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पता चल गया कि अमेरिकी बवाल के बीच तिरंगा कौन लहरा रहा था

और, उसे लेकर वरुण गांधी और शशि थरूर के बीच टांग खिंचाई भी हो गई

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अमेरिकी संसद भवन पर हंगामे के बीच भारत का झंडा फहराने वाले ने ऐसा क्यों किया, ये भी जान लीजिए.
दुनिया ने जब (भारतीय समयानुसार) गुरुवार को अमेरिकी संसद के अंदर-बाहर दंगे-फसाद की तस्वीरें देखीं तो लोग हैरान रह गए. इस दौरान तमाम झंडों के बीच भारतीय तिरंगा भी भीड़ में लहराता नजर आया. इस पर भारत के कई सिलेब्रिटीज़ और नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया भी दी. बीजेपी नेता वरुण गांधी और कांग्रेसी नेता शशि थरूर के बीच ट्विटरबाजी भी हुई. इस खबर को यहां क्लिक
करके तफ्सील से पढ़ सकते हैं. अब आपको आगे का किस्सा बताते हैं. अब पता चल गया है कि आखिर झंडा लहराने वाला कौन था. ये जनाब थे विंसेंट जेवियर. वरुण बोले, यह तो शशि थरूर का दोस्त है कई जगह अमेरिकी बवाल में भारतीय झंडे की खबरें दिखी-छपीं लेकिन ये पता नहीं चल सका कि आखिर झंडा लेकर वहां गया कौन था. वरुण गांधी ने शुक्रवार सुबह एक ट्वीट करके झंडा फहराने वाले को शशि थरूर का दोस्त बता दिया. अपने इस दावे के लिए उन्होंने कुछ तस्वीरें भी पोस्ट कीं. उन्होंने ट्वीट किया.
प्यारे शशि थरूर, अब जबकि पता चल चुका है कि यह सिरफिरा आपका प्यारा दोस्त है, तुम और तुम्हारे साथी इस तबाही को लेकर चुप नहीं बैठे हुए थे.
शशि थरूर ने भी फौरन हिसाब चुकता किया. बचाव का जवाब पोस्ट किया कि मैं इसे पूरी तरह से अस्वीकार करता हूं. उन्होंने लिखा-
क्या आप हर शुभचिंतक के गलत कामों के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं? मैं अपने देश के प्रिय झंडे को एक शर्मनाक अमेरिकी भीड़ में लाने की निंदा करता हूं
कौन हैं झंडा धारक विंसेंट जेवियर जिस भारतीय झंडाधारी शख्स को अमेरिकी भीड़ का हिस्सा बताया जा रहा है. उसका नाम विंसेंट जेवियर है. हमने उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए उनके बारे में जानकारी जुटाई. अपने ट्विटर अकाउंट के हिसाब से विंसेंट अमेरिका के वर्जीनिया में रहते हैं. पेशे से इंजीनियर हैं. उन्होंने बीटेक और एमएस किया है. वह खुद को एक्यूबिस टेक्नॉलजी नामक कंपनी का चेयरमैन बताते हैं. विंसेंट ट्रंप के कट्टर समर्थक हैं. वह ट्विटर पर लगातार ट्रंप से जुड़े अपडेट शेयर करते रहते हैं.
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अमेरिका में रहने वाले भारतवंशी विंसेंट ट्रंप समर्थकों को आगे की रणनीति भी बताते रहते हैं. वह राजनैतिक रूप से काफी सक्रिय हैं.

विंसेंट ने न सिर्फ अमेरिकी भीड़ में झंडा लेकर पहुंचने की बात मानी है, बल्कि अपनी इस हरकत का बचाव भी किया है. उन्होंने कहा कि कई देशों के लोग ट्रंप के पक्ष में शांतिपूर्ण प्रदर्शन में इकट्ठा हुए थे. उन्हें इस बात का पूरी तरह से इल्म है कि उनकी वजह से वरुण गांधी और शशि थरूर आमने-सामने हैं. उन्होंने वरुण और थरूर को अपने ट्वीट में टैग करते हुए लिखा-
शशि थरूर और वरुण गांधी, अमेरिकन देशभक्त वियतनाम, भारत, कोरिया और ईरानी मूल आदि के भी हो सकते हैं. इस सबका मानना है कि अमेरिकी चुनावों में भयानक धांधली हुई है. इन सबने ट्रंप के साथ प्रतिबद्धता दिखाते हुए रैली में हिस्सा लिया. शांतिप्रिय प्रदर्शनकारियों ने बस अपने विरोध के अधिकार का इस्तेमाल किया है.
विंसेंट के फेसबुक अकाउंट से पता चलता है कि वह राजनीति में काफी सक्रिय हैं. वह अपने आसपास के भारतीय समुदाय से जुड़े नेताओं के साथ लगातार फोटो शेयर करते हैं. इसके साथ ही वह ट्रंप समर्थकों को आगे की रणनीति के बारे में टिप्स भी देते रहते हैं. मिसाल के तौर पर, जब अमेरिकी संसद पर हमले के बाद एक ट्रंप समर्थक जो होल्डेन ने उनसे फेसबुक वॉल पर पूछा कि अब क्या होगा, उन्हें तो बताया गया था कि प्रदर्शन के बाद सुप्रीम कोर्ट में बात पहुंचेगी और ट्रंप की दावेदारी साबित हो जाएगी. इस यूजर को जवाब देते हुए विसेंट लिखते हैं-
मेरे हिसाब से हिंसा ने हमारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. अब शायद ही इस मामले में कांग्रेस और सीनेट में कोई बातचीत हो. ऐसे हालात में मैं आगे का कोई संवैधानिक रास्ता नहीं देखता. मुझे लगता था कि रिपब्लिकन अपने 6 राज्यों में कुछ कोशिश करेंगे और दबाव बनाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका. हमारी कोई स्ट्रैटजी नहीं थी और न ही कोई कोऑर्डिनेशन था. मुझे पता है कि यह सब बहुत झुंझलाहट भरा है.
उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर कैपिटल हिल में मौजूद होने की कई तस्वीरें और एक वीडियो भी पोस्ट किया है. तस्वीरों में वह कैपिटल हिल पर मौजूद और प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ तस्वीरें खिंचाते नजर आ रहे हैं.

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