RSS के दशहरा (Dussehra) कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं पर्वतारोही संतोष यादव (Santosh Yadav). कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अक्सर उनके हाव-भाव देखकर लोग उनसे पूछते थे कि क्या वो संघी हैं? संतोष ने कहा,
दशहरा के दिन RSS के ऑफिस में आने वाली पहली महिला कौन हैं?
RSS ने पहली बार किसी महिला को दशहरा कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया है.

"मैं उनसे पूछती थी, संघी क्या होता है? आज किस्मत मुझे संघ के सर्वोच्च मंच पर ले आई है."
RSS ने 15 सितंबर को ही एक ट्वीट में जानकारी दी थी कि पद्मश्री संतोष यादव नागपुर में RSS मुख्यालय के कार्यक्रम में शामिल होंगी.
RSS का दशहरा कार्यक्रम. हमेशा से संघ के लिए बहुत ज़रूरी इवेंट रहा है. वजह ये कि संघ की स्थापना दशहरा के दिन ही हुई थी. साल 1925 में. हाल के सालों में ये इवेंट बहुत चर्चा में भी रहा है. अपने मुख्य अतिथियों के लिए. कुछ साल पहले नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. इस बार 5 अक्टूबर को नागपुर में होने वाले RSS के दशहरा कार्यक्रम में पहली बार एक महिला मुख्य अतिथि के तौर पर शामित हुईं. नाम हैं, संतोष यादव.
संतोष यादव एक मशहूर पर्वतारोही हैं. वो ऐसी पहली महिला हैं, जिन्होंने दो बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की. पहली बार मई 1992 में और दूसरी बाद मई 1993 में. ये एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इसके अलावा, कांगसुंग की तरफ़ से माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ने वाली दुनिया की पहली महिला भी हैं.
संतोष यादव का जन्म हुआ था हरियाणा के रेवाड़ी में. साल 1968 में. स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक़, गांव में लड़कियों की पढ़ाई पर ज़्यादा ज़ोर नहीं था. एक क़िस्म की पाबंदी थी. लेकिन परिवार ने उन्हें पढ़ाया. उन्होंने आगे की पढ़ाई जारी रखी. वो जयपुर गईं और वहां के महारानी कॉलेज से पढ़ाई की.
संतोष यादव अभी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) में एक पुलिस अधिकारी के रुप में कार्यरत हैं. साथ ही, उन्होंने उत्तरकाशी नेहरु माउंटीनियरिंग कॉलेज से ट्रेनिंग भी ली थी. साल 2000 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
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