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साक्षी के बाद छलक उठीं विनेश की आंखें, बोलीं- "महिला पहलवानों के साथ अब तो..."

मीडिया से बात करते हुए विनेश फोगाट ने कहा कि- 'महिला रेसलिंग का भविष्य अंधकार में है. हमें नहीं पता कि किसके सामने जाकर हम अपना दुख बताएं.'

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विनेश फोगाट ने कहा कि वो अभी भी लड़ रही हैं (फाइल फोटो- X)

बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के करीबी संजय सिंह (Sanjay Singh) के WFI का नया अध्यक्ष बनते ही हंगामा खड़ा हो गया है. नतीजों के विरोध में पहले पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने कुश्ती छोड़ने की बात कही. अब इस फैसले पर पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का बयान सामने आया है. मीडिया से बात करते हुए वो भावुक हो गईं और कहा कि रेसलिंग का भविष्य अंधकार में है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विनेश फोगाट ने कहा कि ‘अब जब संजय सिंह को फेडरेशन का प्रमुख चुना गया है तो महिला पहलवानों के साथ उत्पीड़न होता रहेगा.’

विनेश फोगाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि,

“उम्मीद बहुत कम है लेकिन फिर भी हम उम्मीद कर रहे हैं कि न्याय मिलेगा. बहुत दुख की बात है कि रेसलिंग का भविष्य अंधकार में है. हमें नहीं पता कि किसके सामने जाकर हम अपना दुख बताएं.”

वो आगे बोलीं-

आज हम आपके सामने आए हैं, ट्रेनिंग भी कर रहे हैं फिर भी हम यहां लड़ाई लड़ रहे हैं. उम्मीद कर रहे हैं कि वो आस और उम्मीद फिर से जगा पाएं.

इससे पहले रेसलर साक्षी मलिक ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चुनाव पर गंभीर सवाल उठाए थे. उन्होंने रोते हुए अपने जूते मेज पर रखे और कहा कि मैं संन्यास लेती हूं. साक्षी मलिक ने कहा-

हम 40 दिन तक सड़कों पर सोए. देश के अलग-अलग हिस्सों से लोगों ने हमारा समर्थन किया, महिलाओं ने साथ दिया. हमने भी अपनी लड़ाई पूरे दिल से लड़ी. हम जीत नहीं पाए लेकिन जिन भी लोगों ने साथ दिया, सबका धन्यवाद. आज WFI का अध्यक्ष चुना गया है बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को. अगर WFI का अध्यक्ष बृजभूषण जैसे ही व्यक्ति को बना दिया गया है तो मैं कुश्ती को त्यागती हूं.

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साक्षी के साथ आए रेसलर बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने कहा कि ‘खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि बृजभूषण का करीबी कोई भी व्यक्ति कुश्ती फेडरेशन में बड़े पद पर नहीं आएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.’ पूनिया ने कहा कि अब उन्हें कोई उम्मीद नहीं है कि बेटियों को न्याय मिलेगा.

WFI चुनाव में क्या हुआ?

WFI के कुल 15 पदों पर चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के 2 पदों और 5 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव हुआ. चुनाव की प्रक्रिया इस साल जुलाई में शुरू हुई थी, लेकिन कोर्ट केस के कारण ये चुनाव टल गया. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक को रद्द किया और इसके बाद चुनाव की तारीख का ऐलान हो पाया. अब 21 दिसंबर को चुनाव हुआ और इसके नतीजे बृजभूषण खेमे के पक्ष में आए. अध्यक्ष पद के चुनाव में संजय सिंह ने अनीता श्योराण को 33 वोटों से मात दी. संजय सिंह को 40 वोट मिले, जबकि अनीता श्योराण को मात्र 7 वोट मिले.

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