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क्या है ये ऑरोरा, नॉर्दर्न लाइट्स पर सोशल मीडिया लहालोट, कैसे आसमान हुआ रंगीन?

Northern Lights की तस्वीरें वायरल हुईं. जिन्होंने रंगीन लाइट नहीं देखी उन्होंने मीम्स देखे.

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लद्दाख में नज़र आई नॉर्दर्न लाइट्स (फोटो: X/@snorl)(फोटो: X/@snorl)

अच्छे वॉलपेपर ढूंढ़ने के लिए इंसान क्या नहीं करता है? गूगल पर जाकर सर्च करता है कूल वॉलपेपर और मेरे जैसे लोग सर्च करते हैं एस्थेटिक वॉलपेपर. लेकिन दोनों ही बार रंगीन बादलों की कुछ तस्वीरें दिखती हैं. ऐसे लगता है कि जैसे बादलों में किसी ने रंग घोल दिया हो. पहली बार हमने देखी सो हमें लगो कि कौनो बादलों में रंग भर के फोटो अपलोड कर दिया है. लेकिन 2 दिन से ये रंगीन बादल हर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिख रहे हैं. गांव वाले दोस्त इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगा रहे हैं. एक पल के लिए हमें लगा कि इनको गांव में ऐसे बादल दिखे होंगे. बाद में समझ आया कि बादल को देखने वाले कम थे. दूसरों की फीड से स्टोरी और फोटो चुराने वाले ज्यादा थे. फिर आते है मीमबाज़ जिन्होंने जन्म ही लोगों को रोस्ट करने और आप और हम जैसे लोगों को हंसाने के लिए लिया है.

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थोड़ा उंगलियां सरकाइए, नीचे विस्तार से पूरा मामला समझाया है.

दरअसल शनिवार 11 मई की रात में लद्दाख के हनले गांव में सुंदर और रंगीन बादल दिखे. ये बादल या फिर चमकीली रोशनी सिर्फ लद्दाख ही नहीं संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में भी देखी गई. अगर साइंस के शब्दों में कहें तो इस तरीके की रोशनी को कहते हैं ऑरोरा (Aurora) और सरलता से समझें तो ऑरोरा यानी रंग बिरंगे बादल. इसी को 'नॉर्दर्न लाइट्स' भी कहा जाता है.

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सारा खेल आकर्षण का है, वो वाला नहीं जिसे आप ‘Attraction’ का नाम देते हैं 

ऑरोरा, एक ऐसी घटना है जिसने सदियों से मानव जाति को आकर्षित किया है. और इस घटना के केंद्र में भी आकर्षण ही है. दरअसल हमारी धरती भी एक चुंबक की तरह है. जब भी चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) में गड़बड़ी होती है, तब सबसे उच्च और निम्न अक्षांश (high and low latitudes) माने उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के करीब इस तरह की रोशनी कुछ घंटों तक दिखाई देती है.

सूरज से लगातार चार्ज वाले कण निकल रहे हैं, जिनसे बनती है सोलर विंड. चार्ज (पॉज़िटिव-नेगेटिव वाला) के इस तूफान के कण, पृथ्वी पर पहुंचने के लिए लाखों किलोमीटर की यात्रा करते हैं. जब ये कण पृथ्वी के करीब आ जाते हैं तो पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र इन कणों को ध्रुवीय क्षेत्रों, माने पोलर रीजन की ओर भेजता है. इन्हीं के चलते आसमान में लाल-हरी रोशनी नज़र आती है.

ऑरोरा का रंग उस गैस पर निर्भर करता है जिससे चार्ज वाले कणों का सामना होता है. ऑक्सीजन उत्सर्जन से जहां हरे रंग की रोशनी दिखती है वहीं अगर यही रिएक्शन नाइट्रोजन के साथ होता है तो रोशनी लाल रंग की दिखाई देती है.

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अगर आपने पहले ऐसा नज़ारा नहीं देखा, तो आपको ये अविश्वसनीय ही लगेगा. इसलिए लोग इसे 'प्रलय' की आहट बताने लगते हैं. नॉर्दर्न लाइट्स सबसे अधिक पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के पास देखी जाती है. यहां इन्हें ऑरोरा ऑस्ट्रेलिस कहा जाता है. 

ये रोशनी कभी-कभी शीतोष्ण कटिबंधों में भी नज़र आती है. माने temperate region, जो आर्कटिक सर्कल से लेकर कर्क रेखा और मकर रेखा से अंटार्कटिक सर्कल के बीच पड़ते हैं. भारत का लद्दाख इसी उत्तर शीतोष्ण कटिबंध में पड़ता है. जिस वजह से नॉर्दर्न लाइट्स लद्दाख में भी देखने को मिली.

इससे पहले ऐसे तीव्र सोलर फ़्लेयर आज से 21 साल पहले देखे गए थे. 2003 में. तब इनकी वजह से स्वीडन शहर में बहुत तबाही हुई थी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये जो अभी तूफ़ान आया है, ये अंधेरे और ठंडे क्षेत्र में सनस्पॉट के समूह की वजह से है. हर छह से 12 घंटे में सूरज कुछ एनर्जी छोड़ रहा है और ये कुछ दिनों जारी रहने का अनुमान है.


उसके बाद क्या था आपका हमारा इंस्टाग्राम भी रंगीन दिखा, वो भी  बिना होली के त्योहार के. 
कुछ ऐसे...

और इंस्टाग्राम पर चारों तरफ ये लाइट देखने के बाद हमारे साथी प्रशांत ने कुछ ऐसा स्टेटस लगाया.

इस सबके बीच सबसे ज्यादा पॉपुलर होने वाला सर्च था नॉर्दर्न लाइट्स लन्दन.

अगर भारत में दिखने वाली नॉर्दर्न लाइट्स की बात करें. तो इसे लद्दाख के हनले गांव में देखा गया. किसने पहले देखा. इसका असली दावा हम नहीं कर सकते. लेकिन कुछ शख्स हैं जिन्होंने सबसे पहले लद्दाख की लाइट्स की तस्वीरें या कहें विजुअल्स शेयर किए. 
11 मई को stanzin norla ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने लद्दाख में नॉर्दर्न लाइट्स देखी हैं. ये हनले गांव में ही MACE टेलिस्कोप इंजीनियर हैं.

ऐसे ही एक शख्स हैं Vincent Ledvina. इनके इंस्टाग्राम से देख कर साफ पता चलता है कि इन्हें रंगीन बादलों की अलग ही दीवानगी है. Vincent ने एक रील शेयर कर बताया कि कैसे इन्हें अपने होटल के पास रंगीन लाइट का आभास हुआ और इन्होंने नॉर्दर्न लाइट्स देखी.

इस पूरे सिलसिले में जिन्होंने नहीं देखीं लाइट्स, उन्होंने देखे मीम्स. आइए कुछ चर्चित मीम भी समझ लेते हैं.

जैसे tube.indian ने अलग-अलग मीम शेयर किए. इन्होंने एक मीम शेयर कर लिखा, टैक्स तो हम भी देते हैं, हमें भी नॉर्दर्न लाइट्स दिखाओ. 

जैसे Anny नाम के यूजर ने लिखा, 

भगवन ज़ी मुझे यूरोप में भेज दो प्लीज 

जैसे निखिल नाम के यूजर ने लिखा-

आज नॉर्दर्न लाइट्स तेरा भाई चलाएगा 

फिर निखिल ने एक और ट्वीट कर लिखा-

प्रधानमंत्री नॉर्दर्न लाइट्स दिखादो प्लीज योजना 

सुष्मिता नाम की यूजर ने पोस्ट कर अपना दिल्ली में रहने का हाल बयां किया. इन्होंने अपने घर के बाहर के नज़ारे में रंग भर कर लिख दिया, मुझे दिल्ली में नॉर्दर्न लाइट्स दिखीं.

कुछ लोगों ने अपने सोशल मीडिया का हाल मीम शेयर करके बताया कि जैसे ही वो सो कर उठे, चारों तरफ बस नॉर्दर्न लाइट्स ही दिख रही हैं.


कुल मिलाकर ये पूरा नजारा सुंदर था. और अगर आपको अभी भी कुछ समझ नहीं आया, तो कमेंट करिए. सवाल का जवाब आपको जरूर मिलेगा.

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