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SSC के छात्र ट्विटर पर '#modi_rojgar_do' क्यों ट्रेंड कर रहे हैं?

25 फरवरी को बड़ा कैंपेन करने की तैयारी है

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रविवार से ही #modi_rojgar_do सोशल मीडिया पर जम कर ट्रेंड कर रहा है. (फोटो-सोशल मीडिया)
रोजगार का मुद्दा एक बार फिर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. ट्विटर से लेकर यूट्यूब तक युवा रोजगार के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेर रहे हैं. रविवार से ही हैशटैग '#modi_rojgar_do' ट्विटर के साथ-साथ यूट्यूब पर ट्रेंड कर रहा है. ट्विटर पर तो ‘मोदी रोजगार दो’ की धमक ऐसी है कि दिन भर में 20 लाख से भी ज्यादा ट्वीट किए गए. इस कैंपेन से जुड़े लोगों में युवाओं और स्टू़डेंट्स की संख्या तो ज्यादा है ही, साथ ही ऐसे टीचर्स भी मैदान में हैं जो ऑनलाइन कोचिंग देते हैं. इन लोगों का कहना है कि इस हैशटैग की तो अभी शुरुआत भर है, असली धमाल 25 फरवरी को मचाना है. उस दिन सुबह 11 बजे से इस कैंपेन को 'नेक्स्ट लेवल' पर ले जाने का प्लान है. पूरा मामला क्या है? मंत्रालयों में दूसरी और तीसरी श्रेणी के विभिन्न पदों पर नियुक्तियों के लिए एक परीक्षा होती है. नाम है कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) एग्जामिनेशन. हर साल लाखों लोग इसमें भाग लेते हैं. इसे कराने का जिम्मा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन यानी SSC का होता है. दो साल पहले यानी 2019 में CGL के टीयर-2 की परीक्षा कराए जाने की घोषणा हुई थी. नवंबर 2020 में तीन चरणों में परीक्षा आयोजित की गई. 15, 16 और 18 नवंबर. परिणाम जारी हुए तीन दिन पहले 19 फरवरी को. उसके बाद से सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ कैंपेन चल रहा है. परीक्षा परिणामों का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि 18 नवंबर का पेपर आसान था और छात्रों ने काफी अच्छा स्कोर किया था. कइयों ने कुल 200 अंक की परीक्षा में पूरे अंक तक हासिल किए थे. लेकिन जब रिजल्ट आया तो ऐसे कई छात्रों का सिलेक्शन नहीं हुआ, जिन्होंने अच्छा स्कोर किया था. इस पर स्टूडेंट्स का आरोप है कि 18 नवंबर को घोषित कट ऑफ से 100 मार्क्स तक काट दिए गए हैं. वहीं, 15 और 16 नवंबर को जिन लोगों ने एग्जाम दिया था, उनमें से कइयों के 70 से 80 नंबर तक बढ़ा दिए गए हैं. छात्रों को समझ नहीं आ रहा कि किस प्रक्रिया के तहत ऐसा किया गया. उनमें इस बात को लेकर काफी गुस्सा है. एसएससी की तैयारी कर रहे विभव नाम के एक स्टूडेंट का कहना है कि एसएससी लगातार सीटें कम करता जा रहा है और वेटिंग लिस्ट तक नहीं निकालता. अक्सर एग्जाम में सिलेक्शन होने वाले लोगों के अलावा एक वेटिंग लिस्ट भी निकलती है. अगर सिलेक्ट हुआ कोई शख्स किसी कारण से जॉइन नहीं करता तो वो सीट वेटिंग लिस्ट वाले कैंडिडेट को दे दी जाती है. CGL के मामले में ऐसा नहीं देखने को मिला, जो छात्रों की नाराजगी की एक और बड़ी वजह है. इसके चलते शनिवार-रविवार को ट्विटर पर तरह-तरह के ट्वीट #modi_rojgar_do के साथ देखने को मिले. इनमें से कुछ पर आप भी नजर डालिए,   यूट्यूब पर टीचर्स ने संभाला मोर्चा कैंपेन में छात्रों ने तो हिस्सा लिया ही है, साथ ही उन्हें परीक्षा की तैयारी कराने वाले कोचों ने भी #modi_rojgar_do के साथ सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाला है. सरकारी नौकरियों से जुड़ी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन कोचिंग देने वाले एक टीचर अभिनय शर्मा ने शनिवार और रविवार को यूट्यूब वीडियो जारी कर केंद्र सरकार और एसएससी पर कई सवाल उठाए हैं. यूट्यूब पर 17 लाख से ज्यादा फॉलोअर वाले अभिनय के अलावा कई अन्य टीचर्स ने चयन प्रक्रिया और परिणामों को लेकर चिंताएं व्यक्त की हैं. भूतेश सर, गगन प्रताप, जयदीप सिंह, राकेश यादव और वैभव कुमार जैसे कोचों का कहना है कि इस बार के रिजल्ट के साथ मार्क्स जारी नहीं हुए हैं, क्योंकि आयोग बच्चों को भ्रम में रखना चाहता है. राजनीति भी जारी है रविवार को #modi_rojgar_do ट्विटर पर टॉप ट्रेंड रहा. इस कैंपेन पर आ रही प्रतिक्रियाओं को देखते हुए विपक्षी दलों के नेताओं ने भी हैशटैग को आगे बढ़ाया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट किया,
मैं मोदी रोजगार दो को ट्रेंड करता देख रहा हूं और मुझे अपना 13 जुलाई 2018 का वो लेक्चर याद आ रहा है जिसमें मैंने मोदीनॉमिक्स के फेल होने की बात कही थी.
  छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंह देव ने ट्वीट किया,
बीजेपी ने जम कर झूठ बोला और रोजगार का वादा किया. अगर बीजेपी दुनिया भर में सबसे अधिक युवाओं वाले देश में उनके हक की बात नहीं करती तो वे उसे सत्ता से बाहर कर देंगे.
पीएम के जन्मदिन पर मना था 'बेरोजगार दिवस' बेरोजगारी के मसले पर स्टूडेंट पहले भी सोशल मीडिया कैंपेन चलाते रहे हैं. इस सिलसिले में एक बड़ा कैंपेन पिछले साल 17 सितंबर को देखने को मिला था. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन होता है. कैंपेन चलाने वालों ने रणनीति के तहत इस दिन को चुना था और इसे 'बेरोजगार दिवस' का नाम दिया था. ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन था. युवाओं ने ट्विटर पर इसे 'राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस' के तौर पर ट्रेंड करा दिया था. तब पीएम मोदी के बर्थडे वाले दिन सुबह से ही ‘#17Sept17Hrs17Minutes’, ‘#राष्ट्रीयबेरोजगारदिवस’ और ‘#NationalUnemploymentDay’ जैसे हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करते रहे. अकेले ‘#NationalUnemploymentDay’ पर तकरीबन 45 लाख ट्वीट हुए थे. वहीं, #राष्ट्रीय_बेरोजगारी_दिवस पर लगभग 25 लाख ट्वीट देखने को मिले थे. अब #modi_rojgar_do ने एक साल पहले हुए इस बड़े कैंपेन की याद ताजा कर दी है.

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