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'गाजा में हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही', WHO ने फिलिस्तीनियों पर डराने वाली बात बताई

WHO ने ग़ाज़ा और वेस्ट बैंक में अस्पतालों, मरीजों, एंबुलेंस और क्लीनिक्स पर 250 से अधिक हमलों की पुष्टि की है.

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ग़ाज़ा और वेस्ट बैंक में अस्पतालों की हालत ख़राब (फ़ोटो/reuters)

इज़रायल और हमास के बीच जारी जंग में लगातार बेकसूर लोगों की जानें जा रही हैं. हजारों लोग मारे जा चुके हैं. अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल डॉ टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने कहा है कि गाजा में औसत हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए बताया कि ग़ाज़ा में कहीं भी, कोई भी सुरक्षित नहीं है.

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डॉ टेड्रोस ने आगे कहा कि 7 अक्टूबर के बाद से WHO ने ग़ाज़ा और वेस्ट बैंक में अस्पतालों, मरीजों, एंबुलेंस और क्लीनिक्स पर 250 से अधिक हमलों की पुष्टि की है. जबकि इज़रायल में स्वास्थ्य सेवा पर 25 हमले हुए हैं. इज़रायल का कहना है कि हमास अस्पतालों के नीचे सुरंगों में हथियार छुपाता है. हालांकि हमास ने इन आरोपों से इनकार किया है.

 WHO के डायरेक्टर ने कहा,

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“ग़ाज़ा के 36 अस्पतालों में से आधे और इसके दो-तिहाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काम नहीं कर रहे हैं. जो काम कर रहे हैं, वे अपनी क्षमता से कहीं ज्य़ादा लोगों का इलाज़ कर रहे हैं. अस्पतालों के गलियारे घायलों, बीमार लोगों और मरने वालों से भरे हुए हैं. मुर्दाघर भरे हुए हैं. बिना एनेस्थीसिया के सर्जरी की जा रही है. ग़ाज़ा में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पूरी तरह से बिगड़ गई है.”

उन्होंने आगे कहा कि हजारों विस्थापित लोग अस्पतालों में शरण ले रहे हैं. कई परिवार स्कूलों में फंसे हुए हैं. उनके पास ना खाने को भोजन है और ना ही पीने को पानी. WHO इन सभी लोगों की मदद कर रहा है.

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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, अब तक ग़ाज़ा में 10,800 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. इनमें लगभग 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे हैं. 25 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

वहीं, इज़रायल ने हमास के हमलों में मारे गए लोगों की संख्या में बदलाव किया है. अब तक इजरायल बता रहा था कि 1400 लोग मारे गए हैं. अब इसे घटाकर 1200 कर दिया है. इजरायली विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता लियोर हेयात ने मीडिया को बताया कि शुरुआती 1400 की संख्या में हमलावर भी शामिल थे.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने 11 नवंबर को बताया कि ग़ाज़ा के सबसे बड़े अस्पताल में बिजली जाने के बाद इनक्यूबेटर में एक बच्चे की मौत हो गई. और एक अन्य व्यक्ति जो ICU में थे उनकी मौत इज़रायली हमले से हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक़ वहां मौजूद लोगों ने बताया कि इज़रायल की सेना पूरी रात हमास के बंदूकधारियों से लड़ रही थी. इजरायल का हमला ग़ाज़ा शहर और उसके आसपास के अस्पतालों के पास की जगहों पर हो रहा था.

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