देश आजादी के 70वें साल में पहुंच गया है. देश भर में बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया, माने बताया कि क्या-क्या सरकार ने देश के लिए किया है और क्या-क्या किया जाना बाकी है. देश के सामने बड़ी प्रॉब्लम क्या-क्या हैं और इनको कैसे सॉल्व करने का इरादा है. सोलर एनर्जी से लेकर किसानों की खाद तक, महाभारत के भीम से लेकर भीमराव अंबेडकर तक प्रधानमंत्री मोदी ने इतने विचारों और योजनाओं को अपने भाषण के दौरान कवर किया कि ये नरेंद्र मोदी का सबसे लंबा भाषण हो गया. भाषण के मेन-मेन प्वांइट क्या रहे, पढ़िए-
और क्या-क्या बोले?
1. सिर्फ नीति नहीं, नीयत और निर्णय की बात करूंगा. 2. पहले सरकार आक्षेपों से घिरी होती थी, अब अपेक्षाओं से घिरी हुई है. 3. शासन संवेदनशील होना चाहिए, शासन उत्तरदायी होना चाहिए. 4. कार्य नहीं, कार्यसंस्कृति की बातें करूंगा. 5. 70 साल में देश का मन बदला है. 6. लोग सिर्फ प्लानिंग से खुश नहीं होते. 7. Renewable energy पर हमारा बल है. 8. इंफ्लेशन रेट 6 परसेंट से ऊपर जाने नहीं दिया. 9. 2 साल देश में अकाल रहा. सब्जियों के दाम पर अकाल का प्रभाव तुरंत होता है. दाल पर भी इसका प्रभाव पड़ा. 10. किसानों ने दलहन बुआई डेढ़ गुना की. 11. खाद की कमी दूर की. यूरिया मिलना शुरू हुआ 12. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, नए गोदामों का निर्माण, 100 परसेंट FDI, स्वाइल हेल्थ कार्ड- किसानों के लिए. 13. मैंने लोक-लुभावन फैसलों से दूर रहने का प्रयास किया है. हमने सरकार की पहचान से ज्यादा हिंदुस्तान की पहचान पर बल दिया. 14. नई योजना के चक्कर में पुरानी सरकार के 7.5 लाख करोड़ के 118 प्रोजेक्ट पास किए. 15. प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप बनाया. रेल प्रोजेक्ट को 3-4 महीने में मिल जाती है मंजूरी. 16. किसान के घर तक पैसा पहुंचना चाहिए. 95 परसेंट किसानों को गन्ने का दाम चुका दिया गया है. 17. डाकघरों को पेमेंट बैंक बनाने से करप्शन कम होगा. 18. शिपिंग कॉरपोरेशन और BSNL को फायदे में लाया. 19. आधार कार्ड ने बिचौलियों को खत्म किया. 20. कोयले में बहुत करप्शन था. आज बिजली कंपनियों के दरवाजे पर पड़ा हुआ है कोयला. 21. भारत के पास लाखों समस्याएं हैं, तो सवा सौ करोड़ मस्तिष्क भी हैं, जो उनका समाधान करने की क्षमता रखती हैं. 22. हमने जमीन की सेहत पर ध्यान दिया. हमने स्वाइल हेल्थ कार्ड और जल प्रबंधन पर बल दिया है. 23. आज जो सामाजिक तनाव देखते हैं, उसमें रामानुजाचार्य का संदेश महत्वपूर्ण है. हमारे सभी महापुरुषों ने सामाजिक एकता की बात की. 24. युवाओं को अवसर मिले, युवाओं को रोजगार मिले, ये हमारे लिए समय की मांग है.