तहव्वुर हुसैन राणा (Tahawwur Rana) को जल्द ही अमेरिका से भारत लाया जाएगा. आरोप है कि तहव्वुर राणा 2008 मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terror Attack) में शामिल था. भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) हमलों में उसकी भूमिका की जांच कर रही है. इसलिए मांग हुई कि उसे भारत भेजा जाए. कैलिफोर्निया में एक अमेरिकी अदालत ने 16 मई को इस संबंध में भारत के पक्ष में फैसला सुनाया. NIA ने कहा है कि वो राजनयिक माध्यमों से उसे भारत लाने की कार्यवाही शुरू करने को तैयार है.
26/11 के भगोड़े आरोपी को अमेरिका से खींचकर लाएगी NIA, डेविड हेडली से क्या कनेक्शन निकला?
आरोपी तहव्वुर राणा ने 10 साल तक पाकिस्तानी आर्मी में क्या काम किया?

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालती सुनवाई के दौरान अमेरिकी सरकार के वकीलों ने तर्क दिया कि राणा को पता था कि उसका बचपन का दोस्त पाकिस्तानी-अमेरिकी डेविड कोलमैन हेडली लश्कर-ए-तैयबा में शामिल था. आरोप हैं कि तहव्वुर हेडली की मदद करके आतंकवादी संगठन का समर्थन कर रहा था.
राणा कथित तौर पर हेडली की बैठकों और हमलों की योजना के बारे में जानता था. अमेरिकी सरकार ने जोर देकर कहा कि राणा हमले की साजिश का हिस्सा था. सुनवाई के दौरान राणा का वकील प्रत्यर्पण का विरोध करता रहा.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, तहव्वुर राणा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था. उसने आर्मी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की और पाकिस्तान आर्मी में 10 साल तक बतौर डॉक्टर काम किया. लेकिन तहव्वुर राणा को अपना काम पसंद नहीं आया और उसने नौकरी छोड़ दी. फिर तहव्वुर राणा ने कनाडा की नागरिकता लेकर वहां बिजनेस शुरू किया. बाद में उसने शिकागो में भी बिजनेस किया. अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक, उसने कनाडा, पाकिस्तान, जर्मनी और इंग्लैंड की यात्राएं की हैं. वो लगभग 7 भाषाएं बोल सकता है.
तहव्वुर राणा को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. उसके खिलाफ NIA की विशेष अदालत ने 28 अगस्त, 2018 को गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था. फिर 10 जून 2020 को एक शिकायत दर्ज करते हुए तहव्वुर राणा की अस्थाई गिरफ्तारी की मांग की गई. अब वहां कि कोर्ट ने उसके भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है.
बता दें, 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में छह अमेरिकियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे. हमले में 10 आतंकवादियों ने मुंबई में 60 घंटे से ज्यादा देर तक घेराबंदी की और लोगों पर हमला किया.
वीडियो: तारीख़: 26/11 मुंबई हमले में आतंकियों को हिंदू बताने की साज़िश की गई थी!