ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का 96 साल की उम्र में निधन हो गया है. अब उनके बेटे चार्ल्स किंग बन गए हैं. ब्रिटेन में संवैधानिक राजतंत्र है, जिसके मुताबिक राजा या रानी राज्य का प्रमुख होता है, लेकिन वो राजनीति में शामिल नहीं होता और कानून संसद ही बनाती है. हालांकि, ब्रिटेन के राजा या रानी के पास कुछ शाही विशेषाधिकार होते हैं.
ब्रिटेन में चुनी हुई सरकार है, तो फिर राजा या रानी करते क्या हैं?
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद अब उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स राजा बन गए हैं.

ब्रिटेन का राजा या रानी यहां का प्रमुख होता है, जिसे हेड ऑफ द स्टेट कहा जाता है. उनकी शक्तियां पूरी तरह से प्रतीकात्मक और औपचारिक होती हैं. इसका मतलब है कि उनका यूके की सरकार में कम से कम हस्तक्षेप होता है. ब्रिटेन का राजा या रानी राजनीतिक रूप से तटस्थ होता है और उन्हें संवैधानिक रूप से सरकार की सलाह का पालन करना होता है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की राजा या रानी के साथ हर हफ्ते मीटिंग भी होती है. इसमें राजा या रानी को सरकारी मामलों की औपचारिक जानकारी दी जाती है. ये बैठक पूरी तरह गोपनीय होती है और इस दौरान क्या कहा गया, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं होता.
- ब्रिटेन में आम चुनाव जीतने वाली पार्टी के नेता को राजा या रानी द्वारा बकिंघम पैलेस बुलाया जाता है, जहां उन्हें सरकार बनाने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया जाता है. ठीक ऐसे ही आम चुनाव से पहले ब्रिटेन का राजा या रानी औपचारिक रूप से सरकार को भंग करते हैं.
- संसदीय साल की शुरुआत राज्य उद्घाटन समारोह के साथ राजा या रानी ही करते हैं. इस दौरान हाउस ऑफ लॉर्ड्स में राजा या रानी भाषण देते हैं. इसमें वो सरकार की नीति और योजनाओं के बारे में बताते हैं.
- संसद में पारित किसी भी विधेयक को कानून बनने के लिए उसपर राजा या रानी की औपचारिक मंजूरी यानी हस्ताक्षर लिया जाता है.
- ब्रिटेन के राजा या रानी ही दूसरे देशों के मेहमान राष्ट्राध्यक्षों की मेजबानी करते हैं. वे यूनाइटेड किंगडम में तैनात दूसरे देशों के राजदूतों और उच्चायुक्तों से मुलाकात करते हैं.
महारानी एलिजाबेथ पिछले 70 साल से ये सभी काम करती आ रही थीं. अब इन सभी कामों की जिम्मेदारी नए राजा चार्ल्स तृतीय के पास होगी.
वीडियो- खर्चा पानी: क्या भारत-ब्रिटेन के बीच होगा फ्री ट्रेड एग्रीमेंट?