फिल्म के कंटेंट को बाबा लोगों ने फिर से इस्लाम विरोधी बताया. YouTube से बोला कि इस ट्रेलर को हटाओ नहीं तो देख लेना. YouTube ने कहा, तुमई घर की दुकान है क्या, जाओ नहीं हटा रहे. चिढ़े पाकिस्तान ने तमतमाकर बैन लगाने के साथ एक कमेटी बनाकर बोला कि अगर इस्लाम विरोधी कंटेंट को हटा पाओ तो हम हटा देंगे बैन.8 फरवरी 2015 को कमेटी ने हाथ खड़े कर कहा, हमसे न हो पाएगा. तो जब भी पाकिस्तानियों को कोई वीडियो नेट पर देखनी होती थी तो URL वाली जगह में YouTube नहीं DAILY MOTION टाइप कर देते थे. क्योंकि YOUTUBE में वीडियो देखना पाकिस्तान के बस की बात नहीं थी. पर आ गए अच्छे दिन पड़ोसी देश में ही सही, अच्छे दिन आ गए. पाकिस्तान कि मिनिस्ट्री ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एंड टेलिकॉम ने स्टेटमेंट जारी किया कि नए नियमों के तहत जो भी ओफेंसिव लगे, उसे सरकार YouTube से ब्लॉक करवा सकती है. तो पड़ोसी, इंटरनेट पैक बढ़वा लो. बधाई हो तुम्हें!
डिअर पड़ोसी, YouTube मुबारक हो!
पाकिस्तान ने YouTube पर लगा बैन हटाया.
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Source: Reuters
भैया वो टाइम गया, जब YouTube का नाम सुनते ही पाकिस्तान हो जाता था सुट्ट. क्योंकि पाकिस्तान ले आया है YouTube का अपना पर्सनल वर्जन. तो अब जो भी कंटेंट पाकिस्तान के आकाओं को अच्छा नहीं लगेगा, उसे पब्लिक तक पहुंचने से रोक दिया जाएगा. पर YouTube चलेगा धकाधक. बता दें कि पिछले तीन साल से पाकिस्तान में लगा हुआ था YouTube पर ये बैन. लेकिन क्यों लगाया था बैन?
एक विवादित डच फिल्म फितना. 2008 में आई थी. पाकिस्तान समेत कई इस्लामी देशों में फिल्म पर खूब बवाल मचा. मौलाना और धर्म के ठेकेदारों ने फिल्म को बताया इस्लाम विरोधी. लिहाजा सरकार ने फुर्ती दिखाते हुए YouTube को बैन कर 404 ERROR कर दिया. क्योंकि गुरु, पाकिस्तान में ईश निंदा करने को लेकर है एक ऐसा कानून, जो ढंग से बिना बफरिंग के मान लिया जाए तो सीधा लटका कर जीभ निकलवा दी जाती है. बोले तो सजा-ए-मौत. फिल्म इतनी बवाली निकली कि 24 फरवरी 2008 को दुनियाभर के कई देशों में YouTube को कुछ घंटों के लिए ब्लॉक कर दिया गया. बैन का अगला 'चखना'
पाकिस्तान में 20 मई 2010 को परोसा गया. दिन था 'एवरीबडी ड्रॉ मोहम्मद डे'. मतलब पैंगबर मोहम्मद साहेब की तस्वीर बनाना, जो कि इस्लाम में कतई बर्दाश्त नहीं है. यहां से शुरू होती है असली खेला. YouTube पर सो कॉल्ड इस्लाम विरोधी कंटेंट इतना इकट्ठा हो गया कि पाकिस्तानी हुक्मरानों ने कमेटी गठित करने जैसी औपचारिकता पूरी की. 17 सितंबर 2012 को पाकिस्तान टेलिकम्युनिकेशन अथॉरिटी (PTA) ने कड़क आवाज में आदेश दिया कि यू YouTube न मान रा सै, लगाओ बे इसपे बैन. वजह थी Innocence of Muslims का ट्रेलर.
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