‘YesMadam’. कल से पहले तक शायद आप और मेरे जैसे कई लोगों ने इसके बारे में नहीं सुना होगा. लेकिन 9 अक्टूबर को एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल होने के बाद कई लोगों को इसके बारे में पता चल गया. सोशल मीडिया पोस्ट क्या था? संक्षेप में बताएं तो कंपनी पर आरोप लगा कि एक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर तनावग्रस्त कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया. अब इसको लेकर अपडेट आया है. ऐसा अपडेट जिसे जानकर अब शायद आप इतने शॉक ना हों, क्योंकि कुछ समय पहले भी आपको एक अभिनेत्री से जुड़ी ऐसी ही मिलती जुलती खबर सुनने को मिली थी. उनकी तरह इस कंपनी ने भी इस शॉकिंग सोशल मीडिया पोस्ट को जागरुकता अभियान से जोड़ दिया है.
YesMadam को कल तक कुछ लोग जानते थे, अब कई लोग जानते हैं; क्योंकि 'पब्लिसिटी स्टंट' अच्छा था!
‘YesMadam' कंपनी को लेकर 9 दिसंबर को एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुआ था. जिसमें तनावग्रस्त कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की बात सामने आई थी. अब इसकी सच्चाई पता चली है.

YesMadam स्टार्ट अप की तरफ से एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसको लेकर सफाई दी गई. जिसमें लिखा गया है,
“सोशल मीडिया पोस्ट, जिसमें हमारी अपने कंपनी के कर्मचारियों के निकाले जाने की बात सामने आई थी, इससे अगर किसी को ठेस पहुंची है तो हम दिल से माफी मांगते हैं. हम कभी भी ऐसा अमानवीय फैसला नहीं ले सकते हैं. इस सोशल मीडिया पोस्ट के पीछे का इरादा इस बात को उजागर करना था कि लोग वर्कप्लेस पर किस तरह के स्ट्रेस से जूझते रहते हैं. कंपनी साफ करना चाहती है कि किसी भी कर्मचारी को निकाला नहीं गया बल्कि उन्हें ब्रेक दिया गया ताकि वो अपने आप को रिसेट कर सकें. उन्हें अपना स्ट्रेस रिलीज करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.”
‘यस मैडम’ की टीम ने अपने ‘पब्लिसिटी स्टंट’ को ‘पब्लिक अवेयरनेस’ का जामा तो पहना दिया. मगर क्या कंपनी का कैंपेन डिजाइन करने वालों और उन्हें शेयर करने वाले स्वामिभक्त कर्मचारियों ने कभी सोचा कि उनकी ख़बर लिखने वाला इन सबके चलते कितना स्ट्रेस में आएगा. एक दिन पहले जिन्होंने कंपनी के ‘एचआर’ और कथिततौर पर पीड़ित स्टाफ के दर्द को गंभीरता से लिया. जिन्होंने उन पर खबर लिखी, वो अगले दिन कंपनी की सफाई पढ़ेंगे तो उनका भरोसा अपना दुखदर्द सोशल मीडिया पर रोने वाले तमाम लोगों पर से भी हट जाएगा. ठीक उसी तरह जैसे कुछ महीनों पहले ब्रेस्ट कैंसर के नाम पर कथित जागरूकता फैलाने की पूनम पांडे की कोशिशों से हुआ था.
क्या है पूरा मामला?दरअसल, दिल्ली-एनसीआर में घर बैठे सैलून की सेवाएं देने वाले स्टार्टअप ‘YesMadam’ को लेकर 9 दिसंबर को एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुआ था. कंपनी पर आरोप लगा कि उसने अपनी ही एक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर तनावग्रस्त कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. अनुष्का दत्ता नाम की एक यूजर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर किया. जिसके बाद ये विवाद शुरू हुआ. उनके बायो में जाने से पता चलता है कि वे ‘YesMadam’ में ‘UX Copywriter’ के तौर पर काम करती हैं. सोमवार, 9 दिसंबर के दिन अनुष्का ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में बताया,
'YesMadam में क्या हो रहा है? पहले आप एक रैंडम सर्वे करते हैं और फिर रातों रात हमें नौकरी से निकाल देते हैं क्योंकि हम तनाव में हैं? और सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि 100 अन्य लोगों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है. #massfiring'

इस पोस्ट के साथ अनुष्का ने एक ईमेल का स्क्रीनशॉट शेयर किया. कथित तौर पर इसे ‘YesMadam’ की एचआर मैनेजर ने भेजा है. इस मेल में लिखा था,
'डियर टीम, हाल ही में हमने काम के दौरान आपके तनाव स्तर को समझने के लिए एक सर्वे किया. कई लोगों ने अपनी चिंताओं को साझा किया, जिनकी हम सराहना करते हैं. हम एक स्वस्थ और सहयोगी कार्य वातावरण के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसीलिए जिन कर्मचारियों ने अत्यधिक तनाव का अनुभव किया है, उनसे अलग होने का फैसला किया गया है. यह निर्णय तुरंत प्रभाव से लागू है. प्रभावित कर्मचारियों को अलग से विवरण प्रदान किया जाएगा. आपके योगदान के लिए धन्यवाद.
सादर,
एचआर मैनेजर, YesMadam'
सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के वायरल होते ही लोगों ने जमकर गुस्सा जाहिर किया था. लेकिन अब पूरी सच्चाई सामने आ चुकी है. इसको लेकर भी लोग अब नाराजगी जता रहे हैं.
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