपास हैं. और फिल्में बनाने वालों को पता है कि आम लोग देखना पसंद करते हैं. वही परोसा जाता है. इनमें से कुछ वीडियो और कुछ चैनल बच्चे भी एक्सेस कर सकते हैं. वहीं कुछ को देखने के लिए पर्याप्त उम्र मांगी जाती है. पिछले कुछ दिनों में कुछ वीडियो हटाए भी गए हैं. कुछ चैनल्स के नाम बदले गए और फिर से वही वीडियो अपलोड किए गए. जिससे ये भी पता लगता है कि इनकी निगरानी की जा रही है.