नए वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी (मध्य). एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (बगल में) उनके साथ देखे जा सकते हैं. (तस्वीर- पीटीआई से साभार है.)
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (V R Chaudhari) ने इंडियन एयर फोर्स (Indian Air Force) के नए चीफ ऑफ एयर स्टाफ के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है. नई दिल्ली स्थित वायु भवन में हुए कार्यक्रम के दौरान पूर्व चीफ ऑफ एयर स्टाफ, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने उन्हें अपना गार्ड सौंप दिया. एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी 27वें चीफ ऑफ एयर स्टाफ हैं. इससे पहले 29 सितंबर को केंद्र सरकार ने नए चीफ ऑफ एयर स्टाफ के तौर पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के नाम के घोषणा की थी. हालांकि, आमतौर पर इस तरह की घोषणा नियुक्ति के दो से तीन महीने पहले हो जाती है, ताकि अधिकारी अपनी नई भूमिका को लेकर सहज हो जाएं.
कौन हैं एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी?
एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) के छात्र रहे हैं. वे डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज से ग्रेजुएट भी हैं. साल 1982 में एयर फोर्स की फाइटर स्ट्रीम में फाइटर पायलट के तौर पर उनकी कमीशनिंग हुई थी. उनके पास मिग और सुखोई जैसे लड़ाकू विमान उड़ाने का अनुभव है. फाइटर पायलट के तौर पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी 3800 से भी अधिक घंटों की फ्लाइट कर चुके हैं.

जाते एयर फोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया के साथ नए वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी. (तस्वीर- पीटीआई.)
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को इसी साल एक जुलाई को एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा की जगह 45वां वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनाया गया था. इससे पहले वो एयर फोर्स के वाइस मार्शल के तौर पर काम कर चुके हैं. उन्होंने एयर फोर्स की पूर्वी कमान में एयर स्टाफ ऑफिसर की भी भूमिका निभाई है. साथ ही साथ वो पश्चिमी कमान के एयर स्टाफ कमांडिंग-इन चीफ भी रह चुके हैं. इस पोस्ट पर उनकी पोस्टिंग ऐसे समय में हुई, जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सरगर्मी बढ़ गई थी. इसी कमान के पास लद्दाख की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है.
इन सब जिम्मेदारियों के अलावा एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी मिग-29 स्क्वाड्रन, फॉरवर्ड बेस और पुणे स्थित एयर फोर्स स्टेशन की भी कमान संभाल चुके हैं. वे श्रीनगर एयर फोर्स स्टेशन में मुख्य संचालन अधिकारी के तौर पर भी काम कर चुके हैं.
करगिल में पाकिस्तान को खदेड़ा
इंडियन एयर फोर्स में अपने लंबे करियर के दौरान एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी कई बड़े मिशन का हिस्सा रहे हैं. इनमें ऑपरेशन 'मेघदूत' और ऑपरेशन सफेद सागर' का नाम मुख्य तौर पर लिया जाता है. इन दोनों ही मिशन में इंडियन एयर फोर्स ने प्रमुख भूमिका निभाई.
ऑपरेशन मेघदूत को 13 अप्रैल 1984 की सुबह अंजाम दिया गया था. इस ऑपरेशन के चलते ही भारतीय सेना ने सियाचिन ग्लेशियर पर पूरी तरह से कब्जा किया था. ऑपरेशन के दौरान एयर फोर्स ने ना केवल आर्मी के सैनिकों को एयरलिफ्ट किया, बल्कि उनके पास जरूरी सप्लाई भी पहुंचाई.

देश के नए वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी. (तस्वीर- पीटीआई.)
वहीं, ऑपरेशन सफेद सागर को साल 1999 में करगिल युद्ध के दौरान अंजाम दिया गया. इस ऑपरेशन का उद्देश्य हवाई हमलों के जरिए करगिल सेक्टर में भारतीय चौकियों को पाकिस्तान के कब्जे से खाली कराना था. पाकिस्तानी सैनिकों ने इन चौकियों पर धोखे से कब्जा कर लिया था. एयर फोर्स ने पाकिस्तानी सैनिकों को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया.
एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी अगले तीन साल तक चीफ ऑफ एयर स्टाफ रहेंगे. उनका कार्यकाल सितंबर 2024 में खत्म होगा.