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मुख्तार-अतीक पर कार्रवाई, बृजेश-धनंजय पर नहीं! इस पर योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?

लल्लनटॉप ने जब धनंजय सिंह को लेकर योगी आदित्यनाथ से पूछा सवाल

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दी लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इंटरव्यू लिया है.
यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार से इस समय मंत्री और विधायक लगातार इस्तीफे दे रहे हैं. इससे विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की सियासत गरमा गई है. इस बीच दी लल्लनटॉप ने इंटरव्यू किया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का. संपादक सौरभ द्विवेदी ने उनसे सरकार के कामकाज और तमाम बड़े विवादों से लेकर जन सरोकार से जुड़े मुद्दों पर सीधे सवाल पूछे. इस इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ से एक सवाल यह भी पूछा गया कि यूपी सरकार मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन वह धनंजय सिंह और बृजेश सिंह पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? धनंजय सिंह को फरार घोषित कर दिया गया है और वे खुलेआम क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन यूपी पुलिस कहती है कि धनंजय सिंह मिल नहीं रहे हैं. ऐसे में आपके विरोधी कहते हैं कि योगी सरकार में पक्षपातवाद है? इसके सवाल के जवाब में यूपी के सीएम कहते हैं,
"देखिए धनंजय सिंह की गिरफ्तारी हमारी पुलिस ने की थी, जौनपुर से उन्हें हमारी पुलिस ने ही गिरफ्तार किया था. बाद में वो अदालत से अपनी जमानत करवाकर आए. लेकिन ये कहना कि कार्रवाई नहीं की, ये गलत है. अगर कोई कानून की नजर में दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. लेकिन अगर कोई व्यक्ति कानून के दायरे में रहकर के कानून का सम्मान करता है, तो बेवजह उसको नहीं छेड़ा गया, चाहें कोई भी रहा हो. लेकिन अगर कोई कानून का सम्मान नहीं करता तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा."
योगी आदित्यनाथ से आगे यह भी सवाल किया गया कि लखनऊ से एक व्यापारी को देवरिया जेल में अतीक के सामने ले जाया गया और वहां उसके साथ मारपीट तक हुई. ऐसी खबरें आती हैं कि अतीक को लेकर थोड़ी नरमी बरती जाती है क्योंकि उन्हें कानपुर कैंट या फिर कहीं और से चुनाव लड़वाया जा सकता है, ऐसी खबरें कहां से आती हैं और क्यों आती हैं? सीएम योगी ने मुस्कराते हुए इस सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा,
"ये जो इनके हमदर्द हैं उन लोगों से ये सवाल पूछना चाहिए, ये लोग इनको सांसद और विधायक चुनकर के भेजते थे. मुख्तार अंसारी की सबसे बड़ी हितैषी तो कांग्रेस है, जो कई सालों तक पंजाब की जेल में उसकी खातिरदारी करते रहे. मुख्तार अंसारी को सपा और बसपा ने भी विधानसभा भेजने का काम किया, अतीक को भी इन्होंने भेजा, आजम खान को भी ये लोग भेजते रहे. तो इस तरह के सवाल इन लोगों से पूछने चाहिए ये लोग ज्यादा बेहतर बता पाएंगे."
इसके बाद यूपी के सीएम से पूछा गया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की हाल ही में दिल्ली में बीजेपी नेताओं के साथ कई मीटिंग हुईं, क्या उनसे यह सवाल नहीं पूछा कि उनकी सरकार ने मुख्तार अंसारी को लेकर इतना प्रेम क्यों दिखाया था? इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ का कहना था,
"कैप्टन अमरिंदर सिंह पर कांग्रेस नेतृत्व का दबाव था और कांग्रेस में कोई तो है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहा है, संवैधानिक संस्थाओं की अवमानना कर रहा है. अभी प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ जो हुआ है, उसपर कितना शर्मनाक बयान पंजाब के मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) का आया है कि पीएम की सुरक्षा के मुद्दे पर उन्होंने प्रियंका वाड्रा को ब्रीफ किया था. अब ये तो स्तर है कांग्रेस का इसलिए कांग्रेस की ये फितरत बन चुकी है संवैधानिक संस्थाओं  की अवमानना करना और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना."