बीते दिनों खबर आई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत को मिलने वाली 21 मिलियन डॉलर की सहायता रोक दी है (Trump on USAID Funding India). फिर रिपोर्ट आई कि ये पैसे भारत के लिए नहीं, बल्कि बांग्लादेश के लिए अलॉट हुए थे. इस बीच, BJP और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका था. अब अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें दावा किया गया कि भारत को ऐसी कोई फंडिंग नहीं की जा रही है. रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रंप ने भारत को दी जाने वाली जिस सहायता का जिक्र किया था, ऐसे किसी भी कार्यक्रम का कोई रिकॉर्ड नहीं है.
अब अमेरिका का बड़ा अखबार लाया 'भीतर की खबर', बोला-भारत को नहीं मिला कोई पैसा
Trump on USAID Funding India: अमेरिकी अखबार 'Washington Post' की एक रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें दावा किया गया कि भारत को ऐसी कोई फंडिंग नहीं की जा रही है. रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रंप ने भारत को दी जाने वाली जिस सहायता का जिक्र किया था, ऐसे किसी भी कार्यक्रम का कोई रिकॉर्ड नहीं है.

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने BJP पर झूठी बयानबाजी करने का आरोप लगाया. उन्होंने सोशल मीडिया ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा,
वाशिंगटन पोस्ट के इस नए खुलासे से पता चलता है कि भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तथाकथित अमेरिकी फंडिंग के लिए किया गया कोई कार्यक्रम अस्तित्व में नहीं था. और न ही ऐसा कोई फंड आया.
आगे उन्होंने कहा कि इस खुलासे के बाद ‘BJP और उसके अंध समर्थकों’ को अपनी बात वापस लेनी पड़ेगी.
क्या है रिपोर्ट में?वाशिंगटन पोस्ट ने USAID कार्यक्रम की जानकारी रखने वाले तीन अधिकारियों का हवाला देते हुए लिखा कि मस्क के नेतृत्व वाला डिपार्टमेंट, दूसरे कार्यक्रमों के आंकड़ों को आपस में मिला रहा है. रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया,
हम सभी DOGE के इस दावे को देखकर हैरान हैं. हमें भारत में चुनावों के बारे में कुछ भी पता नहीं है, क्योंकि हम कभी इसमें शामिल नहीं रहे हैं.'
वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि USAID के पास बांग्लादेश के लिए 21 मिलियन डॉलर का कांट्रैक्ट था.
बता दें कि इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में भी यही बात कही गई थी. जिसमें दावा किया गया है कि भारत को 2008 के बाद से किसी भी चुनाव से संबंधित प्रोजेक्ट के लिए USAID से कोई पैसा नहीं मिला है.
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ट्रंप ने फिर दोहराई पिछली बातइन सबके बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपना पिछला बयान फिर दोहराया है. उन्होंने एक बार फिर भारत को चुनावों में मदद करने के पैसे देने की बात की. हालांकि, इस बार उन्होंने यह राशि 21 मिलियन डॉलर न बताते हुए, 18 मिलियन डॉलर बताई है. वाशिंगटन में ‘कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस’ (CPSC) को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा,
‘29 मिलियन डॉलर उन्हें मदद करने के लिए दिए जाते हैं, ताकि वे बांग्लादेश में एक ’कट्टरपंथी वामपंथी कम्युनिस्ट' सरकार बना सकें. आपको देखना होगा कि उन्होंने किसका समर्थन किया. भारत को चुनावों में मदद करने के लिए 18 मिलियन डॉलर? हम पुराने पेपर बैलेट्स पर वापस क्यों नहीं जाते और उन्हें हमारे चुनावों में हमारी मदद करने देते हैं?... उन्हें पैसे की जरूरत नहीं है…'
इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया कि भारत अमेरिका से भारी टैरिफ वसूलता है. उन्होंने कहा कि उनका (भारत का) 200 प्रतिशत टैरिफ है और फिर भी हम उन्हें चुनावों के लिए भारी धनराशि देते हैं.
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